सरसों के भाव ने लगाया गोता | सरसों में कब रुकेगी गिरावट | जाने आज की रिपोर्ट में

 

किसान साथियों हमने अपनी कल की रिपोर्ट में ही बता दिया था कि यह हफ्ता सरसों के बाजार के लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाला है। आप देख ही रहे हैं कि बाजार की दिशा बदल रही है। तेजी का माहौल गिरावट की तरफ जा रहा है। हमने कल ही बता दिया है कि सरसों के भाव में गिरावट हो सकती है। बाजार में ठीक ऐसा ही देखने को मिला भी। सरसों के भाव 50 से लेकर 100 रुपए तक लुढ़क गए। सुबह के सत्र में ही सरसों के भाव की पिटाई शुरू हो गई थी जो कि शाम तक लगातार चलती रही। गिरावट की बड़ी वजह मलेशिया की बाजार में गिरावट और अमेरिका में सोया तेल के भाव में गिरावट को बताया जा रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मलेशिया का बाजार सुबह से ही दबाव में दिख रहा था बाजार में लगभग 2% के आसपास की गिरावट थी। शाम होते-होते गिरावट में थोड़ी कमी देखने को मिली और अंत में बाजार बहुत कम गिरावट के साथ बंद हुआ। लेकिन दोस्तों बुरी बात यह है कि मलेशिया ने जहां शाम को रिकवर किया वहीं अमेरिका में सोया तेल के भाव में भारी गिरावट देखने को मिली है। यह गिरावट लगभग 4% के आसपास है। इस भारी गिरावट को देखते हुए भावना बन रही है कि आज भी सरसों का बाजार दबाव में ही दिखाई देगा। आज की रिपोर्ट में हम सरसों के बाजार की सारी हलचल को कवर करेंगे और आपके सामने स्थिति को साफ करेंगे कि सरसों में और गिरावट आनी बाकी है या फिर यहां से भाव सुधर जाएगा। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करे

ताजा मार्केट अपडेट
किसान साथियों मंगलवार का दिन लगातार दूसरा दिन था जब तेल तिलहन के भाव में कमजोरी दर्ज की गई। विदेशी बाजारों में तेल-तिलहन के दाम धराशायी होने से घरेलू बाजारों मे मूंगफली को छोड़कर बाकी सभी तेल-तिलहन के दाम औंधे मुंह गिरे जिससे सरसों एवं सोयाबीन तेल-तिलहन, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल में जबर्दस्त गिरावट आई। जयपुर में कंडीशन 42% सरसों के भाव 6150 से गिरकर 6025 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। सरसों के बाजार में लगभग 125 रुपए की कमजोरी देखने को मिली। इसी तरह से भरतपुर मंडी में भी गिरावट का माहौल देखने को मिला भरतपुर में सरसों के भाव गिरकर 5700 के स्तर पर पहुंच गए। लॉरेंस रोड दिल्ली में सरसों के भाव 5950 के रहे और यहां पर ₹50 की गिरावट देखने को मिली। बात चरखी दादरी की करें तो यहां पर भी सरसों का भाव ₹100 गिरकर 6000 के स्तर पर आ गया। अन्य मुख्य मंडियों की बात करें तो गंगापुर में सरसों का रेट 5750, पोरसा में 5525, कोटा में 5650, बारां में 5600, श्योपुर में 5600 मुरैना में पीली सरसों 6500, हिसार में 5550, बरवाला में 5780 और रेवाड़ी में 5850 रुपए प्रति क्विंटल के भाव देखने को मिले हैं ।  मंगलवार को उत्पादक मंडियों में सरसों की आवक 325000 बोरी के आसपास रही।

प्लांट पर क्या रहे भाव
तेल मिलो ने सरसों के भाव में अच्छी खासी कमी की। सलोनी प्लांट पर सरसों के भाव कमजोर होकर 6475 रूपये पर रह गए | कल सलोनी प्लांट में सरसो 25-25 रुपए करके 75 रुपए डाउन हो गई और टॉप भाव 6475 रुपए का बोला गया | अन्य प्लांटों की बात करे तो उन में भी 25 से 50 रुपए तक की गिरावट आई है अडानी बूँदी और अडानी अलवर में सरसो का भाव 25 रूपये गिर कर 6125 रुपए दर्ज किया गया | आगरा शारदा और बीपी प्लांटों में 50-50 रुपए की गिरावट आई और शारदा में 6400 बीपी में 6375 रुपए बोला गया | बात करे गोयल कोटा की तो 25 की मंदी देखने को मिली और भाव 5900 पर रह गया

हाजिर मंडियों के ताजा भाव
ऐलनाबाद मंडी में सरसों भाव ₹ 5200/5610 रुपए, सिरसा मंडी में सरसों रेट 5200/5700 रुपए, आदमपुर मंडी में 40.76 लैब सरसों रेट 5586 रुपए, नोहर सरसो रेट 5300/5601 रुपए, गोलूवाला मंडी सरसो रेट 5425/5690 रुपए, श्री गंगानगर सरसो रेट 5570, संगरिया मंडी 39.03 लैब सरसो रेट 5284/5458, इंदौर मंडी सरसो रेट 5300 रुपए प्रति क्विंटल रहा |

विदेशी बाजारों की अपडेट
विश्व स्तर पर खाद्वय तेलों की कुल उपलब्धता जयादा होने के कारण मंगलवार को मलेशियाई पाम तेल वायदा में एक महीने में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। सोया तेल की कीमतों में गिरावट का असर भी इसकी कीमतों पर देखा गया। बुर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, बीएमडी पर सितंबर डिलीवरी के पाम तेल वायदा अनुबंध में 84 रिंगिट यानी की 2.08 फीसदी की गिरावट आकर भाव 3,958 रिंगिट प्रति टन पर आ गए। हालांकि शाम को उसमें रिकवरी भी देखने को मिली है। बीती रात को शिकागो में CBOT सोया तेल वायदा में भारी गिरावट देखी गई, इसके भाव में मंगलवार को 4% से ज्यादा की गिरावट के बाद मंगलवार को 46.75 पर आ गए। पिछले कुछ महीनों में यह सबसे भारी गिरावट मानी जा सकती है। आज मलेशिया बाजार में पाम तेल में और गिरावट आ सकती है।

तेल और खल के भाव
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर की कीमतों में मंगलवार को भी गिरावट दर्ज की गई। कच्ची घानी सरसों तेल के भाव 11 रुपये तेज होकर दाम 1,165 रुपये प्रति 10 किलो रह गए, जबकि सरसों एक्सपेलर तेल के दाम भी इस दौरान 11 रुपये कमजोर होकर 1,155 रुपये प्रति 10 किलो रह गए। जयपुर में मंगलवार को सरसों खल के भाव 10 रुपये घटकर 2,650 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

क्या और गिरेगी सरसों
किसान साथियो बाजार किस तरह से बदलता है सरसों का बाजार इसका बहुत अच्छा उदाहरण है । ज्यादा दिन की बात नहीं है सरसों के फंडामेंटल मजबूत चल रहे थे। सरसों में आज भी कोई ऐसी बात नहीं हुई है जिससे कमजोरी बने। लेकिन दिक्कत यह है कि एक तरफ तो विदेशी बाजारों में पिछले दो दिन से भारी गिरावट का माहौल चल रहा है। वहीं दूसरी तरफ सस्ते खाद्य तेलों का भारी मात्रा में आयात के कारण देश में सस्ते तेलों का भारी स्टॉक इकट्ठा हो गया है। हालत यह है कि आयातित तेलों को लागत से सस्ते दाम पर बेचने की मजबूरी हो चली है। इससे भी बड़ी बात यह है कि लागत से कम बेचने पर लिवाल कम हैं। सोचने वाली बात यह है कि जब सस्ते आयातित तेल बाजार में नहीं खप रहे तो ऊंची लागत वाले देशी तेल-तिलहन कैसे खपेंगे? यही कारण है कि एकाएक बाजार में कमजोरी बन गई है। मंडी भाव टुडे पर हमने पहले भी बताया था कि मोटे तौर पर सरसों की दिशा दिशा विदेशी तेलों के भाव पर ही निर्भर रहेगी क्योंकि विदेशी बाजार में कमजोरी है इसलिए भारतीय बाजार भी कमजोर है जैसे ही सेंटीमेंट वहां पर सुधरेगा भारत में भी सरसों के भाव में तेजी देखने को मिलेगी। सरसों में ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं दिखती। वैसे भी सरसों की आवक में कोई सुधार नहीं है। अगर ऐसे ही आवक बनी रहती है तो बाजार जल्दी ही इस कमजोरी से उबर जाएगा। सस्ते विदेशी तेलों के आयात के कारण भारतीय तेल उद्योग धीरे-धीरे ठप हो रहे हैं। उद्योग भी सरकार से तेलों के आयात पर ड्यूटी लगाने की गुहार लगा रहा है अगर विदेशी बाजारों में गिरावट और बढ़ती है तो सरकार आयात ड्यूटी बढ़ा सकती है। मंडी भाव टुडे का मानना है कि अगर सरसों में भाव 6000 के नीचे जाते हैं तो फिर और गिरावट आ सकती है इसके विपरीत अगर बाजार यहां से संभलता है तो फिर जल्दी ही कमजोरी से उबर जाएगा। जिन किस साथियों के पास सरसों का स्टॉक पड़ा हुआ है वह भाव को मॉनिटर करते रहें और 6000 के स्तर को बेंचमार्क मान चल सकते हैं। इसके नीचे जाने पर माल निकालने में ही समझदारी है।व्यापार पाने विवेक से करें

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।