क्या बढ़ती आवक बिगाड़ देगी प्याज में तेजी का गणित | जानिए मंडियों से क्या मिल रही है रिपोर्ट
नमस्कार, प्यारे किसान साथियों और व्यापारी भाइयों ! आजादपुर मंडी में प्याज के भाव, उसकी गुणवत्ता और बाजार की स्थिति को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आए हैं। मंडी में प्याज की आवक और उसकी मांग के आधार पर आज के भाव में मामूली स्थिरता बनी हुई है। आइए विस्तार से जानते हैं कि बाजार में कैसी गिरावट या चमक है, किस प्रकार की क्वालिटी की प्याज आ रही है, और आने वाले दिनों में इसके दामों में क्या संभावनाएं बन सकती हैं।
आजादपुर मंडी में प्याज की आवक
आजादपुर मंडी में आज प्याज की आवक की बात करें, तो शनिवार को लगभग 33,000 से 34,000 कट्टे प्याज आए थे। आज भी मंडी में प्याज की आवक सीमित रही है। मंडी में राजस्थान, अलवर और आसपास के क्षेत्रों से प्याज की गाड़ियाँ पहुंची हैं। फिलहाल प्याज की डिमांड अच्छी बनी हुई है, खासकर अलवर की प्याज की। अलवर से आने वाली प्याज की क्वालिटी में 90% मीडियम और केवल 10% मोटा प्याज है।
दोस्तों आज मंडी में इस समय कुल 35 से 36 हजार कट्टे प्याज की आवक हुई है। इनमें से 10 गाड़ियाँ फ्रेश प्याज की हैं, जबकि बाकी माल पुराने प्याज का है। इसमें 22 गाड़ियों में से 10 गाड़ियाँ कर्नाटका, मध्य प्रदेश और अलवर से आई हैं। कर्नाटका और मध्य प्रदेश से आने वाला प्याज हल्का भारी है और गुणवत्ता के हिसाब से मिश्रित माल आ रहा है। कर्नाटका के प्याज की कीमत 2000 से 5000 रुपए प्रति क्विंटल तक है मतलब 20 किलो से लेकर 50 किलो तक के भाव मिल रहे है परंतु ये भाव प्याज के आकार के हिसाब से बनते है
दोस्त खबर आई है कि अलवर और कैथल की मंडियों में किसानों को ठीक तरीके का व्यवहार नहीं मिल रहा है। वहां के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं, और जब ज्यादा माल आता है तो, कल भी वहां 2 से ढाई लाख कट्टा पहुंच गया मंडियों में सारी मिला के और उन्होंने फिर एक घंटे बाद मालों को बड़ी बुरी तरह से भाव को डाउन करके निकाले | जिससे किसानों का विश्वास और समय प्रभावित होता है। माल की क्वालिटी मे असर पड़ता है
अलवर की प्याज के भाव
आजादपुर मंडी में अलवर का प्याज अच्छा आ रहा है, इस प्याज की गुणवत्ता अधिकतर ठीक है, लेकिन कुछ कच्चा-पक्का माल भी आता है, जिससे इसकी गुणवत्ता थोड़ी अस्थिर रहती है। कच्चे-पक्के माल को लेकर मंडी में कुछ आशंका भी होती है, क्योंकि यह माल कम भाव में बिकता है। इस प्रकार के माल को सही समय पर तैयार करके लाये , ताकि उच्चतम मूल्य प्राप्त किया जा सके।
मीडियम क्वालिटी प्याज: 1600 से 1800 रुपये प्रति मन (40 किलो)
मोटा प्याज: 2000 से 2100 रुपये प्रति मन (40 किलो)
मोटे प्याज की अच्छी मांग बनी हुई है, और कुछ लॉट तो 2200 रुपये प्रति मन (40 किलो) तक में बिके हैं। हालांकि, मीडियम क्वालिटी प्याज की आवक अधिक होने के कारण इसके भाव थोड़े कम हैं। मोटा प्याज 2000 रुपये प्रति मन (40 किलो) से नीचे नहीं बिक रहा है, जबकि मीडियम क्वालिटी प्याज 1600 से 1800 रुपये प्रति मन (40 किलो) में निकल रहा है।
मध्य प्रदेश का प्याज:
मध्य प्रदेश का प्याज अधिकतर पुराने माल का है, जो 50 से 55 किलो के प्याज के रूप में आ रहा है। इसके भाव 60 रुपए प्रति किलो तक पहुँच सकते हैं, और यह होटल या सप्लाई के लिए अधिक डिमांड में रहता है। मध्य प्रदेश का प्याज इस समय अच्छा बिक रहा है, और इसका मूल्य भी बढ़ सकता है अगर गुणवत्ता बढ़ेगी।
महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के प्याज का स्थिति
महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के प्याज की आवक आजादपुर मंडी में अभी कम हो रही है। महाराष्ट्र का प्याज लगभग समाप्त हो चुका है,10 % माल ही बचा हुआ है जिससे बाजार में उसकी कमी महसूस हो रही है। इसके अलावा, आने वाले दिनों में नासिक का लाल प्याज मंडी में आने की उम्मीद है। अनुमान है कि 20 नवंबर के बाद महाराष्ट्र का लाल प्याज बाजार में सक्रिय रूप से दिखने लगेगा।
महाराष्ट्र के नासिक और पुणे के पुराने माल का भाव 50 से 60 रुपये प्रति किलो के बीच चल रहा है।
पुराने प्याज का बाजार में भाव
पुराने प्याज का बाजार में भी अच्छा भाव बना हुआ है। पुराने प्याज की कीमतें 2200 से 2400 रुपये प्रति मन (40 किलो) तक रही हैं। पुराने प्याज की क्वालिटी और उसकी मांग के कारण इसका भाव सामान्य प्याज से ऊंचा चल रहा है। कुछ लॉट, जो इंग्लिश क्वालिटी के प्याज के रूप में प्रसिद्ध हैं, उनके भाव 2400 रुपये प्रति मन (40 किलो) तक पहुँचे हैं। पुराने प्याज की मात्रा अब कम हो रही है, और आने वाले दिनों में नई फसल के आने की संभावनाएं हैं।
बांग्लादेश से मांग
बांग्लादेश से आने वाले प्याज का भी अच्छा मूल्य मिल रहा है। बांग्लादेश में प्याज 90 से 104 किलो के भाव में बिक रहे हैं, और इनकी डिमांड भी अच्छी है। भारत के विभिन्न राज्यों जैसे पंजाब, हरियाणा, और हिमाचल से भी प्याज की अच्छी डिमांड रही है, और इनकी सप्लाई दिल्ली मंडी में आ रही है। दिल्ली में प्याज के बाजार में हर तरह के ग्राहक हैं, और यहां पर प्याज की खपत लगातार बनी रहती है।
नेफेड और एनसीसीएफ का माल
नेफेड और एनसीसीएफ से संबंधित प्याज की आवक पर कोई खास जानकारी नहीं है। पिछले हफ्ते से नेफेड का कोई माल मंडी में नहीं पहुंचा है। हालांकि, नेफेड ने भविष्य में माल की आवक शुरू करने की बात कही है। उनका माल बुधवार या बृहस्पतिवार तक आने की संभावना है।
आने वाले दिनों की स्थिति
आने वाले दिनों में प्याज के बाजार में हलचल बनी रह सकती है। चुनावों के बाद, 20 नवंबर के आसपास या उसके बाद प्याज की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है, क्योंकि नासिक और गुजरात से प्याज की आवक बढ़ने की संभावना है। फिलहाल, दिसंबर तक प्याज के भाव स्थिर रहने की संभावना है, और जिन किसानों के पास पुराने माल हैं, वे इस महीने के अंत तक अपने स्टॉक को निकाल सकते हैं।
अंत मे किसानों को सलाह दी गई है कि वे प्याज की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। मंडी के विशेषज्ञों का सुझाव है कि प्याज को अच्छे से सुखाकर मंडी में लाएं ताकि उन्हें उचित भाव मिल सके। गीले प्याज को मंडी में बेचने से उसकी कीमत कम हो सकती है, इसलिए प्याज की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए उसे अच्छी तरह से सुखाकर और बिना कच्चा छोड़े मंडी में भेजें।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।