आज 200 रुपये तक तेज हो सकती है सरसों | जाने क्या है इसकी वज़ह
किसान साथियो और व्यापारी भाइयों 31अक्टूबर के बाद से ही तेल तिलहन के घरेलू बाजार में कोई कामकाज नहीं हुआ है। छुट्टियों के कारण मंडियां बंद रहीं। कहीं कहीं से इक्का दुक्का मंडियों से समाचार मिले हैं जिनके आधार पर यह कहा जा सकता है कि सरसों के बाजार में आज तूफानी तेजी दस्तक दे सकती है। विदेशी बाजारों में आयी तेजी के बाद पिछले चार दिनों में तिलहन के बाजार की परिस्थितियां पूरी तरह से बदल चुकी हैं।
बात रविवार की करें तो रविवार को भी बाजारों में सरसों का कोई खास कारोबार नहीं हुआ हालांकि शनिवार को कुछ स्थानों पर कारोबार देखने को मिला। भरतपुर मंडी में शनिवार शाम को सरसों के भाव के 6500 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर भाव रहने का समाचार मिला है। छुट्टियों के पहले के दिनों में बाजार 6286 रुपये का हुआ था। इन्हीं छुट्टियों के दौरान विदेशी बाजारों में आयी तेजी ने बाजार को 6500 के स्तर की तरफ पुश कर दिया है। अभी भी बाजार में और तेजी की संभावनाएं दिखने लगी हैं। रविवार को गंगापुर सिटी में थोड़ा बहुत व्यापार होने के समाचार मिले हैं और यहां पर सरसों में भाव 6601 का होने की बात सामने आयी है।
कहते हैं कि जब मंदी आती है तो सब मंदा ही मंदा दिखता है। और जब तेजी आती है तो सब तेज ही तेज दिखता है। सरसों में भी अब ऐसा ही दिखने लगा है। सरसों में तेजी लाने वाले अन्य कारकों को देखें तो ज्यादा तापमान के चलते नई सरसों की फसल की बुआई अच्छी नहीं बतायी जा रही है। सरसों की बुवाई कम होने और उत्पादन घटने की संभावना अब जोर पकड़ने लगी है। विदेशी तेल बाजार में भी कोई गिरावट नहीं है। कनाडा ने भी अपने पाम तेल निर्यात पर प्रतिबंध लगाया है। इसके अलावा मलेशिया एवं इंडोनेशिया में पाम तेल उत्पादन घटने की संभावना है, जिससे अन्य खाद्य तेलों में तेजी की स्थिति बनी हुई है। पिछले चार दिनों में मलेशियाई पाम तेल वायदा 2.5% से अधिक उछलकर लगभग MYR 4,830 प्रति टन तक पहुंच गया है।
पाम तेल में आयी यह तेजी चीन के डालियान और अमेरिका मे सीबॉट बाजारों में खाद्य तेलों की मजबूती से भी समर्थन पा रही है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पाम तेल ने जून 2022 के बाद पहली बार यह स्तर छुआ है। साप्ताहिक आधार पर देखें तो पिछले सप्ताह पाम में में लगभग 6.5% की तेजी बनी है। इस तेजी को कच्चे पेट्रोलियम तेल की कीमतों में उछाल और मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव का भी समर्थन मिल रहा है। न्यूज मीडिया और प्रिंट मीडिया में खबरे चल रही हैं कि ईरान जल्द ही इजरायल के खिलाफ प्रतिशोध के लिए हमला कर सकता है। निर्यात में भी मजबूती दिख रही है। इसलिए भाव को और मजबूती मिल रही है ।
घरेलू और विदेशी बाजारों में आयी तेजी के बाद बाजारों का सेंटिमेंट बदल गया है। किसान साथियो और व्यापारी भाइयों घरेलू तिलहन के बाजार को अब विदेशी बाजारों में आयी तूफानी तेजी का सपोर्ट मिलना तय है। उम्मीद की जा रही है कि आज सरसों तेल में 40 रुपए प्रति 10 किलो तक तेजी बनने की संभावना है। इसी तरह से पिछले भाव के मुकाबले सरसों के बाजार भाव 100 से 200 रुपए तक तेजी बन सकती है। जयपुर में सरसों भाव 6850 तक खुलकर 6950 तक जाने की उम्मीद की जा सकती है। इसी अनुपात में भरतपुर और अन्य मंडियों में अच्छा कारोबार देखने को मिल सकता है।
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मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।