क्या इस सीज़न में गेहूं में मिल सकते है MSP से उपर के रेट | जाने इस रिपोर्ट में
किसान साथियो लगातार दो वर्ष से गेहूं के घटते उत्पादन से जूझ रहे भारत में गेहूं की कीमतों पर लगाम लगाने के सभी सरकारी प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। मंगलवार को दिल्ली लारेंस रोड़ भाव 2725-2750 रु प्रति क्विंटल तक बोला गया। इस सीजन में यह तीसरी बार है जब दिल्ली में गेंहू के दाम 2700 रु प्रति क्विंटल से अधिक हो गया है। बीते जून से सरकार ने केंद्रीय भंडार से लगातार खुले बाजार में बिकवाली की जा रही है और अब तक लगभग 90 लाख टन गेहूं की बिक्री खुले बाजार में हो चुकी है WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें
जिससे सरकारी स्टाक 9.7 मिलियन टन रह गया है जो वर्ष 2017 के बाद सबसे कम है। पिछले साल 1060 लाख टन गेहूं उत्पादन का आंकड़ा सामने आया था और सरकारी खरीद 262 लाख टन तक सिमट गई थी जबकि लक्ष्य 345 लाख टन था। इस बार उत्पादन अनुमान 1143 लाख टन लगाया गया है जो कि लक्ष्य तक पहुंचता दिखाई नहीं देता क्योंकि मार्च के पहले दो तीन दिन में हुई तेज हवाओं की बारिश व ओलावृष्टि से फसल को नुक्सान होने की आशंका है। सस्ते में अनाज खरीदना है तो यहां देखें कहां के लिए निकली है अनाज रेक
जुलाई 2022 से लगातार गेहूं निर्यात पर प्रतिबंध है और आयात शुल्क 40 प्रतिशत में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। एक अप्रैल से सरकारी खरीद और वह भी बोनस के साथ शुरू होने वाली है। राजस्थान व मध्य प्रदेश सरकार अतिरिक्त बोनस की घोषणा कर चुकी हैं। आने वाले दिनों में अन्य राज्यों में भी बोनस की घोषणा संभव है। इन स्थितियों को देखते हुए यहां से मंदा नहीं लगता। बाजार तेज रहने की संभावना है। बाकी व्यापार अपने विवेक से करे
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मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।