क्या सरसों का टॉप भाव आ चुका है | या फिर और तेजी बाकी है | जाने सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट में

 

किसान साथियो सरसों की कटाई पूरी होके 5-6 महीने का समय हो चुका है। बहुत सारे किसान ऐसे हैं जिन्होंने अपनी सरसों को अभी तक बेचा नहीं है। इन साथियों को अच्छे भाव का इंतजार है। सरसों के सीजन में जयपुर में सरसों के भाव 5200 के आसपास तक पिट गए थे। इन 5-6 महीनों में सरसों 1000 रुपये तक तेज हो चुकी है। अब बड़ा सवाल यह है कि कोन सा ऐसा सही भाव होना चाहिये जहां पर किसान को अपनी सरसों बेच देनी चाहिए। सभी चाहते हैं कि उनको सीज़न का टॉप भाव मिले। लेकिन टॉप भाव को पकड़ना आसान नहीं है। टॉप भाव 1 ही होता है और ज्यादा समय तक टिक नहीं पाता। अगर आप बाजार में अपनी फ़सल की डिमांड, सप्लाई, उपलब्ध स्टॉक, विदेशी बाजारों के रूझान और सरकारी नीतियों के बारे में अवगत रहें तब ही आप टॉप भाव के आसपास अपना माल बेचने में सफल हो सकते हैं। मंडी भाव टुडे ने हमेशा कोशिश की है कि यह सारी जानकारियां आपको समय से दी जाए ताकि आप सही समय पर सही निर्णय ले सकें। अगर आप सरसों के सोयाबीन के किसान है और अभी तक आपने अपनी फसल को नहीं भेजा है तो यह रिपोर्ट सिर्फ आपके लिए ही बनाई गई है चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

ताजा मार्केट अपडेट
तो साथियो सबसे पहले बाजार का ताजा हाल जान लेते हैं। पिछले एक हफ्ते में सरसों के भाव में एकाएक तेजी आने के बाद बुधवार को बाजार जरूर थोड़ा सा पीछे हटा था लेकिन गुरुवार को बाजार में रंगत लौट आयी और फिर से बाजार तेज हो गए। जयपुर में कंडीशन 42% सरसों के भाव 25 रुपये तेज होकर 6250 रुपये प्रति क्विंटल फिर से हो गए। भरतपुर में भी बाजार 25 रुपये के आसपास तेज हुआ और अंतिम भाव 5920 के आसपास रिपोर्ट किए गए हैं। दिल्ली में बाजार थोड़ा सा ढीला रहा जहां पर बाजार 25 रुपये कमजोर होकर 6125 के स्तर पर आ गया। बाकी बाजार में भाव या तो स्थिर रहे या फिर 25-50 रुपये तेज हुए हैं। च दादरी लाइन पर सरसों का रेट 6100 रुपये प्रति क्विंटल का रहा। गुरुवार को सरसों की आवक में 50 हजार बोरी का उछल देखने को मिला और आवक बढ़कर 3 लाख बोरी के पार हो गई। सरसों के बढ़ते भाव को देखते हुए किसान धीरे धीरे अपनी सरसों को निकालने का मूड बना रहे हैं। अब देखने वाली बात यह रहेगी कि बढ़ते भाव के साथ में आवक कितनी बढ़ती है।

प्लांटों से क्या मिल रहे हैं संकेत
प्लांटों की सरसों खरीद के संकेत को देखें तो सरसों का बाजार मजबूत लग रहा है। सलोनी प्लान्ट ने जहां बुधवार को सरसों के भाव 6725 तक गिरा दिए थे गुरुवार को फिर से भाव बढ़ा कर 6800 के स्तर पर पहुंचा दिए। इसी तरह से अन्य प्लांटों से भी भाव तेज होने की खबर मिली है। आगरा में BP और शारदा प्लान्ट पर सरसों का भाव 25 रुपये तेज होकर 6525  और 6575 रुपये प्रति क्विंटल हो गया। अडानी अलवर और बूंदी प्लान्ट पर सरसों की खरीद 6325 के हिसाब से हुई। गोयल कोटा प्लान्ट पर सरसों का भाव 6100 रुपये प्रति क्विंटल का रहा। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

हाजिर मंडियों के टॉप भाव
हाजिर मंडियों के ताजा भाव के ताजा भाव को देखें तो ऐलनाबाद मंडी में सरसों का रेट 5717,  आदमपुर मंडी में सरसों का टॉप भाव 5741 लैब 39.85, सिरसा मंडी में सरसों का रेट 5840, श्री विजयनगर मंडी में सरसों का रेट 5559, गोलूवाला मंडी में सरसों का रेट 5624, अनूपगढ़ मंडी में सरसों का रेट 5862, मेड़ता मंडी में सरसों का रेट 5721, पीलीबंगा मंडी में सरसों का रेट 5586, नोहर मंडी में सरसों का रेट 5850, श्री गंगानगर मंडी में सरसों का रेट 5640, सूरतगढ़ मंडी में सरसों का रेट 5511, देवली मंडी में सरसों का भाव 6111  छिंदवाड़ा मंडी में सरसों का रेट 5700, चरखी दादरी मंडी में सरसों का भाव 6100, अलवर में सरसों का रेट 5900, खैरथल में 5900, श्योपुर मंडी में सरसों का भाव 5750, पोरसा में 5575, ग्वालियर में 5700 सुमेरपुर में 5725 गंगापुर सिटी में 6000 निवाई में 5900 टोंक में 5880 और बीकानेर मंडी में सरसों का टॉप भाव 5561 रुपये प्रति क्विंटल तक बोला गया है।

विदेशी बाजारों में कैसा रहा कारोबार
दूनिया भर के बाजारों में खाद्य तेलों का कारोबार मिला जुला देखने को मिला। मलेशिया में व्यापारियों द्वारा शॉर्ट पोजीशन कम करने के कारण मलेशियाई वायदा कारोबार में क्रूड पाम तेल (CPO) में हल्की तेजी आई, हालांकि भारत में आयात शुल्क में वृद्धि की चर्चाओं के चलते तेजी सीमित रही। बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, BMD पर नवंबर महीने का पाम तेल वायदा 22 रिंगिट यानी की 0.56 % तेज होकर  3,962 रिंगिट प्रति टन के भाव पर बंद हुआ । चीन के डालियान एक्सचेंज का सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा 0.13 % तेज हुआ, जबकि इसका पाम तेल वायदा 0.37 % तक कमजोर हुआ । अमरीकी बाजार शिकागो में CBOT पर तेजी दिखी जहां पर सोया तेल की कीमतों में 1.33% तक का उछाल आया। यहां पर सोया तेल की कीमतें काफी समय के बाद 43.17 सेंट के स्तर को पार कर गई है सूत्रों से जानकारी मिली है कि इंडोनेशिया सरकार महीने के अंत में सितंबर के लिए अपने पाम तेल संदर्भ मूल्य एवं निर्यात कर और लेवी को स्थिर रख सकती है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

तेल और खल के भाव
बुधवार की कमजोरी के बाद गुरुवार को सरसों तेल के भाव में फिर से तेजी बनी ।जयपुर में  कच्ची घानी सरसों तेल के भाव 6 रुपये तेज होकर 1,237 रुपये प्रति 10 किलो हो गए, और सरसों एक्सपेलर तेल के रेट भी 6 रुपये बढ़कर 1,227 रुपये प्रति 10 किलो हो गए। सरसों खल के रेट में कोई उतार चढाव नहीं हुआ और सरसों खल के भाव 2,625 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर रहे ।

सरसों की आवक में बढ़ोत्तरी
पिछले कुछ दिनों से सरसों के भाव में तेजी को देखते हुए कुछ किसानों ने सरसों को निकालने का फैसला कर लिया है यही वजह है कि बाजार में सरसों की आवक 50000 बोरी तक बढ़ी है गुरुवार को बाजार में सरसों की आवक 3 लाख बोरी के आसपास हुई जो कि पिछली ढाई लाख बोरी की आवक से 50000 बोरी ज्यादा है। राज्यवार आवक को देखे तो राजस्थान की मंडियों में सरसों की 1.50 लाख बोरी,  मध्य प्रदेश की मंडियों में 30 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 45 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 15 हजार बोरी तथा गुजरात में 10 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 50 हजार बोरियों की आवक हुई। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

क्या सरसों का टॉप भाव आ गया है
किसान साथियों इस समय सरसों का भाव जयपुर में 6250 के आसपास चल रहा है । दोस्तों 6250 का वह स्तर है जहां से ऊपर उठने में सरसों को काफी रजिस्टेंस का सामना करना पड़ रहा है। आपने देखा ही होगा कि यही वह स्तर था जहां से मई के महीने में सरसों पीछे की तरफ मुड़ गई थी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उस समय बाजार केवल विदेशी बाजारों की तर्ज़ पर तेज हो रहा था। लेकिन इस समय बाजार में कुछ ऐसी चीज हैं जो इस समय सरसों में और तेजी की तरफ इशारा कर रही है। सरसों की आवक अभी भी पिछले साल के मुकाबले दो लाख बोरी कम चल रही है जो कि सरसों की बाजार में फंडामेंटल मजबूती की तरफ इशारा कर रहा है।  सरकार भी सोयाबीन के कमजोर भाव को देखकर दबाव में है और ऐसा लगता है कि सरकार जल्दी ही किसानों के हक में कोई फैसला लेगी। मोटे तौर पर देखा जाए तो इस समय सरसों के बाजार में मंदी की कम और तेजी के चांसेस ज्यादा है। इसलिए ऐसा लगता है कि सरसों का टॉप भाव अभी नहीं आया है और आने वाले समय में टॉप भाव दिखेगा। इसलिए जो किसान साथी सरसों और सोयाबीन को रखे हुए हैं वह थोड़े दिन और होल्ड कर सकते हैं। लेकिन जयपुर की सरसों का लेवल आपको मॉनिटर करते रहना है और जैसे ही आपको कोई बड़ी गिरावट जैसे 100 रुपये या 200 रुपये की दिखे आप तुरंत यहां से निकल भी सकते हैं। व्यापार अपने विवेक से करें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।