सोया पाम ज्यादा तेजी मंदी नहीं | देखे सोया पाम तेलों की तेजी मंदी रिपोर्ट
किसान साथियो आप की जानकारी के लिए बता दे की विदेशी बाजारों में गिरावट बढ़ने के कारण घरेलू बाजार में सोया पाम तेलों में सोमवार को गिरावट आई है। किसान साथियो बता दे की अमेरिकी बैंकों के दिवालिया होने की संख्या बढ़ने की आशंका से वैश्विक आर्थिक मंदी की दहशत बढ़ने लगी है। साथयो मलेशिया से पाम तेल के निर्यात में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। साथियो भारत में फरवरी में मासिक खपत 1.5 लाख टन की तुलना मे 3.62 लाख टन पाम तेल आयात किया है जो की लगभग साढ़े तीन से चार महीने की खपत के लिए काफी है। साथियो इस दौरान में वैश्विक गिरावट से घरेलू बाजार और अधिक दबाव में दिखाई दे रहे है। KLC में 3800 रिंगित से नीचे जाने की धारणा बढ़ रही है। साथियो आप को बता की मार्च के बाद विदेशी तेलों के आयात पर शुल्क लगना शुरू होगा तथा भारतीय किसानों को सरसों सोयाबीन के भाव मजबूत करने के लिए पाम तेल आयात पर शुल्क बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। साथियो इसलिए मार्च के बाद पाम तेल में सुधार होने की संभावना बनती है और तब तक घरेलू बाजार में पाम तेल में ज्यादा घट बढ़ न हो कर सीमित दायरे में रह सकता है। WhatsApp पर भाव पाने के लिए ग्रुप join करे
साथियो सोमवार को हल्दिया बंदरगाह पर CPO 865 पर स्थिर रहा जबकि मुंबई और राजकोट मंडी में पाम तेल में 5 रु प्रति दस किलो तक की गिरावट आई है। साथियो वहीं अमेरिका के कृषि विभाग द्वारा तेल तिलहन की वैश्विक आपूर्ति घटाए जाने और अर्जेंटीना में सोयाबीन फसल उत्पादन घटने से घरेलू बाजार में सोया तेल को निचले स्तर पर मजबूती मिली है। साथियो इसलिए सोया तेल में मामूली तेजी मंदी हो रही है। साथियो कीर्ति प्लांट में सोया तेल में 10 रु की वृद्धि हुई है तथा सोयाबीन के भाव में 40 रु तक की तेजी आय है। हालांकि मध्य प्रदेश और गुजरात के प्लांट में भाव कुछ कमजोर रहे है। कीर्ति प्लांट में सोयाबीन का भाव 5410 से 5430 रु और तेल 1050 से 1055 रु दर्ज हुआ। साथियो अभी हफ़्ता या दस दिन तक सोया तेल में सीमित उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है। लंबी अवधि में सोया पाम तेलों में मंदा होने की संभावना नहीं है। बासमती किसानों के लिए जरूरी रिपोर्ट | अगर बासमती धान रखा हुआ है तो यह रिपोर्ट जरूर देख लें