चीन ने भारतीय बाजारों से खरीदा जीरा | जाने इससे जीरा की कीमतों पर कितना होगा असर 

 

किसान साथियो जीरे के घरेलू व्यापारियों के लिए एक है रानीजनक समाचार यह है कि अपनी नई फसल चालू होने के बाद भी चीन ने भारतीय बाजारों से जीरे की खरीद की है। हालांकि आने वाले दिनों में तुर्की एवं सीरिया की नई फसल भी शुरू होने की उम्मीद तो है लेकिन अभी यह निश्चित नहीं है कि यह कब आएगी। अतः आगामी दिनों में जीरा मजबूत ही बना रहने के आसार नजर आने लगे हैं। चीन में पिछले करीब तीन-चार सप्ताहों से जीरे की नई फसल चालू है। बाजार के सूत्रों से प्राप्त जानकारी पर यदि विश्वास किया जाए तो अपनी नई फसल चालू होने के बाद भी चीन ने ऊंझा से करीब 100 कंटेनर जीरे की खरीद की है। हाल ही में आई तेजी की वजह से ऊंझा में इन दिनों जीरे की आवक भी बढ़कर करीब 18 से 20 हजार बोरियों की हो गई है। वहां जीरे की कीमत भी हाल ही में 225/300 रुपए तेज होकर फिलहाल 5825/6100 रुपए प्रति 20 किलोग्राम के दायरे में बनी होने की जानकारी मिली। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करे

गुजरात में मानसून पहुंच चुका है लेकिन अभी तक वहां वर्षा सामान्य से कमजोर बनी होने की सूचनाएं भी आने लगी हैं। चीन के बाद अब तुर्की तथा सीरिया में जीरे की नई फसल शुरू होनी है। हालांकि अभी तक प्राप्त सूचना पर यदि विश्वास किया जाए तो इन दोनों देशों ने अपनी नई फसल की कीमत बोलनी शुरू नहीं की है। इसकी वजह से उनकी फसल आने में देरी होने की आशंका भी व्यक्त की जाने लगी है। बीते सीजन की अपेक्षा इस बार गुजरात में जीरे की बुआई दोगुनी से भी कुछ अधिक हुई थी। इससे पूर्व इस बार जीरे की बिजाई करीब 25 प्रतिशत वृद्धि होने का अनुमान व्यक्त किया था। इधर, स्थानीय थोक किराना बाजार में भी बिकवाली बनी होने से जीरा सामान्य हाल ही में 1200 से 1300 रुपए उछलकर फिलहाल 31,500/32,500 रुपए प्रति क्विंटल पर बना हुआ है। इससे पूर्व इसमें 700 से 800 रुपए की मंदी आई थी। 

भारत के अलावा विश्व में तुर्की और सीरिया को जीरे के अन्य उत्पादक देशों के रूप में जाना जाता है। अब अफगानिस्तान तथा ईरान भी चुनौती पेश करने लगे हैं। आमतौर पर तुर्की एवं सीरिया में संयुक्त रूप से करीब 35 हजार टन जीरे का उत्पादन होता है और इनकी क्वालिटी भारतीय जीरे की तुलना में हल्की होती है। हाल ही में समाप्त हुए वित्त वर्ष 2023-24 में जीरे का कुल 1,65,269 टन का हुआ। इससे 5797.23 करोड़ रुपए की आय हुई। एक वर्ष पूर्व की आलोच्य अवधि में देश से 4193.593 करोड़ रुपए मूल्य के 1,86,509 टन जीरे का निर्यात हुआ था। आगामी दिनों में जीरा मजबूत ही बना रहने का अनुमान है। बाकि व्यापार अपने विवेक से करे

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मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।