क्या कहते है ग्वार के निर्यात आंकड़े। फिर से सुधर सकता है ग्वार का भाव | जाने क्या है इसकी वज़ह

 

किसान साथियो और व्यापारी भाइयो, कई दिनों से हम हमारे ग्वार के किसानों और व्यापारियों के लिए रिपोर्ट रखने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन मंडियों में गेहूं की जबरदस्त आवक रहने और अन्य फसलों की  डिमांड कमजोर रहने के चलते बाकी फसलों की बाजार सुस्त चल रहे हैं। खास तौर पर ग्वार के भाव पिछले 20 दिन में 200 रुपये तक टूट चुके हैं। इसी तरह से ग्वार गम के भाव भी 10 हजार से नीचे फिसल गए हैं। इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चल रही टेरिफ वॉर ने भारत से निर्यात किए जाने वाले कृषि उत्पादों को काफी नुकसान दिया है। आज की रिपोर्ट में हम ग्वार के बाजार को समझने को कोशिश करेंगे।

हाजिर मंडियों में क्या चल रहे हैं भाव
मंडियों के भाव को देखें तो कल गुरुवार को सिरसा मंडी में ग्वार का रेट ₹ 4400 से ₹ 4910, देवली टोंक मंडी में ₹ 4000 से ₹ 4500, ऐलनाबाद मंडी में ₹ 4500 से ₹ 4921, बीकानेर मंडी में ₹ 4800 से ₹ 5050, गोलूवाला मंडी में ₹ 4925 से ₹ 4950, आदमपुर मंडी में ₹ 4900 (बोली), और नोहर मंडी में ग्वार का रेट ₹ 4800 से ₹ 4990 रुपये प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया।


ग्वार मील के निर्यात पर क्या है रिपोर्ट
भारत जो ग्वार, ग्वार गम और ग्वार मील का दुनिया में सबसे प्रमुख उत्पादक और निर्यातक देश है। अगर 2024-25 के वित्त वर्ष में ग्वार मील का निर्यात प्रदर्शन को देखें तो अब तक निर्यात सामान्य स्तर पर बना हुआ है। केन्द्रीय वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 के बीच भारत ने कुल 1,73,938 टन ग्वार मील का निर्यात किया है।

पिछले साल यानि कि 2023-24 की इसी अवधि के निर्यात से तुलना करें तो इस साल का निर्यात पिछले साल के 1,76,485 टन से केवल 2,547 टन कम है, हालांकि यह 2022-23 की समान अवधि में हुए 1,65,003 टन निर्यात की तुलना में यह अधिक है।  नोट :- अगर आपको धान, चावल, सरसों, सोयाबीन, और चना के लाइव भाव चाइये तो आप 500 रुपए दे कर 6 महीनो तक लाइव भाव की सर्विस ले सकते है | जिन्हे लेनी है वही व्हाट्सअप पर मैसेज करे  9729757540 इस नंबर पर खाली भाव पूछने के लिए काल या मैसेज ना करे  |   

साल 2023-24 में भारत से कुल 2,07,471 टन ग्वार मील का शिपमेंट हुआ था। जब कि, 2021-22 में यह आंकड़ा केवल 94,174 टन रहा था। साफ़ है कि भारत से ग्वार मील का निर्यात लगातार बढ़ रहा है। हालांकि ग्वार के भाव है कि सुधरने का नाम नहीं ले रहे । अगर महीना दर महीना निर्यात के को देख तो आंकड़े इस प्रकार हैं

महीना-वार ग्वार मील निर्यात (2024-25):
अप्रैल: 18,102 टन
मई: 27,155 टन
जून: 15,012 टन
जुलाई: 23,088 टन
अगस्त: 14,111 टन
सितम्बर: 15,903 टन
अक्टूबर: 25,583 टन
नवम्बर: 10,306 टन
दिसम्बर: 16,964 टन
जनवरी: 17,714 टन

इन आंकड़ों से यह साफ है कि मई को छोड़ दें तो अप्रैल से नवम्बर 2024 के बीच ज्यादातर महीनों में ग्वार मील के शिपमेंट कमजोर रही, जबकि दिसम्बर और जनवरी में शिपमेंट में फिर से तेजी आई है। फरवरी और मार्च 2025 के आंकड़े अभी आने बाकी हैं, लेकिन अब तक के आंकड़ों से अनुमान लगाया जा रहा है कि 2024-25 का कुल निर्यात 2023-24 के करीब ही रहेगा।

ग्वार में बन सकता है सुधार
भारत में ग्वार उत्पादन का लगभग 70-75% हिस्सा राजस्थान से आता है, जबकि बाकी 25-30% हरियाणा और गुजरात जैसे राज्यों से प्राप्त होता है।  पिछले दिनों हुई पिटाई के बाद अब ग्वार के भाव फिर से सुधार की तरफ जा सकते हैं । ग्वार मील के निर्यात आँकड़े ठीक ठाक है और इस आधार पर गिरावट रुक जानी चाहिए । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केवल ग्वार मील ही नहीं, बल्कि ग्वार गम का भी भारत से निर्यात बड़े स्तर पर किया जाता है। पिछले कई दिनों से चल रहे टैरिफ वार के कारण ग्वार के भाव में इस तरह की गिरावट देखने को मिली है। लेकिन अब परिस्थियों में सुधार हो रहा है । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ग्वार गम का ज्यादातर निर्यात अमेरिका को ही होता है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत पर लगने वाले टेरिफ को 9 जुलाई तक स्थगित कर दिया है। अब उम्मीद बन रही है कि ग्वार और ग्वार गम के भाव में फिर से सुधार देखने को मिलेगा।  नोट :- अगर आपको धान, चावल, सरसों, सोयाबीन, और चना के लाइव भाव चाइये तो आप 500 रुपए दे कर 6 महीनो तक लाइव भाव की सर्विस ले सकते है | जिन्हे लेनी है वही व्हाट्सअप पर मैसेज करे  9729757540 इस नंबर पर खाली भाव पूछने के लिए काल या मैसेज ना करे  |   

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।