प्याज के भाव पर आया आवक का दबाव | जाने मंडियों से क्या मिल रही है रिपोर्ट

 

नमस्कार किसान साथियों और व्यापारी भाइयों , स्वागत है आपका मंडी भाव टुडे रिपोर्ट पर। आज तारीख है 21 नवंबर 2024 और दिन है बृहस्पतिवार (Thursday)। इस रिपोर्ट में हम आपको आजादपुर मंडी के प्याज के भाव और बाजार की वर्तमान स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे।

आजादपुर मंडी में आज प्याज की कई किस्में बिक रही हैं। जहां एक ओर प्याज के अच्छे माल की मांग बनी हुई है, वहीं दूसरी ओर कमजोर या छोटे माल के भाव थोड़े कम हैं। जैसे कि बादशाह बीज का प्याज, जो आज 1160 रुपये प्रति मन 40 kg के आसपास बिक रहा है। वहीं, कुछ अन्य प्याज के प्रकार 1600 से 1700 रुपये प्रति मन 40 kg के आसपास बिक रहे हैं।

दिल्ली मंडी में आवक

दिल्ली के आजादपुर मंडी में आज लगभग 31,000 कट्टा प्याज आ चुका है, और 4,000 कट्टा कल का बैलेंस था जो अब तक बाकी है। इस समय ताजी गाड़ियों की आवक नहीं हो रही है, क्योंकि पुराने माल या नए माल की गाड़ियों का पूरा लोड दिल्ली में नहीं आ रहा है।

प्याज के माल की गुणवत्ता और भाव: इस समय मंडी में प्याज के अच्छे माल की डिमांड बहुत ज्यादा है। व्यापारियों और ग्राहकों द्वारा अच्छे प्याज की लगातार खरीदारी हो रही है। बाजार में प्याज की विभिन्न श्रेणियां देखी जा रही हैं। छोटे माल की कीमत 1300 से 1400 रुपये प्रति मन 40 kg के आसपास है, जबकि मीडियम माल का भाव 1400 से 1500 रुपये प्रति मन 40 kg तक है। अच्छे और बेहतर गुणवत्ता वाले प्याज के दाम 1600 से 1700 रुपये प्रति मन 40 kg तक पहुंच रहे हैं।

मध्य प्रदेश के पुराने माल की बात करें तो वे 35 से 44 किलो प्रति कट्टा के हिसाब से बिक रहे हैं। वहीं, अगर बात करें दिल्ली में बिक रहे माल की तो वह गुणवत्ता के हिसाब से 40 से 45 रुपये प्रति किलो तक बिकते हैं। दिसंबर के महीने में महाराष्ट्र और गुजरात के माल की आवक बढ़ेगी, जिससे मंडी में माल की स्थिति बेहतर होगी।

अलवर के माल की कीमत की बात करें तो, वह 1,400 से लेकर 1,600 रुपये प्रति मन 40 kg बिक रहा है। हालांकि, कच्चे माल की आवक से बाजार प्रभावित हो रहा है, क्योंकि ऐसे माल की लोडिंग नहीं हो पा रही है। पुराने माल की बात करें तो वह 40 से 45 रुपये प्रति किलो तक बिक रहे हैं,

पुना के माल का भाव 45 से 50 रुपये प्रति किलो है।

मंडी में जो प्याज आ रहा है, वह पका हुआ और अच्छी गुणवत्ता का है। हालांकि, छोटे माल में थोड़ी नमी और गीले पत्ते हैं, लेकिन पका हुआ माल अच्छे दामों पर बिक रहा है। किसानों द्वारा इस समय अच्छे क्वालिटी वाले प्याज की आपूर्ति की जा रही है, जिससे दाम भी अच्छे मिल रहे हैं।
अलवर की प्याज की क्वालिटी इन दिनों ठीक रही है, हालांकि कच्चे और पक्के माल की समस्या बनी हुई है। कच्चे और पक्के माल से भरे हुए लॉट, खासकर यदि घिसे हुए बाल और खराब माल आते हैं, तो इनकी क्वालिटी को सही तरीके से लाकर अच्छे दाम मिल सकते हैं। लेकिन जब खराब माल मंडियों में आता है, तो उसकी कीमतों में गिरावट आ जाती है। दिल्ली मंडी में यह समस्या और भी बढ़ गई है क्योंकि वहां से अलवर के माल की क्वालिटी खराब हो रही है। मंडियों में बेकार माल डालने का असर सीधा बाजार पर पड़ता है।

महाराष्ट्र के चुनाव और एक्सपोर्ट की स्थिति: महाराष्ट्र के चुनाव और एक्सपोर्ट बंद होने के कारण कुछ घबराहट थी, लेकिन अब वह स्थिति बेहतर हो रही है। किसानों और व्यापारियों को अब चिंता कम हो रही है और स्थिति सामान्य होती दिखाई दे रही है। इसके अलावा, अगले 15 दिनों के बाद गुजरात, नासिक और अन्य इलाकों से प्याज का आना शुरू हो जाएगा । इस समय महाराष्ट्र के प्याज की निर्यात पर असर पड़ा था, लेकिन अब स्थिति में सुधार हो रहा है।

दिसंबर तक बाजार में अलबर (early) वाली प्याज की भारी आपूर्ति हो सकती है। नवंबर और दिसंबर तक पुराने प्याज की मांग बनी रहेगी, और अगले महीने की 15 तारीख से गुजरात और अन्य इलाकों से प्याज की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। व्यापारियों का मानना है कि इस साल प्याज की कीमतें अच्छे रहने की संभावना है, और किसानों को अच्छे दाम मिल सकते हैं।

प्याज की मंडी और भाव

मध्य प्रदेश में प्याज के भाव के बारे में बात करें तो, वर्तमान में यह 1700 से 1800 रुपये प्रति मन 40 kg के बीच बिक रहा है। हालांकि, अब इसकी डिमांड में कमी आ गई है। जिन मालों की गुणवत्ता बेहतर है, वे 2200 रुपये प्रति मन 40 kg तक बिकते थे। अब जो प्याज आ रहे हैं, उनमें भी लाल प्याज के अच्छे लॉट आ रहे हैं, जिनकी गुणवत्ता बेहतरीन है।

सरकारी नीतियों का प्रभाव

दिल्ली में प्याज की रैंकिंग की बात करें तो, एक बार एक रैंक लगा था, जिसे सरकार ने ले लिया। अब सरकारी खरीद के जरिए प्याज का भाव तय किया जा रहा है, नेफेड और एनसीसीएफ की भूमिका भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इनकी ओर से प्याज की रेलगाड़ियां दिल्ली में पहुंच रही हैं। दिल्ली में प्याज के स्टॉक को लेकर सरकार और व्यापारियों के बीच निरंतर बातचीत हो रही है। प्याज का सही रेट सुनिश्चित करने के लिए सरकार को एक स्थिर नीति की आवश्यकता है, ताकि आम आदमी को सही मूल्य पर प्याज मिल सके और किसानों को भी उचित मूल्य मिले।

बांग्लादेश में प्याज का बाजार

प्याज के बाजार में बांग्लादेश का भी असर है, जहां कुछ दिन पहले बांग्लादेशी टका की कीमत 70 से 80 टका तक थी, जो अब बढ़कर 100 से 105 टका तक पहुंच गई है। इसके कारण, भारत के प्याज बाजार में दबाव देखा गया है, क्योंकि बांग्लादेश की मांग कम हो गई है।

किसान भाईयों के लिए इस वर्ष का सीजन अच्छा साबित हुआ है। किसानों के चेहरों पर हंसी और खुशी है क्योंकि उन्हें अच्छा भाव मिल रहा है। प्याज का उत्पादन और मूल्य दोनों ही बेहतर रहे हैं, जिससे किसानों को भी लाभ हुआ है। बाजार में फिलहाल तेजी की संभावना नहीं दिख रही है क्योंकि विभिन्न राज्यों से माल आने की तैयारी हो रही है। गुजरात और महाराष्ट्र के माल भी जल्द ही मंडियों में पहुंचने की संभावना है, जिससे आपूर्ति में वृद्धि होगी। इस समय बाजार में भाव स्थिर बने रहने की उम्मीद है, लेकिन यह स्थिति तब तक रहेगी जब तक कोई बड़ी आपूर्ति या मांग में बदलाव न हो।

क्योंकि इस बार किसान प्याज की खेती में उच्च लागत का सामना कर रहे हैं। बीज, खाद और अन्य कृषि सामग्री की कीमतें बढ़ने के कारण उनकी लागत बढ़ गई है। बारिशों के कारण पहले लगाए गए बीज भी खराब हो गए थे, जिससे किसानों को दोबारा बीज लगाने पड़े। इस बढ़ती लागत को देखते हुए, सरकार से यह अपेक्षाएं हैं कि प्याज के एक्सपोर्ट की नीति को बनाए रखा जाए, ताकि किसानों को एक न्यूनतम लाभ मिल सके

कई व्यापारी समझदारी से काम करते हुए कम मात्रा में माल भेज रहे हैं, ताकि मांग और आपूर्ति में संतुलन बना रहे। अगर एक मंडी में एक लाख कट्टा की खपत है और वहां ढाई लाख कट्टा माल भेज दिया जाता है, तो आपूर्ति के बढ़ने से कीमतों में गिरावट आ जाती है। इस स्थिति को रोकने के लिए व्यापारी लिमिटेड माल भेज रहे हैं, ताकि बाजार में कीमतों में असंतुलन न हो और भाव स्थिर रहे।

👉 चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट

👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव

👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें

About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।