आलू के बाजार से बड़ी रिपोर्ट | बंगाल से आलू की खरीद हुई बंद | जाने पूरी खबर
किसान साथियो आलू के बाजार में उतार चढाव जारी है। घरेलू बाजार से लेकर विदेशी बाजारों में आलू का बाजार बदल रहा है। आज की रिपोर्ट में हम आलू को लेकर चल रही खबरों की बात तो करेंगे ही साथ ही आपको आजादपुर मंडी के आलू भाव, ग्राहकी का रुझान और आवक के बारे में बताएंगे | साथ ही उड़ीसा और पश्चिम बंगाल से कुछ ऐसी खबरें हैं जो भाव को खास तौर पर प्रभावित कर सकती है। अगर आप आलू के किसान हैं या व्यापारी हैं तो आपको यह रिपोर्ट अंत तक पढ़नी चाहिए।
उड़ीसा ने पश्चिम बंगाल से आलू खरीद की बंद
सबसे पहले एक बड़ी खबर की बात कर लेते है । कल उड़ीसा राज्य के खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता कल्याण मंत्री कृष्ण चंद्र पात्रा ने घोषणा की है कि उड़ीसा राज्य ने पश्चिम बंगाल से आलू की खरीद बंद करने का निर्णय लिया है। उन्होंने यह जानकारी सचिवालय में व्यापारी संघ के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए पत्रकारों से साझा की। पात्रा ने बताया कि पश्चिम बंगाल से आलू खरीद बंद करने का कारण उड़ीसा में आलू की लंबे समय से चल रही कमी है, और पड़ोसी राज्य द्वारा आलू की आपूर्ति बंद कर दी गई है। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अब उत्तर प्रदेश से आलू की खरीद की जाएगी । शुरुआती चरण में व्यापारियों को उत्तर प्रदेश से 20 ट्रक आलू मंगाने की अनुमति दी गई है। मंत्री ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश से खरीद किए जाने वाले आलू की कीमत पश्चिम बंगाल से आयातित आलू के समान होगी।
उड़ीसा का यह निर्णय पश्चिम बंगाल के साथ उसके पारंपरिक आपूर्ति संबंधों को प्रभावित कर सकता है, और इसका असर दोनों राज्यों की कृषि और व्यापारिक गतिविधियों पर पड़ सकता है। उत्तर प्रदेश से आलू का आयात करने का निर्णय उड़ीसा के किसानों और व्यापारियों के लिए नए अवसर और चुनौतियाँ लेकर आ सकता है। यह निर्णय स्थानीय बाजार की कीमतों और आपूर्ति श्रृंखला पर भी प्रभाव डाल सकता है। मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश से आयात किए जाने वाले आलू की कीमत पश्चिम बंगाल के समान ही होगी, जिससे कीमतों में स्थिरता बनी रहेगी और उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा। आलू की आपूर्ति और मूल्य निर्धारण से संबंधित भविष्य के किसी भी बदलाव या निर्णयों की जानकारी समय-समय पर साझा की जाएगी।
आजादपुर मंडी से आलू की ताजा रिपोर्ट
आजादपुर मंडी की स्थिति:
आलू की आवक आजादपुर मंडी में आज 115 गाड़ियों की आवक हुई है, जिसमें 46 गाड़ियां पिछले दिन का बैलेंस हैं। बारिश और गर्मी के कारण आलू डैमेज हो रहा है, जिससे बिक्री प्रभावित हो रही है। चंदौसी का आलू, जिसमें सूर्य और चिप्सोना शामिल हैं, सबसे ज्यादा बिक रहा है। चंदौसी का आलू दिल्ली के मुकाबले बेहतर क्वालिटी का होता है, इसलिए उसकी मांग अधिक है।
आलू के भाव:
चंदौसी के आलू का भाव मंडी में सबसे अच्छा चल रहा है। चंदौसी के आलू की गुणवत्ता और ग्रेडिंग सबसे अच्छी मानी जाती है। विभिन्न प्रकार के आलू जैसे सूर्य, चिप्सोना, डायमंड आदि के भाव में अंतर है।
- चंदौसी के सूर्य आलू का भाव: ₹1300 से ₹1500 रुपये प्रति कट्टा
- चंदौसी के डायमंड आलू का भाव: ₹1500 से ₹1700 रुपये प्रति कट्टा
- चंदौसी के चिप्सोना आलू का भाव: ₹1200 से ₹1400 रुपये प्रति कट्टा
- गुल्ले आलू चंदौसी के 1200 से 1250 रुपये प्रति कट्टा
- सूर्य के गुल्ले 1300 से 1400 रुपये प्रति कट्टा बिक रहे हैं।
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संभल का चिप सोना आलू का भाव: 1100 से लेकर 1200 रुपये प्रति कट्टा
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अलीगढ़ का चिप सोना आलू का भाव: 1000 से 1100 रुपये प्रति कट्टा
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सूरिया के गुल्ले आलू का भाव: 1200 से 1250 रुपये प्रति कट्टा
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संभल के गुल्ले आलू का भाव: 1100 से 1150 रुपये प्रति कट्टा
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अलीगढ़ के गुल्ले आलू का भाव: 900 से 1000 रुपये प्रति कट्टा
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बंपर आलू का भाव:900 से 950 रुपये प्रति कट्टा
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हाइब्रिड आलू का भाव: 900 से 950 रुपये प्रति कट्टा
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एलआर आलू (पंजाब का) भाव: 1000 से 1150 रुपये प्रति कट्टा
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पंजाब का डायमंड आलू का भाव 1100 से 1200 रुपये प्रति कट्टा
इंदौर मंडी में आवक और भाव:
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आलू:
- आवक: लगभग 3000 कट्टे
- भाव: आलू की आवक कम होने की वजह से भाव में स्थिरता और अच्छा रेट मिलने की संभावना है।
ग्रेडिंग का महत्व:
आलू की अच्छी ग्रेडिंग से उसकी बिक्री और कीमत पर काफी फर्क पड़ता है। अच्छी ग्रेडिंग और सही देखभाल से आलू का नुकसान कम होता है और उसकी कीमत अधिक मिलती है। चंदौसीऔर संबल के आलू में ग्रेडिंग का फर्क आया है। चंदौसी और संबल के आलू के रेट में 50 से 100 रुपये का फर्क आ जाता है। चंदौसी का आलू बेहतर बिकता है, जबकि संबल का आलू कम बिकता है। सही तरीके से ग्रेडिंग करने पर आलू का मूल्य बढ़ सकता है। इसलिए आलू को साफ-सुथरा और सुखाकर बेचना चाहिए। इससे उनकी कीमत बढ़ सकती है और उन्हें अच्छे रेट पर बेचा जा सकता है। आलू को अच्छी तरह से ग्रेडिंग करें और सही तरीके से पैक करें। इससे गुणवत्ता में सुधार होगा और बाजार में उनकी मांग बढ़ेगी। आलू के नुकसान का एक बड़ा कारण मौसम भी है। गर्मी और उमस के कारण आलू खराब हो रहा है। मौसम ठंडा होने पर बिक्री में सुधार हो सकता है।
किसानों के लिए सलाह: किसानों को सलाह दी जा रही है कि वे अपने माल को रोककर न रखें, क्योंकि इससे नुकसान हो सकता है। बाजार की स्थिति को देखते हुए आलू की बिक्री जारी रखें। आलू का माल चलते रहना चाहिए। रुका हुआ माल खराब हो सकता है और बाजार में उसकी मांग भी कम हो सकती है। इसलिए, माल की निकासी और बिक्री जारी रखनी चाहिए।
समाप्ति में: आलू की मार्केट में इस समय अच्छी संभावनाएं हैं, लेकिन किसानों को धैर्य और समझदारी से काम लेना होगा। बाजार की स्थिति और मौसम का ध्यान रखते हुए, आलू की निकासी जारी रखें और जल्दबाजी में निर्णय न लें। इससे उन्हें बेहतर मुनाफा मिल सकता है और भविष्य में भी अच्छी संभावनाएं बनी रह सकती हैं। यदि आलू से संबंधित कोई और बड़ी खबर आती है, तो आपको सूचित किया जाएगा।आशा है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।