धनिया के बाजार में तेजी बनेगी या नहीं | जानिए बाजार से क्या आ रही आवाज | धनिया रिपोर्ट
किसान भाइयों आज की रिपोर्ट में हम बात करेंगे धनिए की। धनिया जो की मसालो में अपना एक विशेष स्थान रखता है।धनिया से कई प्रकार की देसी दवाई भी बनाई जाती है साथियों की डिमांड पर हमने धनिये की पिछले एक सप्ताह के अंदर उतार-चढ़ाव पर रिपोर्ट तैयार की है। साथीयो धनिया में पिछले एक सप्ताह से बाजार में उतार चढ़ाव का माहौल बना हुआ है लेकिन फिर भी धनिया के दामों में कोई खास उतार-चढ़ाव नहीं आया।आज हम आपको धनिया के तेजी मंदी के भावों का पूर्व अनुमान बता रहे हैं यानी की धनिया के भाव का लेटेस्ट अपडेट दे रहे हैं।अभी अगस्त का महीना चल रहा है तो अगस्त ,सितंबर और अक्टूबर में भाव की क्या स्थिति रहेगी उसके बारे में हम आपको जानकारी दे रहे है तो दोस्तों आईए जानते हैं धनिया की लेटेस्ट जानकारी इस रिपोर्ट में।
क्या है धनिये की ताजा अपडेट
साथियों अगर हम पिछले सप्ताह की बात करें तो पिछले सप्ताह के दौरान धनिये की कीमतों में नरमी रही विदेशों से आयात होने के समाचारों एवं कुछ मसाला कंपनियों पर निर्यात प्रतिबंध लगा दिए जाने के कारण हाजिर बाजार में धनिया के भाव प्रभावित हुए लोकल मांग भी कम रही इसलिए भाव में नरमी बनी रही वर्तमान निर्यात को देखते हुए हाल फिलहाल धनिया की कीमतों में अधिक तेजी की उम्मीद तो नहीं की जा सकती। क्योंकि प्रमुख उत्पादक राज्यों की महत्वपूर्ण मंडियो में माल की कम आवक होने के बावजूद कारोबार सीमित होने से धनिया के भाव में भारी उतार चढ़ाव नहीं देखा जा रहा है और आने वाले समय में भी तेजी की उम्मीद कम ही नजर आ रही है। विगत दो माह से धनिया की कीमतों में दो से तीन रूपए प्रति किलो की तेजी मंदी के बीच बाजार चल रहे हैं पिछले सप्ताह के दौरान हाजीर वायदा बाजार में धनिया के भाव दबे रहे, दरअसल धनिया की घरेलू मांग और निर्यात मांग कुछ कमजोर पड़ गई है जिससे भाव एक निश्चित सीमा में स्थिर सा हो गया है आयात के समाचारों के चलते व्यापारियों ने अपना स्टॉक हल्का करने के लिए बिकवाली का दबाव बढ़ा दिया है जिस कारण से मंडियों में आवक में भी सुधार दर्ज किया गया है और ताजा रिपोर्ट के अनुसार बाजारों में भी धनिया के भाव 100 से 200 प्रति क्विंटल तक नीचे आ गए हैं धनिया की वर्तमान कीमतों में अभी अधिक मंदा नहीं है क्योंकि भाव न्यूनतम स्तर पर आ गए हैं। स्टॉकिस्ट भाव घटाकर बिकवाली करने के पक्ष में नहीं है कारोबारियों का मानना है कि अगस्त सितंबर माह में धनिया के भाव सीमित दायरे में रहेंगे लेकिन अक्टूबर नवंबर माह में भाव बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है क्योंकि अगस्त माह में आयाती धनिया की आवक भी कम हो जाएगी।
धनिया कीमतों में गिरावट मगर अधिक मंदे की संभावना नहीं
चालू सप्ताह के दौरान धनिया की कीमतों में नरमी रही हालांकि उत्पादक केंद्रो की मंडियों में धनिया की आवक काफी रह गई है लेकिन हाजिर और निर्यात कम होने की वजह से धनिया के दामों में गिरावट आई है लेकिन जानकारों के अनुसार धनिया के दामों में अब और मंदे की संभावना नहीं है क्योंकि उत्पादक राज्यों में पर्याप्त बारिश होने के कारण किसान खरीफ फसलो की देखभाल में व्यस्त हो गए हैं जिस कारण मंडियों में धनिया की आवक आगामी दिनों में कम ही रहेगी।
कीमतों में गिरावट
गत सप्ताह वायदा एवं हाजिर बाजार में धनिया के भाव नीचे ही रहे। वायदा बाजार में जुलाई महीने का धनिया 9362 रुपए खुलने के पश्चात सप्ताह के अंत में 7204 रुपए पर बंद हुआ। जबकि अगस्त महीने का धनिया 7460 पर खुलने के बाद सप्ताह के अंत में 7360 रुपए पर बंद हुआ। वायदा के कम दामों के समाचारों के कारण हाजिर बाजारों में धनिया की कीमतों में 100 से 200 रूपए की गिरावट दर्ज की गई। लेकिन दाम घटने के बावजूद भी व्यापार पर कोई खास असर नहीं दिखाई दिया।
आवक घटी
प्रमुख उत्पादक प्रांतों की मंडियों में धनिया की आवक कम ही हो रही है। क्योंकि धनिया के दाम उम्मीद के अनुसार नहीं मिलने से उत्पादक अपना माल बाजार में उतारने में कोई जल्दबाजी नहीं दिखा रहे हैं। घरेलू खपत कम होने के साथ-साथ व्यापारी और निर्यातक भी धनिया की खरीद में ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे हैं सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार देश में कुल उत्पादन का 80/85% माल मंडियों में आ जाने के कारण भी मंडियों में धनिया की आवक कम हो गई है चालू सीजन के दौरान देश में धनिया का कुल उत्पादन 1/1.10 लाख बोरी के आसपास होने का अनुमान है वर्तमान में गुजरात की गोंडल मंडी में धनिया की आवक 4000/4500 बोरी , राजकोट 600 बोरी, एवं जूनागढ़ में 250 बोरी की रह गई है। मध्य प्रदेश की मंडियों में भी दैनिक आवक 4500 बोरी की रह गई है जबकि राजस्थान की प्रमुख मंडियों की कुल आवक 4000 बोरी के आसपास ही है।
कीमत बढ़ने की उम्मीद
साथियों प्राप्त जानकारी के अनुसार फिलहाल धनिया के भाव अपने न्यूनतम स्तर पर बोले जा रहे हैं और भाव इससे नीचे आने की उम्मीद बहुत कम है क्योंकि आने वाले दिनों में मंडियों में आवक बहुत कम रहने की आशंका है इसके अलावा बरसात का मौसम खत्म होने के बाद निर्यातकों की मांग भी बढ़ेगी जिससे धनिया में 10 से 15 रूपए भाव बढ़ने की उम्मीद है। अगस्त और सितंबर में धनिया के भाव समिति रहने की उम्मीद है लेकिन अक्टूबर नवंबर में धनिया के दामों में कुछ तेजी देखने को मिल सकती है क्योंकि अगस्त सितंबर में बाजार में धनिया की आवक बिल्कुल कम हो गई है। वर्तमान भाव को देखते हुए अबकी बार धनिया की खेती भी बहुत ही कम होने की उम्मीद है
बीजाई पर भी पड़ेगा असर
कारोबारी का मानना है कि अगर धनिया के दामों में तेजी नहीं बनती है तो दूसरे वर्ष भी उत्पादक राज्यों में धनिया की बिजाई घट सकती है अगर धनिया के दामों में बढ़ोतरी नहीं होती है तो इसका असर उत्पादक राज्यों में बिजाई पर जरूर दिखाई देगा। धनिया की बिजाई का काम अक्टूबर नवंबर महीने में ही शुरू हो जाता है। धनिया की खेती करने वाले प्रमुख राज्यों में गुजरात मध्य प्रदेश और राजस्थान का नाम आता है प्राप्त जानकारी के अनुसार 2023 में देश में धनिया की खेती लगभग 5 लाख हेक्टेयर में की गई थी जो 2024 में घटकर अब 3.7 लाख हेक्टेयर रह गई है। अगर आने वाले समय में धनिया के दामों में सुधार नहीं होता है तो अगले साल बिजाई दर और भी घटने की उम्मीद है।
निर्यात कितना हुआ
गत सीजन में धनिया की कीमते मंदी होने के कारणहोने के कारण वर्ष 2023-2024 के दौरान धनिया का रिकॉर्ड निर्यात किया गया मसाला कंपनियों द्वारा बताए गए आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023-2024 के दौरान धनिया का निर्यात 107624 टन का हुआ जबकि 2022-23 में निर्यात 54480 टन और 2021-2022 में 48656 टन का निर्यात का किया गया था। ताजा जानकारी के अनुसार अप्रैल 2023 में धनिया का निर्यात 11486.6 टन का हुआ था जो कि अप्रैल 2024 में घटकर सिर्फ 6054.50 टन का ही रह गया। वर्तमान वर्ष में अप्रैल में धनिया का निर्यात बहुत ही प्रभावित हुआ है जो पिछले साल अप्रैल से बहुत ही ज्यादा कम है। दोस्तों यह थी धनिया की अभी तक की लेटेस्ट रिपोर्ट आखिर में आपसे निवेदन है कि किसी भी रिपोर्ट को लेकर आप भ्रमित ना हो यह जानकारी विशेषज्ञों के सहयोग से आप तक पहुंचाई गई है ।दी गई जानकारी पूर्वानुमान पर आधारित होती है बाद में कई बार परिस्थितियां बदल जाती इसलिए कोई भी सौदा आप अपने विवेक और सूझबूझ से कीजिए। बाकि व्यापार अपने विवेक से करे
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मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।