क्या आपको अभी सरसों बेच देनी चाहिए। जाने आज की सरसों की तेजी मंदी रिपोर्ट में
किसान साथियो और व्यापारी भाइयों मंडी भाव टुडे पर हमने अपनी कल की रिपोर्ट में ही बता दिया था कि सरसों में आयी यह तेजी टिकाऊ नहीं है। विदेशी बाजारों में हो रही भारी गिरावट सरसों के भाव को प्रभावित करेगी ही करेगी। मंगलवार के बाजार की चाल ने हमारी बतायी हुई बात पर मुहर लगा दी। शुरुआत में बाजार तेज दिख रहा था लेकिन शाम होते होते बाजार गिरावट की तरफ मुड़ गया। अब फिर से घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार से कुछ ऐसी खबरें आ रही हैं जो बाजार को प्रभावित कर सकती है और जिनका जानना आपके लिए बहुत जरूरी है। आज की रिपोर्ट में हम इन सारी खबरों और तेल तिलहन के बाजार की चाल को आने वाले समय के हिसाब से समझने की कोशिश करेंगे।
ताजा मार्केट अपडेट
सोमवार को जयपुर में सरसों 6125 के भाव पर बंद हुई थी जो कि मंगलवार को बाजार बंद होने के समय कमजोर होकर 6075 के स्तर पर पहुंच गई। इसी तरह से भरतपुर के बाजार ने सोमवार को जो 5760 का स्तर दिखाया था वहाँ से लुढ़क कर अब यह 5690 पर आ गया है। दिल्ली लॉरेंस रोड़ पर भी सरसों के भाव उपर से 25 रुपये फिसल कर 600 के स्तर पर आ गए। और इतनी ही गिरावट च दादरी मंडी में में भी देखने को मिली जहां पर सरसों का भाव 42 लैब में 5975 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। कुल मिलाकर चौतरफा गिरावट का माहौल देखने को मिला है। गिरावट की मुख्य वज़ह जैसा कि हमने बताया विदेशी बाजारों में गिरावट का होना ही है। अमेरिका में कल सोया तेल के वायदा बाजार खुले तो बाजार ने रिकॉर्ड कमजोरी दिखाई और एक समय पर भाव 39 सेन्ट के नीचे फिसल गए थे। हालांकि बाद में बाजार ने थोड़ा रिकवर जरूर किया लेकिन बाजार का सेंटिमेंट चेंज नहीं हुआ। इसी के चलते भारत में शाम को तिलहन के बाजार और टूट गए। मंगलवार को सरसों के आवक में थोड़ी और बढ़ोतरी देखने को मिली और सरसों की आवक 3 लाख बोरी के पार हो गई।
प्लांटों पर क्या रहा रूझान
विदेशी बाजारों में कमजोरी को देखते हुए ब्रांडेड तेल मिलों ने सरसों के भाव में मंगलवार को कटौती कर दी। सलोनी प्लांट पर सरसों के भाव ₹25 टूटकर 6500 के स्तर पर आ गए। इसके अलावा आगरा में शारदा प्लांट पर सरसों 6325 के स्तर पर रही और यहां पर भी ₹25 की गिरावट देखने को मिली। अदानी बूंदी और अलवर प्लांट पर सरसों के भाव 6100 के। रहे गोयल कोटा प्लांट पर सरसों के भाव में कोई बड़ी घट बढ़ नहीं हुई और भाव 5925 पर स्थिर रहे।
हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर में सरसों के भाव 50 रुपये तक कमजोर हुए हैं हाजिर मंडियों के टॉप भाव को देखें तो सिरसा मंडी में सरसों का रेट 5700, ऐलनाबाद मंडी में 5601, हिसार में 5500 बरवाला एन 5550, पोरसा में 5375, खैरथल में 5700 अशोकनगर में 5450, अलीगढ़ में 5350, मुरैना में 5400, गंगापुर सिटी में 5825, सोख में 5800, नोहर मंडी में 5711, आदमपुर मंडी में 5526 लैब 40, भट्टू मंडी में सरसों का रेट 5650, बीकानेर में सरसों 5301, श्री विजयनगर मंडी में सरसों का रेट 5253 गोलूवाला मंडी में सरसों का भाव 5635, पीलीबंगा में 5446श्री गंगानगर मंडी में सरसों का रेट 5568 नोहर मंडी में सरसों का रेट 5711 और सिवानी मंडी में सरसों का भाव 5750 रुपए 40 लैब में दर्ज किया गया।
विदेशी बाजारों की अपडेट
विदेशी बाजार में खाद्वय तेलों की कीमतों में दूसरे दिन भी गिरावट का दौर जारी रहा। एक तरफ जहां मलेशियाई में पाम तेल के दाम 2 % से ज्यादा कमजोर हुए, वहीँ शिकागो में भी सोया तेल की कीमतों में 2.31 % से ज्यादा का मंदा आया। जानकारों का कहना है कि विश्व बाजार में सोया और पाम की उपलब्धता ज्यादा होने के कारण खाद्वय तेलों की कीमतों पर दबाव है। मलेशिया में वायदा कारोबार में मंगलवार को लगातार दूसरे सत्र में गिरावट जारी रही, तथा इसके भाव सात महिने के न्यूनतम स्तर पर बंद हुए। बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव एक्सचेंज, BMD पर अक्टूबर महीने डिलीवरी के पाम तेल के वायदा अनुबंध में 80 रिगिंट यानी की 2.11 % की गिरावट के बाद भाव 3,707 रिगिंट प्रति टन पर बंद हुए। चीन के डालियान के सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध में 2.42 % की कमजोरी आई, और इसके पाम तेज वायदा अनुबंध में भी 3.31 % की भारी गिरावट आई। इस दौरान शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड पर सोया तेल की कीमतों में 2.31 % की गिरावट दर्ज की गई।
कई दिनों से तेज हो रही पाम तेल के व्यापार की मुद्रा रिगिंट डॉलर के मुकाबले 1.13 % कमजोर हुई, जिस कारण आयातकों के लिए पाम का आयात थोड़ा सस्ता हो गया। रॉयटर्स के सर्वेक्षण के अनुसार, मलेशिया में पाम तेल के भंडार में लगातार तीन महीनों की बढ़ोतरी के बाद पहली बार जुलाई में गिरावट आने की उम्मीद है। मलेशियाई पाम ऑयल बोर्ड 12 अगस्त को अपना मासिक डेटा जारी करने वाला है। जिसके बाद ही पाम तेल की आगे की दिशा दशा साफ़ होगी।
तेल और खल के भाव
मंगलवार को जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर के भाव स्थिर रहे । सरसों तेल कच्ची घानी के भाव 1,171 रुपये प्रति 10 किलो पर स्थिर रहे जबकि सरसों एक्सपेलर तेल के दाम भी इस दौरान 1,161 रुपये प्रति 10 किलो के स्तर पर स्थिर ही बने रहे। हालांकि जयपुर में मंगलवार को सरसों खल के भाव में गिरावट हुई और भाव 10 रुपये कमजोर होकर 2,570 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
सरसों की आवक
सरसों की आवक ने कई दिनों बाद फिर से 3 लाख बोरी का आंकड़ा छू लिया। सोमवार को सरसों की आवक 2.90 लाख बोरियों की ही हुई थी। राज्यवार आवक को देखें तो राजस्थान की मंडियों में सरसों की आवक 1.70 लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 25 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 35 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 10 हजार बोरी तथा गुजरात में 10 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 50 हजार बोरियों की आवक हुई।
क्या सरसों में और गिरावट आएगी
किसान साथियो सरसों के बाजार में माहौल तेज गति से बदल रहा है। जैसे ही बाजार में मंदी का माहौल बनता है सरसों की आवक कम हो जाती है और व्यापरियों को मजबूरन भाव फिर से बढ़ाना पड़ रहा है। और ज्यादा तेजी इसलिए नहीं आ रही है क्योंकि व्यापरियों और तेल मिलों को ऊंचे भाव में पड़ते नहीं लग रहे हैं। इसलिए सरसों का बाजार 3 महीनों से सीमित रेंज में कारोबार कर रहा है। साथियो अब यहां पर गौर करने वाली बात यह है कि अप्रैल महीने के बाद से पाम तेल के भाव 10% तक टूट चुके हैं और सोया तेल के भाव 20% तक कमजोर हो चुके हैं। अब आप खुद सोचिए कि जब सस्ते तेलों का इतनी भारी मात्रा में आयात हो रहा है तो क्या ऐसा हो सकता है कि सरसों तेल का भाव ना टूटे। हम मानते हैं कि सरसों की आवक लगातार कम चल रही है लेकिन विदेशी बाजारों में आ रही कमजोरी कहीं ना कहीं सरसों और सरसों तेल के भाव पर दबाव जरूर बनाएगी। इसलिए यहां से आगे आप बड़ी तेजी मानकर ना चलिए। अगर आवक और टूटती है तो हो सकता है कि भाव में कमजोरी ना आए लेकिन विदेशी बाजार अगर नहीं सुधरते हैं तो धीरे-धीरे सरसों में मजबूती का फंडामेंटल कमजोर हो जाएगा और भाव में गिरावट हो सकती है। सरसों के भाव जयपुर में फिर से MSP की तरफ जा सकते हैं। इसलिए आपको सरसों में 6000 का भाव मानिटर करते रहना चाहिए और जैसे ही भाव इसके नीचे जाए माल निकाल देना चाहिए। व्यापार अपने विवेक से करें।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।