सरसों बेचने मंडी जा रहे हो तो यह रिपोर्ट देख कर जाना | सरसों की तेजी मंदी रिपोर्ट
किसान साथियो और व्यापारी भाइयों मंडी भाव टुडे पर हम तेल तिलहन की रिपोर्ट रोजाना लेकर आ रहे हैं। आपने देखा ही होगा की मंडी भाव टुडे का विश्लेषण पिछले 4 साल से 99% तक सही बैठ रहा है । दोस्तों भविष्य तो कोई भी नहीं जानता लेकिन जितना ग्राउंड का डाटा लेकर हम बाजार का विश्लेषण करते हैं उतना कोई नहीं करता है। यही वज़ह है कि मंडी भाव टुडे के ज्यादातर विश्लेषण सटीक होते हैं। किसान साथियो पिछले 2-3 महीने से सरसों की आवक लगातार कम रहने के कारण सरसों के फंडामेंटल मजबूत बने हुए थे। लेकिन विदेशी बाजारों में जिस तरह से तेल तिलहन के भाव पिट रहे हैं उसे देखते हुए आज की डेट में बाजार में तेजी तो बिल्कुल नहीं दिख रही है। अब विचार इस बात पर किया जा रहा है अगर जयपुर में सरसों के भाव 6000 के नीचे फिसलते हैं तो अगली सपोर्ट किस रेट पर आ सकती है । आज की रिपोर्ट में हम सरसों के बाजार में तेजी मंदी लाने वाले सारे घटकों का विश्लेषण करेंगे अगर आप हाल फिलहाल में सरसों बेचने की सोच रहे हैं तो आपको यह रिपोर्ट अंत तक पढ़नी चाहिए ।
ताजा मार्केट अपडेट
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों यो जैसा कि हमने बताया की विदेशी बाजारों की कमजोर रहने के कारण मंगलवार को भारतीय बाजारों में मोटे तौर पर कमजोरी का ही रुख देखने को मिला । हाजिर मंडियों से लेकर प्लांटों तक सरसों के भाव में 25-50 रुपये की गिरावट देखने को मिली। जयपुर में कंडीशन 42% सरसों के भाव जो की सोमवार को 6100 पर बंद हुए थे वह मंगलवार को ₹25 टूटकर 6075 पर आ गए। इसी तरह से भरतपुर में जो सरसों का भाव सोमवार को 5731 पर बंद हुआ था वह मंगलवार को कमजोर होकर 5685 का रह गया । बात दिल्ली लारेंस रोड की करें तो यहां पर सरसों का भाव किसी तरह से 6000 के स्तर को मेंटेन करने में सफल रहा । चरखी दादरी मंडी में सरसों के भाव 5950 के रहे । अन्य मंडियों में कोई खास घट बढ़ नहीं हुई । राजस्थान की ज्यादातर इलाके में लगातार बारिश होने के कारण सरसों की आवक में बड़ी कमजोरी दर्ज की गई है मंगलवार को सरसों की आवक मात्र 2 लाख बोरी की रह गई।
प्लांटों पर क्या रहे भाव
विदेशी बाजारों से मिल रहे कमजोर संकेतों को देखने के बाद ब्रांडेड तेल मिलों ने भी सरसों के भाव में कटौती कर दी सलोनी प्लांट पर सरसों के भाव जो कि सोमवार को 6500 के भाव पर बंद हुए थे मंगलवार को बाजार बंद होने के समय 6475 के रह गए। इसी तरह से आगरा में बीपी प्लांट पर सरसों का रेट 6300 शारदा प्लांट पर 6300 अदानी बूंदी प्लांट पर 6125 मंदी 25, अडानी अलवर प्लांट पर 6125 मंदी 25, गोयल कोटा प्लांट पर 5850 और वंश के सीतापुर प्लांट पर सरसों का रेट 5800 प्रति क्विंटल का देखने को मिला।
हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों के भाव को देखें तो आदमपुर अनाज मंडी में सरसों 41.70 लैब का रेट 5646 रुपए ऐलनाबाद मंडी सरसों भाव 4911-5566 रुपए, सिरसा मंडी सरसों भाव 5200-5752 रुपए, भट्टू मंडी सरसो बोली भाव 5650 (लेब 40) रुपए सिवानी मंडी सरसों रेट 5300 रुपए नान के और सरसो 40 लैब का रेट 5775 रुपए संगरिया मंडी में सरसों का भाव 5323-5680 रुपए, सूरतगढ़ मंडी सरसों रेट 4978-5460 अनूपगढ़ मंडी सरसों के भाव 4700-5568 रुपए, श्री गंगानगर मंडी सरसों रेट 5050-5441 रुपए आवक 500 क्विंटल नोहर में सरसों 5350-5735 रुपए श्री विजयनगर में सरसों 5293-5430 रुपए, जैतसर मण्डी में सरसों 5183/5418 रुपए (LAB=40.57) और राजगढ़ मंडी में सरसो नॉन कंडीशन सरसों का रेट 5250 रुपए प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया।
विदेशी बाजारों की अपडेट
विदेशी बाजार में खाद्वय तेलों की कीमतों में दूसरे दिन भी गिरावट का रुख रहा। मलेशियाई पाम तेल के दाम लगातार दूसरे दिन कमजोर हुए, जबकि इस दौरान सोया तेल के भाव करीब डेढ़ फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। मंगलवार को मलेशियाई क्रूड पाम तेल (सीपीओ) वायदा के भाव सात महीने के निचले स्तर पर बंद हुए, जिसका प्रमुख कारण कमजोर निर्यात डेटा और अन्य खाद्वय तेलों की कीमतों में आई गिरावट रही। बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव एक्सचेंज, बीएमडी पर अक्टूबर डिलीवरी के पाम तेल वायदा अनुबंध में 19 रिगिंट यानी की 0.51 फीसदी की गिरावट आकर भाव 3,689 रिगिंट प्रति टन पर बंद हुए। इस दौरान डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध 2.44 फीसदी कमजोर हुआ, जबकि इसका पाम तेल वायदा अनुबंध में 1.71 फीसदी की गिरावट आई। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड पर सोया तेल की कीमतों में 1.53 फीसदी का मंदा आया।
तेल और खल के रेट
सरसों तेल और खल के रेट में भी मंगलवार को मामूली कमजोरी देखी गई। जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर की कीमतों को देखें तो कच्ची घानी सरसों तेल के भाव 3 रुपये कमजोर होकर 1,168 रुपये प्रति 10 किलो रह गए, जबकि सरसों एक्सपेलर तेल के दाम भी 3 रुपये घटकर 1,158 रुपये प्रति 10 किलो के स्तर पर आ गए। हालांकि जयपुर में सरसों खल के भाव 2,575 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर रहे।
सरसों की आवक
राजस्थान के बड़े इलाके में लगातार बारिश होने के कारण सरसों की आवक कमजोर चल रही है। मंगलवार को देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक 2 लाख बोरियों की ही हुई है, जबकि सोमवार को यह 2.25 लाख बोरियों की हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में सरसों की 1.15 लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 15 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 20 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 10 हजार बोरी तथा गुजरात में 10 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 35 हजार बोरी सरसों की आवक हुई।
क्या सरसों में और गिरावट बनेगी
किसान साथियो हमने अपनी पिछली रिपोर्ट में भी बताया था की मलेशिया पाम तेल बोर्ड की रिपोर्ट के बाद मार्केट में बदलाव होगा। रिपोर्ट आने के बाद से ही मलेशिया के बाजारों में तेल तिलहन के बाजार लगातार नीचे की तरफ जा रहे हैं। पाम तेल का भाव जो की 1 अगस्त को 4000 के आसपास चल रहा था अब वह कमजोर होकर के 3700 रिंगिट प्रति टन की रेंज में आ गया है। इसी तरह से अमेरिकी बाजारों में सोया तेल की जो पिटाई हो रही है उससे कोई अनजान नहीं है। 1 अगस्त को सोया तेल का भाव 42.69 पर था जो कि आज 38.86 सेन्ट का रह गया है। विदेशी बाजारों में आई इस गिरावट का भारतीय बाजार पर असर तो होना ही है । यह तो सरसों की कम आवक थी जो अभी तक मार्केट को गिरने नहीं दे रही थी अगर आवक में सुधार होता है तो मार्केट और भी नीचे जा सकता है। दोस्तो जब इतनी कमजोर आवक में भाव नहीं बढ़ रहे हैं तो यह इशारा हैं कि बाजार दबाव में है। इसीलिए मंडी भाव टुडे पर हम कई दिनों से माल निकालने के लिए कह रहे हैं। आज फिर से हम दोहरा रहे हैं कि अगर जयपुर में सरसों का रेट 6000 के नीचे जाता है तो तुरंत प्रभाव से निकल जाना चाहिए। हो सकता है कि त्योहारी सीजन होने के कारण घरेलू बाजार में सरसों तेल की मांग आगामी दिनों में थोड़ी बहुत बढ़ जाए, लेकिन सरसों और सोयाबीन के भावों में निर्णायक तेजी, मंदी काफी हद तक आयातित खाद्वय तेलों के दाम पर ही निर्भर करेगी। जिसकी हालत फ़िलहाल ठीक नहीं लगती। बाकी व्यापार आप अपने विवेक से ही करें।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।