क्या चने का भाव 6000 को पार कर जायेगा | जाने पूरी जानकारी इस रिपोर्ट में

 
क्या चने का भाव 6000 को पार कर जायेगा | जाने पूरी जानकारी इस रिपोर्ट में

किसान साथियो और व्यापारी भाइयो, चना बाजार में इन दिनों रबी फसल की ताजा आवक के दबाव के साथ-साथ सरकार की आयात नीतियों का भी असर साफ नजर आ रहा है। देशभर की प्रमुख मंडियों जैसे अमरावती, पिपरिया, नागपुर, सोलापुर, कटनी, सिवानी, रायपुर, अहमदनगर, कोटा, महोबा और जबलपुर में चने के भाव 5400 से लेकर 5950 रुपये प्रति क्विंटल तक देखे गए, लेकिन कुछ स्थानों पर यह रेट 5650 के नीचे भी फिसल गया है। आज दिल्ली के बाजार के साथ साथ अन्य बाजारों में भी में फिर से खरीदार ऐक्टिव दिख रहे हैं। अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और आपको रोजाना भाव और आगे का अनुमान साथ में आयात-निर्यात से संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें।

आयात शुल्क का असर
सरकार द्वारा चने पर 10% आयात शुल्क लगाने के के साथ साथ पीली मटर के ड्यूटी-फ्री इंपोर्ट को 31 मई 2025 तक बढ़ा दिया गया है, जिससे चने में थोड़ी मजबूती तो आयी है लेकिन पीली मटर के ड्यूटी-फ्री इंपोर्ट के चलते स्वाभाविक तेजी नहीं बन पा रही है। गौरतलब है कि पीली मटर सस्ती होती है और आमतौर पर चने के विकल्प के रूप में उपयोग की जाती है, जिससे घरेलू चना बाजार पर दबाव बना रहता है। फिलहाल देश में चने का रकबा 98.55 लाख हेक्टेयर तक पहुँच गया है, जो पिछले साल से 2.68 लाख हेक्टेयर ज्यादा है। इससे 85 से 90 लाख टन उत्पादन की संभावना जताई जा रही है। हालांकि रबी की नई फसल की आवक बढ़ने से कई मंडियों में मंदी का रुख देखा जा रहा है, परंतु पाइपलाइन खाली होने और घरेलू मांग के चलते गहरे मंदे की संभावना कम है।

चने का भविष्य
आज चने में चने में लेवाल और स्टॉकिस्ट ऐक्टिव हैं। बाजार में त्योहरी डिमांड का असर है। चना बाजार में लगातार दूसरे सप्ताह तेजी देखने को मिली है, जहां दिल्ली सहित सभी प्रमुख मंडियों में चने अपने निचले 5350 के भाव से करीब 300 से 350 रुपये तक सुधरे हैं। दिल्ली में राज लाइन चना 5675 रुपये, कटनी डिलीवरी 6100 रुपये और अकोला मोटरकट 5925~5950 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गया है। व्यापारियों के अनुसार वर्तमान भाव काफी निचले स्तर पर हैं, जिससे स्टॉकिस्टों की अच्छी लेवाली देखने को मिल रही है और बिकवाली कमजोर है। भारत सरकार द्वारा चने पर 10% बेसिक ड्यूटी लगाने के निर्णय ने भी बाजार को सहारा दिया है, जिससे मिलर्स की खरीदी मजबूत हुई है। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने चालू रबी सीजन में एमएसपी पर 2.8 मिलियन टन चना खरीद की मंजूरी दी है। व्यापारियों का मानना है कि स्टॉकिस्टों की सक्रियता और कमजोर बिकवाली को देखते हुए आने वाले समय में चना के भाव में 100 से 200 रुपये की और तेजी आ सकती है अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और आपको रोजाना भाव और आगे का अनुमान साथ में आयात-निर्यात से संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें। । इसलिए बाजार मजबूत लग रहा है। अगर मौजूदा बाजार की बात करें तो, मटर आयात नीति, फसल उत्पादन की उम्मीद और बढ़ी हुई आवक के दबाव के चना बाजार में फिलहाल स्थिरता दिख रही है लेकिन और अगले सप्ताहों में यदि आयात या सरकारी खरीद में कोई बदलाव होता है तो बाजार में बढ़िया गति देखी जा सकती है।

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मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।