सरकार द्वारा खुले गेहूं की बिक्री के बाद गेहूं में तेजी का कितना चांस बाकी | जाने इस रिपोर्ट में

 

गेहूं तेजी मंदी रिपोर्ट:- किसान साथियो चालू सीज़न में कई बार गेहूं के भाव उपर नीचे हो चुके हैं। प्रवृति को देखें तो इस सीजन में गेहूं के रेट में बार बार तेजी का रूझान बन रहा है। हालांकि सरकार द्वारा बार बार गेहूं के भाव को नियंत्रित करने के प्रयासों से कुछ हद तक सफलता तो मिली है लेकिन गेहूं की तेजी पर लगा यह अल्प विराम लंबा चल पाएगा ऐसा नजर नहीं आता। मंडी भाव टुडे का मानना है कि हाल फ़िलहाल गेहूं लंबी तेजी के आसार नहीं है, क्योंकि सरकारी हुए टेंडर वाले माल जुलाई में प्रांतवार रोलर फ्लोर मिलों एवं आटा चक्कियों में उतरने लगेंगे, जिससे कुछ दिन के लिए चालानी मांग ठप पड़ सकती है । WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें

जैसा कि आप सबको पता है कि केंद्रीय पूल में गेहूं की कुल खरीद 262 लाख मैट्रिक टन के करीब हुई है, जो निर्धारित लक्ष्य से कम रही है। साल 2023-24 के लिए सरकार ने गेहूं खरीद का लक्ष्य 341.50 लाख मैट्रिक टन रखा था, लेकिन सीजन के पीक समय में ही उत्पादक मंडियों में भाव 2250 / 2300 रुपए प्रति क्विंटल हो जाने से, सरकारी धर्मकांटों पर गेहूं की आपूर्ति घट गई थी, क्योंकि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य 2125 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से ही खरीद कर रही थी। यही कारण है कि केंद्रीय पूल की बजाए प्राइवेट सेक्टर में गेहूं का स्टॉक प्रचुर मात्रा में जमा हो गया है।

पिछले दिनों सरकार द्वारा खुले बाजार में बिक्री की घोषणा करने के बाद से ही बाजार ऊपर के भाव से 70/75 रुपए नीचे आ गए हैं। हालांकि उत्पादक मंडियों में आपूर्ति पूरी तरह टूट गई है । सरकार द्वारा खुले बाजार में गेहूं की बिक्री टेंडर द्वारा सभी प्रांतों में 2150 रुपए प्रति क्विंटल के भाव करने का निर्देश दिया गया है। अभी पिछले टेंडर में 85,000 टन गेहूं बिकने की खबर है। सरकार द्वारा ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों तरह से नीलामी में गेहूं खरीद करने की छूट दी गई है।

कहाँ कहाँ होगी बिक्री
गेहूं की यह बिक्री पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, जम्मू- कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल, राजस्थान, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, केरल, तमिलनाडु, पांडीचेरी, तेलंगाना, झारखंड, असम, मिजोरम, मणिपुर, वेस्ट बंगाल, बिहार, उड़ीसा, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गोवा, गुजरात सभी राज्यों के लिए एफ ए क्यू एवं यू आर एस क्वालिटी में की जाएगी। इस बिक्री के तहत लगभग 34 लाख मेट्रिक टन 31 मार्च 2024 तक बेचे जाने हैं, जिसमें 85000 मेट्रिक टन गेहूं टेंडर में बिकने की खबरें आ चुकी है।

गेहूं के भाव पर कितना असर
जैसा कि हमने उपर बताया कि सरकार ने गेहूं सेल प्राइस 2150 रुपये प्रति क्विंटल रखा है। खुले बाजार में गेहूं की बिक्री किए जाने से लॉरेंस रोड पर गेहूं के भाव 50-60 रुपये प्रति क्विंटल तक टूटकर 2470/2480 रुपए प्रति क्विंटल मिल पहुंच में रह गए हैं। पिछले महीने यहां ऊपर में गेहूं 2540 तक बिक गया था । अब देखने वाली बात यह है कि सरकारी गोदामों में गेहूं का पुराना स्टॉक कम बचा है क्योंकि नई खरीद लगभग 262 लाख मैट्रिक टन के करीब हुई है। जो कि निर्धारित लक्ष्य से काफी कम है। जुलाई का महीना अभी शुरू ही हुआ है और खपत के लिए पूरा वर्ष बाकी है।

कितनी रखी गई है गेहूं की स्टॉक लिमिट
पिछले दिनों जारी की गई अधिसूचना के अनुसार सरकार ने गेहूं का स्टॉक रखने पर लिमिट लगा दी गई है। अधिसूचना में गेहूं के थोक विक्रेता अब अधिकतम 3000 मीट्रिक टन गेहूं आपके स्टॉक में रख सकते हैं। जबकि फुटकर व्यापारी केवल 10 टन गेहूं को ही स्टॉक कर पाएंगे। बड़े बड़े रीटेल मॉल अपने पास हर लोकेशन पर 10 टन और एक ब्रांड अपने सभी मॉल्स में अधिकतम 3000 टन तक गेहूं रख पाएंगे।

क्या आगे चलकर तेजी आयेगी - गेहूं तेजी मंदी रिपोर्ट
अलग अलग न्युज पोर्टल से प्राप्त जानकारी के अनुसार नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका सहित सभी पड़ोसी देशों में गेहूं की भारी किल्लत बन गई है। सारी परिस्थितियों को देखते हुए यह तो कहा जा सकता है कि गेहूं की जड़ में मंदा नहीं है। लेकिन सरकार द्वारा हाल ही में स्टाक सीमा लगा दिए जाने एवं ओएमएसएस स्कीम के माध्यम से खुले बाजार में बिक्री की कवायद शुरू कर दिए जाने से गेहूं का बाजार भले ही कुछ दिन के लिए दब जाए लेकिन आगे चलकर इसमें अच्छी खासी तेजी की संभावना को नकारा नहीं जा सकता। व्यापार अपने विवेक से ही करें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।