प्याज के रेट 50 रुपये होने का किसान कर रहे इंतजार | जाने आज प्याज मंडियों से क्या मिल रही है रिपोर्ट
नमस्कार किसान भाइयों मंडी भाव टुडे रिपोर्ट पर आप सभी का स्वागत है। आज 5 सितंबर 2024, गुरुवार का दिन है। आज आपको आजादपुर मंडी से प्याज के भाव के ताज़ा जानकारी देंगे कि प्याज का बाजार आज सुबह कैसे शुरू हुआ, क्या-क्या बदलाव देखने को मिल रहे हैं, और आने वाले समय में बाजार की क्या स्थिति रह सकती है। आज की तारीख में मंडी में प्याज की कितनी आवक हुई है साथ ही, कल के मुकाबले आज के भाव में क्या फर्क पड़ा है, उसमें क्या परिवर्तन आया है। इन सब बातों पर विस्तृत जानकारी आपको देंगे। लेकिन सबसे पहले, आपको बता दें कि आजादपुर मंडी में जो भी प्याज के भाव आप सुनेंगे, वे सभी 40 किलो (मन) के हिसाब से होते हैं।
आजादपुर मंडी में प्याज की तेजी मंदी रिपोर्ट
परसों प्याज के बाजार में काफी तेजी का माहौल था। कल और परसों की तुलना में आज थोड़ी गिरावट देखी गई है गिरावट का मुख्य कारण पिछली मंडियों में अधिक आवक है। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की मंडियों में भी आवक ज्यादा थी, जिससे कीमतों पर असर पड़ा है।
आज की आवक:
आज प्याज की मंडी में 59 गाड़ियां आई हैं, जिससे कुल आवक 60 गाड़ियों के आसपास है।
परसों 28-30 गाड़ियां थीं, कल 37-38 गाड़ियां आई थीं, और आज आवक में अचानक वृद्धि हुई है।
कुल मिलाकर आज की स्थिति में 86 गाड़ियां खड़ी हैं, जिसमें 10 गाड़ियां नासिक से, 15 गाड़ियां पुणे से, 29 गाड़ियां राजस्थान से, और 33 गाड़ियां मध्य प्रदेश से हैं।
आजादपुर मंडी में आज के प्याज के भाव
नासिक बेल्ट
नासिक के प्याज का भाव आज 1600 से 1750 रुपये प्रति मन के बीच है। कल और परसों की तुलना में भाव स्थिर रहने की संभावना है।
पुणे बेल्ट
पुणे के प्याज का भाव आज 1650 से 1750 रुपये प्रति मन के बीच चल रहा है। फिलहाल 1800 रुपये प्रति मन की स्थिति नहीं लग रही है।
राजस्थान:
राजस्थान के प्याज का भाव 1500 से 1650 रुपये प्रति मन के बीच है। अच्छे लॉट्स में भाव 1700 रुपये प्रति मन तक भी जा सकते हैं।
मध्य प्रदेश (एमपी):
मध्य प्रदेश के प्याज का भाव पिछले दिनों 1640 रुपये प्रति मन था, जो घटकर 1500 रुपये प्रति मन के आसपास आ गया है।
क्वालिटी की बात करें तो, एमपी से आ रहे प्याज में कुछ हल्की क्वालिटी की समस्याएं हैं, जबकि महाराष्ट्र और पुणे से आ रहे प्याज की क्वालिटी अच्छी है।
इंदौर मंडी में प्याज के भाव और बाजार की स्थिति
मध्य प्रदेश में प्याज की आवक
कल मध्य प्रदेश की इंदौर मंडी में प्याज की आवक काफी बढ़ गई है। हाल ही में मंडी में 88,000 से 92,000 कट्टों की आवक दर्ज की गई, जो पिछले 5-6 दिनों की ही तरह रही। जैसे ही भाव में थोड़ा सुधार आता है, किसान भारी मात्रा में प्याज मंडियों में भेज देते हैं। इससे मंडियों में प्याज की अधिकता हो जाती है, और कीमतें गिरने लगती हैं। किसानों को इस समय 45-50 रुपये प्रति किलो के भाव का इंतजार है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यदि 38-40 रुपये प्रति किलो का भाव मिल रहा है, तो प्याज को धीरे-धीरे निकालते रहना चाहिए। इससे मंडियों में एक साथ प्याज की अधिकता नहीं होगी और भाव भी स्थिर रहेंगे।
आज हम इंदौर मंडी की आवक वर्तमान में,
आवक लगभग 70,000 से 75,000 कट्टों के बीच है,
बाजार के भाव:
आज की तारीख में, प्याज के भाव में गिरावट देखने को मिली है। कल जहां प्याज के भाव 40 रुपये तक गए थे, आज वही प्याज 38 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। अच्छे माल के भाव 36-37 रुपये प्रति किलो हैं और सुपर माल के भाव 38 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। बाजार में 35 रुपये प्रति किलो का भाव देखने को मिला है।
बाजार में तेजी की संभावना:
वर्तमान में बाजार में कोई खास तेजी देखने को नहीं मिली है। कल की स्थिति के अनुसार, प्याज के भाव में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं आया है।
प्याज की क्वालिटी:
प्याज की क्वालिटी की बात करें तो, आज 35 रुपये प्रति किलो बिक रहे प्याज में थोड़ी बहुत डैमेज देखने को मिल रही है। इसके अलावा, 37 रुपये प्रति किलो के प्याज में भी अच्छी क्वालिटी देखने को मिली है।
आवक का प्रभाव और भाव में उतार-चढ़ाव:
हमेशा की तरह, हम देखते आ रहे हैं कि आवक बढ़ने पर भाव में गिरावट आती है, और आवक घटने पर भाव में तेजी आती है। हाल ही में, मध्य प्रदेश के इंदौर, शाजापुर, और रतलाम जैसे बाजारों में आवक अचानक कम हो गई थी, जिसके कारण वहां भाव में तेजी आई थी। अब जब वहां आवक बढ़ी है, तो भाव में थोड़ी गिरावट देखी जा रही है। यह स्थिति आवक पर निर्भर करती है और सीधे तौर पर भाव को प्रभावित करती है।
प्याज की बिक्री के वर्तमान हालात:
फिलहाल, जिन लोगों के पास प्याज है, वे उसे निकालने की कोशिश कर रहे हैं। प्याज के भाव पिछले कुछ दिनों से स्थिर रहे हैं, लगभग 35-42 रुपये प्रति मन के आसपास। इस समय प्याज बेचना महत्वपूर्ण है, लेकिन एकदम से ज्यादा माल निकालने से बाजार में मंदी आ सकती है। इसलिए, किसानों को धीरे-धीरे माल निकालने ताकि बाजार में स्थिरता बनी रहे।
नेफेड और एनसीसीएफ की भूमिका:
अगर नेफेड और एनसीसीएफ जैसे संगठन बड़ी मात्रा में माल लाते हैं, तो इससे फर्क पड़ेगा, पिछली बार नेफेड और एनसीसीएफ ने 10 सितंबर के आसपास स्टॉक निकाला था, जिससे बाजार पर असर पड़ा था। अगर वे एक साथ बहुत सारा माल डालते हैं, तो बाजार पर असर पड़ सकता है, लेकिन अगर वे धीरे-धीरे माल निकालते हैं, तो मंदी की संभावना कम है।
महाराष्ट्र में नेफेड और एनसीसीएफ का हस्तक्षेप
महाराष्ट्र में प्याज उत्पादक किसान इस बार नेफेड और एनसीसीएफ के बाजार में उतरने का विरोध कर रहे हैं। फिलहाल, नेफेड और एनसीसीएफ के बाजार में उतरने की खबरें आ रही हैं, लेकिन इनकी पुष्टि नहीं हो पाई है। किसानों का मानना है कि अगर सरकार इन एजेंसियों को प्याज की खरीद के लिए बाजार में जल्दी उतारती है, तो इससे प्याज के भाव पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। पिछले चुनावों में भी किसानों की नाराजगी से महाराष्ट्र सरकार को नुकसान हुआ था, इसलिए इस बार सरकार अतिरिक्त सावधानी बरत रही है।
दक्षिण भारत से प्याज के उत्पादन की खबरें:
इस समय साउथ में प्याज की स्थिति थोड़ी चिंताजनक है। वहां से खबरें आ रही हैं कि इस बार प्याज का उत्पादन लगभग 50% तक सीमित रहेगा। हालांकि, अगले 15 दिनों में प्याज की आवक में बढ़ोतरी की संभावना है। फिलहाल, मंडियों में रोजाना लगभग 20 से 25 गाड़ियां ही प्याज की पहुंच रही हैं, जो आने वाले समय में बढ़कर 100 से 125 गाड़ियों तक जा सकती हैं। लेकिन, भारी बारिश और बाढ़ की वजह से प्याज की फसल को काफी नुकसान हुआ है। खेतों में पानी भरा होने के कारण प्याज की फसल गीली हो रही है, जिससे उसकी गुणवत्ता प्रभावित हो रही है।
बांग्लादेश को प्याज का निर्यात:
3 सितंबर 2024 को बांग्लादेश के पेट्रोपोल और मेहंदीपुर बॉर्डर से 41 गाड़ियों का निर्यात हुआ। बांग्लादेश में भारतीय प्याज का भाव 64 से 74 रुपये प्रति किलो के बीच रहा। पिछले दो से तीन दिनों में भाव में 1 से 2 रुपये की तेजी आई है, लेकिन निर्यात साधारण गति से ही हो रहा है। निर्यात की गाड़ियों की संख्या 100 तक नहीं पहुंच पाई है, जो प्याज की मांग और आपूर्ति के बीच असंतुलन को दर्शाता है।
गुजरात में प्याज उत्पादन । गुजरात में भी प्याज की स्थिति साउथ के समान ही है। भारी बारिश और तूफान के कारण वहाँ की मंडियों में भी प्याज की आवक कम हो रही है। खेतों में पानी भरा हुआ है, जिससे फसल को नुकसान हो रहा है। मंडियों में नई प्याज की गाड़ियां मुश्किल से पहुंच रही हैं, और बाजार में उपलब्ध प्याज की मात्रा सीमित है।
कई किसान 45 से 50 रुपये प्रति किलो के भाव का इंतजार कर रहे हैं, जिससे प्याज की ज्यादा मात्रा मंडियों में एक साथ आ रही है। इस कारण भाव में गिरावट की संभावना बढ़ जाती है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि किसानों को धीरे-धीरे प्याज की बिक्री करनी चाहिए ताकि मंडियों में प्याज की अचानक से अधिक आपूर्ति न हो और उन्हें बेहतर भाव मिल सके।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।