प्याज के भाव में हुआ बड़ा बदलाव | देखें प्याज के बाजार को हिला देने वाली तेजी मंदी रिपोर्ट

 

दोस्तों, किसान साथियों  नाफेड और एनसीसीएफ (राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी महासंघ) प्याज की खरीदी को लेकर काफी सक्रिय हो गयी हैं। एनसीसीएफ ने अपने 2.5 लाख मीट्रिक टन प्याज खरीदी का लक्ष्य पूरा करने की कगार पर है और अतिरिक्त 6000 मीट्रिक टन प्याज खरीदने का भी प्लान बना रहा है। और ये प्याज लासलगांव और आसपास के क्षेत्रों में स्टोर की जाएगी। हाल ही में खबर आई है कि नाफेड ने अभी तक 2.2 लाख मीट्रिक टन प्याज खरीदी कर चुकी है और जुलाई के अंत तक अपने लक्ष्य को पूरा करने की कोशिश भी कर रहा है। कुल मिलकर दोनों संस्थाएं 5 लाख मीट्रिक टन प्याज की खरीदी कर रही हैं।

इस खरीदी की कीमत की बात करें तो NCCF और Nafed ने 2800 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर प्याज की खरीदारी की जा रही है। इनका लक्ष्य विपरीत परिस्थितियों में बफर स्टॉक तैयार करना है बफर स्टॉक का मतलब ही ये है कि जब प्याज की कीमतें बहुत ज्यादा बढ़ जाएंगी, तब इस स्टॉक को बाजार में जारी किया जाएगा ताकि कीमतें नियंत्रण में रहें | यह स्टॉक जनता से खरीदा जाता है और जनता को ही बेचा जाता है।

इंदौर मंडी की आवक: लहसुन और प्याज की आवक दोनों में वृद्धि देखी गई है।

  • 31 जुलाई 2023 को इंदौर मंडी में आलू की आवक 4000 कट्टों की रही।
  • प्याज में थोड़ा उछाल देखा गया, 4500 से 5000 कट्टों के आसपास।
  • लहसुन की आवक 9000 से 9500 कट्टों के आसपास रही।

बाजार की स्थिति: इंदौर मंडी में आज प्याज का एक्सपोर्ट तो हो रहा है, लेकिन वहां के बाजार में कमजोरी देखी जा रही है। इसका असर इंदौर मंडी के बाजार पर भी पड़ा है।  गोल्टा और गोल्टी प्याज के बाजार में नरमी देखने को मिली है। गोल्टा का भाव ₹2,800 प्रति क्विंटल तक गया, जबकि अन्य जगहों पर भाव ₹2,900 प्रति क्विंटल तक देखा गया।

आज के भाव 

  • गोल्टा प्याज: ₹2,700 - ₹2,800 प्रति क्विंटल
  • मीडियम प्याज: ₹2,600 - ₹2,700 प्रति क्विंटल
  • सुपर लॉट: ₹2,500 - ₹2,800 प्रति क्विंटल

आजादपुर मंडी से प्याज की तेजी मंदी रिपोर्ट 

नमस्कार दोस्तों और प्यारे किसान साथियों, स्वागत करता हूं आप सभी का मंडी भाव टुडे चैनल पर। आज तारीख है 31 जुलाई 2024, और आज बुधवार है। इस महीने का अंतिम दिन है, और हम बात करेंगे आज के प्याज के बाजार के माहौल के बारे में। पिछले दो दिनों में मार्केट की स्थितियां स्थिर रही हैं। आने वाले समय में, विशेष रूप से 15 अगस्त के बाद, बाजार की स्थिति और साफ होगी। एनसीसीएफ और नेफेड के स्टॉक और बारिश की स्थिति के अनुसार, बाजार में मामूली तेजी या स्थिरता की संभावना है। प्याज का व्यापार मौसम और बाजार की स्थितियों पर निर्भर करता है। किसानों को उम्मीद है कि आने वाले समय में उन्हें अच्छे भाव मिलेंगे, जिससे उनका उत्साह बढ़ेगा।आने वाले समय में, अगर आवक कम रहती है, तो बाजार में अच्छी स्थिरता देखी जा सकती है।

बाजार की स्थिति: एनसीसीएफ और नेफेड ने काफी प्याज स्टॉक किया हुआ है और उन्होंने 10 से 15 अगस्त के बीच मंडी में प्याज लाने की योजना बनाई है। इससे बाजार में तेजी की संभावना कम हो सकती है। सितंबर में नए प्याज का आगमन होने पर, बाजार की स्थिति पर निर्भर करेगा कि प्याज के भाव कैसे बदलेंगे। वैसे नई प्याज अपनी जगह बिकेगी और पुरानी प्याज अपनी जगह। पुराने माल की मांग होटलों, रेस्टोरेंट्स और ढाबों में अधिक रहती है, क्योंकि उसकी ग्रेवी अच्छी बनती है और तेल कम लगता है। वर्तमान मौसम बरसात का है, जो फसल पर असर डाल सकता है। अगर बारिश ज्यादा होती है तो नए माल की खराबी की संभावना बढ़ सकती है।

सितंबर में नए प्याज का आगमन होने पर, बाजार की स्थिति पर निर्भर करेगा कि प्याज के भाव कैसे बदलेंगे।

आवक (Supply):

आज मंडियों में प्याज की आवक कम देखी जा रही है। इस समय आवक कम होने के पीछे कारण यह हो सकता है कि वर्तमान भाव स्थिर हैं और किसान उम्मीद कर रहे हैं कि आगे भाव बढ़ सकते हैं।

  • मंडी में आज 25 गाड़ियां नई आई हैं और 26 गाड़ियां कल की खड़ी हुई हैं, जिससे कुल 51 गाड़ियां मंडी में हैं।

आज का प्याज भाव (2024-07-31)

राजस्थान:

  • मोटे पीले प्याज: 1250 से 1300 रुपये प्रति 40 किलो 
  • मीडियम प्याज: 1100 से 1150 रुपये प्रति 40 किलो 
  • अच्छे प्याज: 1200 रुपये प्रति 40 किलो 
  • हल्के एवरेज प्याज: 1000 से 1050 रुपये प्रति 40 किलो 
  • अजमेर लाल प्याज: 1250 से 1300 रुपये प्रति 40 किलो  (अच्छी क्वालिटी)
  • हल्के प्याज: 1000 से 1050 रुपये प्रति 40 किलो 

मध्य प्रदेश (एमपी):

  • सुपर क्वालिटी प्याज: 1200 से 1300 रुपये प्रति 40 किलो 
  • नीचे क्वालिटी प्याज: 1100 से 1200 रुपये प्रति 40 किलो 
  • हल्के प्याज: 1000 से 1050 रुपये प्रति 40 किलो 

नासिक:

  • बढ़िया क्वालिटी प्याज: 1300 रुपये प्रति 40 किलो 
  • नीचे क्वालिटी प्याज: 1200 से 1250 रुपये प्रति 40 किलो 
  • हल्के प्याज: 850 से 880 रुपये प्रति 40 किलो 

पुणे:

  • उच्चतम क्वालिटी: 1400 रुपये प्रति 40 किलो 
  • जनरल प्याज: 1300 से 1350 रुपये प्रति 40 किलो 
  • पत्ती कम प्याज: 1250 से 1300 रुपये प्रति 40 किलो 
  • गुल्टा प्याज: 1100 से 1150 रुपये प्रति 40 किलो 

बाजार स्थिति और भाव संबंधी जानकारी:

  • बांग्लादेश के लिए निर्यात जारी रहेगा, जिससे नए माल की मांग और पुराने माल की कीमतों पर दबाव आ सकता है।
  • अफगानिस्तान से प्याज की आपूर्ति की संभावना है, जिससे पंजाब क्षेत्र में कीमतों पर प्रभाव पड़ सकता है।
  • नासिक और पुणे से प्याज की क्वालिटी अच्छी है, रंग, चमक और साइज पर ध्यान देते हुए।
  • बाजार में कीमतों में मामूली वृद्धि की संभावना है, लेकिन यह निर्भर करेगा कि माल लगातार बिकते रहें।

बांग्लादेश में प्याज के आयात की स्थिति

पिछले कुछ दिनों में बांग्लादेश में प्याज की खरीदारी कम हो गई है और आयातित प्याज स्टॉक किया जा रहा है। व्यापारियों का कहना है कि सीमाओं पर व्यापारी उच्च गुणवत्ता वाले प्याज को गोदामों में स्टॉक कर रहे हैं ताकि मूल्य में गिरावट और नुकसान से बचा जा सके। सूत्रों के मुताबिक , बांग्लादेश में खातून गंज और अन्य थोक बाजारों में खरीदारों की कमी के कारण व्यापारियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अस्थिर माहौल और कर्फ्यू के कारण कई दिनों तक कारोबार बंद रहा, जिससे व्यापारियों को नुकसान हुआ। इससे भारतीय प्याज की आपूर्ति में कोई बड़ी रुकावट नहीं है, लेकिन कीमतें प्रभावित हो रही हैं। खातून गंज के व्यापारियों ने बताया कि गुणवत्ता के आधार पर भारतीय प्याज की बिक्री 85-88% तक घट गई है। यदि उत्पाद जल्दी नहीं बेचे गए, तो उन्हें सड़ने का खतरा है और व्यापारियों को बैंक कर्ज चुकाने में भी कठिनाई हो रही है। हालांकि, बांग्लादेश में प्याज, अदरक और लहसुन की आपूर्ति अभी भी अच्छी है, लेकिन बिक्री में कमी के कारण कीमतों में गिरावट आई है।

बांग्लादेश में प्याज के उत्पादन में आत्मनिर्भरता

बांग्लादेश के वैज्ञानिक प्याज के उत्पादन में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए कई नई विधियाँ अपनाने का प्रयास कर रहे हैं। वर्तमान में बांग्लादेश प्याज के उत्पादन में विश्व में तीसरे स्थान पर है और देश की सालाना मांग 35-36 लाख मेट्रिक टन है, जबकि पिछले साल 32 लाख मेट्रिक टन प्याज का उत्पादन हुआ था। बांग्लादेश ने इस साल प्याज का उत्पादन बढ़ाकर 8 लाख मेट्रिक टन किया है और विभिन्न मसालों की 47 किस्में विकसित की हैं, जिनमें से छह प्याज की किस्में हैं। बांग्लादेश के वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि नई किस्मों की सही विधि से खेती की जाए, तो बांग्लादेश जल्द ही प्याज के उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल कर लेगा।

बांग्लादेश में  निर्यात और भाव 

बांग्लादेश में कल यानी 29 जुलाई को विभिन्न बॉर्डर से कितनी प्याज का निर्यात हुआ। गोस दंगा बॉर्डर से 38 गाड़ियां और मेहंदीपुर बॉर्डर से 43 गाड़ियां निर्यात हुई हैं। इसके अतिरिक्त, सभी बॉर्डर से मिलाकर कुल 102 गाड़ियों का निर्यात हुआ और 22 गाड़ियां बैलेंस भी रही हैं। बांग्लादेश में प्याज की थोक कीमतें गिर रही हैं, लेकिन खुदरा बाजार में इसका लाभ नहीं मिल रहा है। खुदरा बाजार में प्याज की कीमतें ऊँची बनी हुई हैं। खातून गंज में भारतीय प्याज की कीमत 85% पर बिक रही है जबकि बॉर्डर पर प्याज की कीमत 90% है।

किसानों के लिए सलाह व उम्मीद :

  • अच्छे भाव पर प्याज को बेचें और ज्यादा प्रतीक्षा न करें, जिससे भविष्य में नुकसान से बचा जा सके। बाजार की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अपने माल की सही कीमत प्राप्त करें। इस जानकारी से किसान अपने प्याज के भाव और क्वालिटी के अनुसार सही निर्णय ले सकते हैं और अच्छे मुनाफे की उम्मीद कर सकते हैं।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।