गेहूं के बाजार में और कितने बदलाव की है गुंजाइश | इस रिपोर्ट में जाने गेहूं के बाजार का हर पहलू

किसान साथियो और व्यापारी भाइयो देश के प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों से किसानों के लिए अच्छी खबर आ रही है। अब तक गेहूं की फसल की स्थिति बेहतर बनी हुई है, जिससे किसान उत्साहित हैं। इस बार किसान को उम्मीद हैं कि पिछले साल की तुलना में करीब 10% ज्यादा उत्पादन हो सकता है। अच्छी जलवायु और समय पर की गई देखभाल से फसल बेहतर नजर आ रही है। हालांकि, राजस्थान के कुछ जिलों में मौसम की मार से फसल को नुकसान हुआ है, लेकिन कुल मिलाकर स्थिति संतोषजनक बनी हुई है। गेहूं की पल पल की जानकारी पाने के लिए ले हमरी प्रीमियम सर्विस केवल 500 रूपये में 6 महीनो तक लेने के लिए 9518288171 पर मैसेज या कॉल करे |
क्या है गेहूं उत्पादन का आंकड़ा
इस साल गेहूं के उत्पादन को लेकर अलग-अलग अनुमान सामने आ रहे हैं। सरकार का कहना है कि उत्पादन 115 मिलियन टन से ज्यादा हो सकता है, जबकि मिल मालिकों का मानना है कि यह करीब 110 मिलियन टन रहेगा। दूसरी ओर, व्यापार से जुड़े कुछ विशेषज्ञ इससे सहमत नहीं हैं और उनका कहना है कि असल उत्पादन 104 से 106 मिलियन टन के बीच ही रह सकता है। फसल की अच्छी स्थिति का श्रेय उन किस्मों को दिया जा रहा है जो जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को झेलने में सक्षम हैं। अधिकारियों के मुताबिक, बदलते मौसम से निपटने के लिए गेहूं की नई किस्मों को बढ़ावा दिया गया है और इस बार लगभग 67% रकबे में इन्हीं नई किस्मों की बुवाई की गई है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
राजस्थान के कुछ जिलों में गेहूं की फैसल खराब
राजस्थान के झालावाड़ और प्रतापगढ़ में गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है, और इसी को देखते हुए केंद्र सरकार की एक टीम इन इलाकों का दौरा कर रही है। बिजनेस लाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, जयपुर के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि सरकार जल्द ही गेहूं की औसत गुणवत्ता मानकों में कुछ राहत दे सकती है। इसका मतलब यह होगा कि उन क्षेत्रों में भी सरकारी खरीद को बढ़ावा मिलेगा, जहां फसल आनी शुरू हो गई है। वहीं, गेहूं के सिकुड़ने की समस्या के चलते राज्य के कुछ इलाकों में इसका भाव फिलहाल न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से नीचे पहुंच गया है, जिससे किसानों को नुकसान हो रहा है।
कैसी चल रही है गेहूं की कटाई
मध्य प्रदेश और राजस्थान ने किसानों को राहत देने के लिए 2,425 रुपये प्रति क्विंटल की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के साथ बोनस देने की घोषणा की है। इस फैसले का असर पड़ोसी राज्यों पर भी दिख रहा है, खासकर गुजरात में, जहां गेहूं की औसत कीमत करीब 2,550 रुपये प्रति क्विंटल चल रही है। इन तीनों राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में गेहूं की कटाई और नई फसल की आवक बाकी राज्यों के मुकाबले पहले शुरू हो जाती है। वहीं, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में नई फसल की आवक आमतौर पर अप्रैल के मध्य से शुरू होती है। गेहूं की पल पल की जानकारी पाने के लिए ले हमरी प्रीमियम सर्विस केवल 500 रूपये में 6 महीनो तक लेने के लिए 9518288171 पर मैसेज या कॉल करे | मौजूदा रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात में 30 फीसदी, मध्य प्रदेश में 20 फीसदी और राजस्थान में करीब 10 फीसदी गेहूं की कटाई पूरी हो चुकी है। राजस्थान सरकार ने खरीद शुरू होते ही तेजी दिखाई और अब तक करीब 40 टन गेहूं खरीद लिया है। वहीं, मध्य प्रदेश और गुजरात में इस हफ्ते के अंत तक सरकारी खरीद शुरू होने की संभावना है। किसानों और कृषि वैज्ञानिकों का मानना है कि इस बार गेहूं का उत्पादन पिछले साल के मुकाबले बेहतर रहेगा। मौजूदा फसल की स्थिति और मौसम के अनुकूल रहने से किसानों को अच्छी पैदावार की उम्मीद है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
गेहूं की अच्छी फसल होने का किसान और विशेषज्ञों को पूरा भरोसा
मध्य प्रदेश के देवास जिले के किसान सुनील मुखाती इस बार अपनी गेहूं की फसल को लेकर काफी खुश हैं। उन्होंने बताया कि इस साल उन्होंने ऐसे बीजों का चयन किया जो जलवायु परिवर्तन के असर को झेल सकें। नतीजा यह रहा कि फसल बेहतर हुई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार प्रति एकड़ 2 से 2.5 टन गेहूं का उत्पादन होगा, जबकि पिछले साल यह केवल 1.5 से 1.6 टन ही था। वहीं, राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के किसान सुखविदर पाल सिंह ने भी फसल की अच्छी स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनके इलाके में इस बार दानों के सिकुड़ने की कोई समस्या नहीं आई है और गेहूं की पैदावार भी अच्छी रहने की संभावना है। किसानों के मुताबिक, इस साल फसल की गुणवत्ता बेहतर है, जिससे उन्हें अच्छे दाम मिलने की उम्मीद भी है।
गुजरात के व्यापारी समुद्री मार्ग से मंगा रहे है गेहूं
गुजरात के अनाज व्यापारी भावेश कोटेचा के मुताबिक, केरल के आटा मिल मालिक अब समुद्री मार्ग से गुजरात से गेहूं मंगवा रहे हैं। इसका असर यह है कि कीमतों में गिरावट की संभावना कम होती जा रही है। गेहूं की पल पल की जानकारी पाने के लिए ले हमरी प्रीमियम सर्विस केवल 500 रूपये में 6 महीनो तक लेने के लिए 9518288171 पर मैसेज या कॉल करे | वहीं, कर्नाटक के आटा मिल मालिक मध्य प्रदेश से 2,950 से 3,000 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीद रहे हैं, लेकिन वे समुद्री रास्ते से माल मंगवाने के बजाय रेल या सड़क मार्ग को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसकी वजह यह है कि मंगलौर बंदरगाह से माल लाने का खर्च ज्यादा पड़ता है और वहां की व्यवस्था भी अन्य बंदरगाहों की तुलना में धीमी मानी जाती है।
सरकारी खरीद का क्या है लक्ष्य
सरकार ने 2025-26 के खरीद सत्र के लिए 31.27 मिलियन टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य तय किया है। इसमें अलग-अलग राज्यों के लिए विशेष लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। पंजाब से सबसे ज्यादा 12.4 मिलियन टन गेहूं खरीदा जाएगा, जबकि हरियाणा के लिए 7.5 मिलियन टन का लक्ष्य रखा गया है। मध्य प्रदेश से 6 मिलियन टन, उत्तर प्रदेश से 3 मिलियन टन और राजस्थान से 2 मिलियन टन गेहूं खरीदने की योजना है। इस लक्ष्य के तहत सरकार किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं की खरीद सुनिश्चित करेगी, ताकि उन्हें उनकी फसल का उचित मूल्य मिल सके। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
आगे गेहूं के भाव में क्या रह सकता है
किसान साथियो, पिछले हफ्ते जब सोमवार को दिल्ली मंडी खुली, तो गेहूं का भाव ₹3,075 प्रति क्विंटल था, लेकिन जब परसो यानी शुक्रवार को बाजार बंद हुआ, तो यह घटकर ₹2,900 प्रति क्विंटल रह गया। यानी पूरे हफ्ते में ₹175 प्रति क्विंटल की गिरावट देखने को मिली। मंडी भाव टुडे और व्यापारियों का मानना है कि आने वाले दिनों में बाजार में और भी गिरावट की सम्भावना है। गेहूं की पल पल की जानकारी पाने के लिए ले हमरी प्रीमियम सर्विस केवल 500 रूपये में 6 महीनो तक लेने के लिए 9518288171 पर मैसेज या कॉल करे | आज से उत्तर प्रदेश की मंडियों में भी गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हो गई है, जिससे मंडियों में गेहूं की आवक बढ़ेगी। जब आपूर्ति ज्यादा होगी, तो इसका सीधा असर भाव पर पड़ेगा और कीमतों में और गिरावट देखने को मिल सकती है। व्यापारियों का कहना है कि इस समय गेहूं की मांग कम और आपूर्ति अधिक हो रही है। ऐसे में आने वाले दिनों में ₹50 से ₹100 प्रति क्विंटल की और गिरावट देखने को मिल सकती है। बाकि व्यापार अपने विवेक से की करें।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।