लगातार सुधर रहे हैं सरसों के भाव | सरसों के बाजार में कैसा है माहौल | देखें सरसों की तेजी मंदी रिपोर्ट

 

सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट : किसान साथियो मंडी भाव टुडे पर हम हमेशा यही कोशिश करते हैं कि आपको सरसों और धान के बाजार की सही समय पर अपडेट दी जाए ताकि आप खरीदने और बेचने का निर्णय ले सकें। साथियो आमतौर पर घरेलू बाजार और विदेशी बाजारों में चल रही खबरों के अलावा मौसमी डिमांड और सप्लाई से इन फसलों के भाव प्रभावित होते हैं। आज के सन्दर्भ में देखा जाए तो घरेलू और विदेशी बाजारों में ऐसी खबरें चल रही हैं जिनके कारण यह बताना मुश्किल हो रहा कि सरसों के भाव किस तरफ जाएंगे। क्योंकि कुछ खबरें ऐसी हैं जो मार्केट को उपर की तरफ खींच सकती हैं और कुछ ऐसी बातें भी हैं जो मंदी की तरफ इशारा कर रही हैं। आज की रिपोर्ट में हम इन दोनों तरह की खबरों का विश्लेषण करके तेजी मंदी का रूझान जानने के कोशिश करेंगे। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें

ताजा मार्केट अपडेट
किसान साथियो उत्तर भारत में भयंकर वाली गर्मी पड़ रही है। गर्मी के मौसम में अमूमन खाद्य तेलों की डिमांड सबसे कम रहती है। यही कारण है कि अमेरिकी बाजार में सोया तेल के भाव में 25 प्रतिशत उछाल आने के बावजूद भारत में सरसों के भाव रेंग रेंग कर आगे बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को तेल मिलों की मांग बढ़ने से घरेलू बाजार में सरसों की कीमतों में मामूली सुधार देखने को मिला । जयपुर में 42 कंडीशन की सरसों के भाव 50 रुपये बढ़कर 5,350 रुपये प्रति क्विटल हो गए। भरतपुर में भी पूरे दिन हुए उतार चढाव के बाद सरसों के भाव में 19 रुपये की तेजी के बाद अंत में भाव 5030 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए। दिल्ली लॉरेंस रोड़ पर सरसों के भाव में कोई सुधार नहीं हुआ और भाव 4850 के स्तर पर स्थिर बने रहे। सरसों उत्पादक राज्यों में मौसम साफ़ बना रहने के कारण सरसों की दैनिक आवक बढ़कर पांच लाख बोरियों की हुई ।

प्लांटों पर क्या रहे भाव
ब्रांडेड तेल मिलों पर भाव की बात करें तो सलोनी प्लान्ट पर सरसों का भाव खुलते ही 25 रुपये तेज हुए थे। शाम होते होते इसमे और सुधार हुआ और भाव 5750 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पहुँच गए  आगरा में BP और शारदा प्लान्ट पर सरसों का भाव 50 रुपये तेज होकर 5500 के स्तर पर पर पहुँच गया । अडानी अलवर और बूंदी प्लान्ट पर सरसों के भाव में 5250 पर स्थिर रहे।

हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों के ताजा भाव की बात करें तो राजस्थान की नोहर मंडी में सरसों का रेट 4700, रायसिंहनगर मंडी में सरसों का रेट 4808, संगरिया मंडी में सरसों का रेट 4749, जैतसर मंडी में सरसों का रेट 4728, पदमपुर मंडी में सरसों का भाव 4767, रावला मंडी में सरसों का प्राइस 4840, श्री विजयनगर मंडी में सरसों का रेट 4712, श्री गंगानगर मंडी में सरसों का रेट 4813, मेड़ता मंडी में सरसों का रेट 4711 रुपये प्रति क्विंटल तक दर्ज किय गया। हरियाणा की मंडियों की बात करें तो ऐलनाबाद मंडी में सरसों का रेट 4795, आदमपुर मंडी में सरसों का रेट 4954, सिवानी मंडी में सरसों का रेट 4950 और सिरसा मंडी में सरसों का भाव 4740 रुपये प्रति क्विंटल तक रहा ।

विदेशी बाजारों में सुधार
लगातार तीन सत्रों की गिरावट के बाद शुक्रवार को मलेशियाई पाम तेल वायदा में तेजी फिर से लौटती दिखाईं दी। बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (बीएमडी) पर सितंबर महीने के वायदा अनुबंध में पाम तेल के दाम 62 रिंगिट यानी 1.74 % तेज होकर 3,624 रिंगिट प्रति टन हो गए। मलेशिया के व्यापार की अनुबंध मुद्रा रिंगिट, शुरुआती कारोबार में 11 नवंबर, 2022 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई तथा कमजोर रिंगिट से आयातकों के लिए पाम तेल सस्ता हो गया है। अमेरिका के बाजार की बात करें तो शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड(CBOT) में सोया तेल की कीमतें 3.86 % तेज हुई। डालियान कमोडिटी ड्रैगन बोट फेस्टिवल की छुट्टियों के अवकाश के कारण बंद रहा।

जून महीने में बढ़ा पाम का आयात
जानकारों के अनुसार जून में भारत में पाम तेल का आयात पिछले महीने की समान अवधि की तुलना में 46 फीसदी बढ़कर तीन महीने में सबसे अधिक हो जाएगा, क्योंकि नीचे दाम होने के कारण आयातकों की खरीद इस दौरान ज्यादा हुई है।

घरेलू बाजार में सुधरे तेल और खल के भाव
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन 4-4 रुपये तेज होकर भाव क्रमश - 985 रुपये और 975 रुपये प्रति 10 किलो हो गए । इस दौरान सरसों खल के दाम 10 रुपये तेज होकर 2565 रुपये प्रति क्विटल हो गए।

सरसों में आगे भी जारी रह सकता है सुधार
किसान साथियो विदेशी बाजारों के माहौल को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि आने वाले कुछ दिनों में सरसों के भाव जयपुर में 5500 रुपये प्रति क्विंटल का स्तर छू सकते हैं। लेकिन एक दम से ऐसा सुधार नहीं होगा इसमें सुधार की गति काफी धीमी रहने वाली है। व्यापारियों के विश्व बाजार में खाद्वय तेलों की कीमतों में लगातार दो दिनों की गिरावट के बाद तेजी आई है, जिससे घरेलू बाजार में सरसों एवं तेल की कीमतों में यह सुधार बना है। मौसम के साफ़ होते ही उत्पादक राज्यों में सरसों की दैनिक आवकों में सुधार आया है। अगर आवक और बढ़ती है तो इसका दबाव भाव पर दिख सकता है। व्यापारियों के अनुसार सरसों का बकाया स्टॉक उत्पादक राज्यों में ज्यादा है इसलिए इसकी दैनिक आवक अभी बनी रहने के आसार हैं। अगले साल चुनाव होने वाले हैं और सरकार तेल के भाव को कम रखने का भरसक प्रयास करेगी। ऐसे में बहुत बड़ी तेजी की उम्मीद कम ही है। लेकिन अगर बाजार में आज थोड़ी बहुत भी तेजी बनती है तो 5500 का स्तर दूर नहीं है । इसलिए मंडी भाव टुडे का मानना है कि 5500 का भाव आते ही सरसों को निकाला जा सकता है। व्यापार अपने विवेक से करें

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।