निराशा के माहौल में अब क्या करें सरसों के किसान। देखें आज की सरसों की तेजी मंदी रिपोर्ट

 

सरसों की तेजी मंदी रिपोर्ट : किसान साथियो सरसों के रेट (Mustard Rate) में अभूतपूर्व गिरावट देखने को मिल रही है। यह गिरावट इतनी तेज है कि रुकने का नाम ही नहीं ले रही है । सरसो को ना तो विदेशी बाजारों से कुछ सहारा मिल रहा है और ना ही सरकार इस गिरावट को रोकने का कोई प्रयास कर रही है। मोदी सरकार ने कुछ साल पहले विजन दिया था कि भारत को तेल तिलहन के मामले में आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयास किए जाएंगे। लेकिन इस दिशा में सरकार ने अभी तक कोई भी कदम नहीं उठाया है। अपितु सरकार ने ऐसे ऐसे नियम बनाए हैं जिनके चलते सरसों और तिलहन फसल के किसानों को भारी नुकसान हुआ है। सरसों के गिरते भाव के कारण किसान की कमर टूट चुकी है। मंडी भाव टुडे पर हम पिछले कई सालों से सरसों पर रिपोर्ट लेकर आ रहे हैं । ऐसा कभी भी नहीं देखा गया है कि इतने लंबे समय तक सरसों में गिरावट का दौर चले। हाजिर मंडियों में सरसों के भाव पिटते पिटते न्यूनतम समर्थन मूल्य के ₹1000 नीचे तक जा चुके हैं। सरकार ने अभी तक किसानों की कोई सुध नहीं ली है। ना तो एमएसपी पर सरसों खरीद में कोई बहुत बड़ा जोश दिखाया है और ना ही विदेशी तेलों के आयात पर किसी किस्म का शुल्क ( Duty on Imported oils) लगाया है। कुछ मंडियों में सरसों की MSP रेट 5450 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीद जरूर चल रही है लेकिन यह सरसों में हो रही गिरावट को रोकने के लिए नाकाफी है। भारतीय बाजार में विदेशी खाद्य तेलों के आगे सरसों के तेल का भाव टिक नहीं पा रहा है। अगर सरकार ने जल्दी ही कुछ नहीं किया तो आने वाले समय में सरसों का रकबा घट भी सकता है। जिसके बाद भारत को खाद्य तेलों के मामले में आत्मनिर्भर बनाने की बात एक सपना बनकर रह सकती है। आज की रिपोर्ट में हम सरसों के बाजार को लेकर चर्चा करेंगे। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें

ताजा मार्केट अपडेट
तेल मिलों की मांग कमजोर बनी रहने के कारण घरेलू बाजार में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन सरसों की कीमतें मंदी हो गई। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 50 रुपये घटकर दाम 5,400 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। भरतपुर में मार्केट बंद रहने के कारण भाव नहीं खुले लेकिन आसपास के मार्केट में 4950 के रेट की आवाज आ रही थी। दिल्ली लॉरेंस रोड़ पर भी सरसों के भाव में गिरावट हुई और भाव 100 रुपये तक गिर गए। अंतिम भाव 5100 रुपये प्रति क्विंटल रिपोर्ट किए गए हैं। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक 8.50 लाख बोरियों पर स्थिर बनी रही। सरसों में अब और गिरावट नहीं | जाने क्या कहते हैं जानकार

प्लांटों पर क्या रहे भाव
सलोनी प्लांट में सरसों की खरीद भाव में ₹25 की कटौती की सरसों के अंतिम भाव ₹5750 प्रति क्विंटल की रहे। आगरा में बीपी प्लांट पर भी सरसों में ₹50 की गिरावट हुई। आगरा बीपी और शारदा प्लांट पर सरसों के भाव ₹5550 प्रति क्विंटल तक दर्ज किए गए हैं। बूंदी में अदानी प्लांट पर सरसों के भाव 5325 के रहे जबकि कोटा में महेश प्लांट पर ₹5675 प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीद हुई है।

गिरावट की बड़ी वज़ह
सरसों में पिछले दो दिन में हुई गिरावट का बड़ा कारण विदेशी बाजारों में खाद्य तेलों की कीमतों का गिरना है। व्यापारियों के अनुसार आयातित खाद्वय तेल की कीमतों में चल रही गिरावट के कारण सरसों तेल की कीमतों पर दबाव बना हुआ है, जिस कारण तेल मिलें सरसों की खरीद केवल जरुरत के हिसाब से ही कर रही हैं। विश्व बाजार में खाद्वय तेलों की कीमतों में अभी बड़ी तेजी के आसार नहीं है, इसलिए घरेलू बाजार में सरसों के दाम रुकने की उम्मीद है। मंडियों में गेहूं के लगे अंबार | जाने मंडियों में क्या मिल रहे हैं गेहूं के रेट wheat kanak gehu Live Rate Today 25 april 2023

हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों के ताजा भाव की बात करें तो राजस्थान की नोहर मंडी में सरसों का टॉप भाव 4700, श्री गंगानगर मंडी में सरसों का टॉप भाव 4991, गोलूवाला मंडी में सरसों का भाव 4590, देवली मंडी में सरसों का भाव 5060, बीकानेर मंडी में सरसों का भाव 4600, पीलीबंगा मंडी में सरसों का भाव 4730, संगरिया मंडी में सरसों का भाव 4701, रायसिंहनगर मंडी में सरसों का भाव 4782, सूरतगढ़ मंडी में सरसों का भाव 4692, रावला मंडी में सरसों का भाव 4740, श्री विजयनगर  मंडी में सरसों का भाव 4664, गजसिंहपुर मंडी में सरसों का रेट 4750, अनूपगढ मंडी में सरसों का रेट 4760, श्रीमाधोपुर  मंडी में सरसों का रेट 4650 , पीली सरसों का भाव  5050, मेड़ता मंडी में सरसों का रेट 5030, सिरसा मंडी में सरसों का रेट 4850, ऐलनाबाद मंडी में सरसों का रेट 4731, सिवानी मंडी में सरसों का रेट 4950 और आदमपुर  मंडी में सरसों का रेट 4750 रुपये प्रति क्विंटल तक रहा शुरुआती सुस्ती के बाद गेहूं खरीद ने पकड़ी रफ़्तार | पिछले साल से ज्यादा खरीद | रिपोर्ट

विदेशी बाजारों में भारी गिरावट
अप्रैल में निर्यात में आई कमी के कारण मलेशियाई कच्चा पाम तेल (CPO) वायदा मंगलवार को घटकर एक सप्ताह से अधिक के निचले स्तर पर आ गए। बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, बीएमडी पर जुलाई महीने के वायदा अनुबंध में पाम तेल की कीमतें 67 रिगिट यानी 1.81 फीसदी कमजोर होकर 3,638 रिंगिट प्रति टन रह गई। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सुबह के सत्र में शुरुआती कारोबार में यह गिरावट 3.86 % तक हो गई थी। लेकिन बाद में इसमे थोड़ा सुधार हुआ। चीन के डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध 0.13 फीसदी कमजोर हुआ, जबकि इसके पाम तेल वायदा अनुबंध में 0.25 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। उधर शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड में सोया तेल की कीमतें 0.08 फीसदी कमजोर हुई। सरसों में नहीं रुक रही मंदी | आज सरसों के रेट Sarso Live Rate Today 25 Apr 2023

घरेलू बाजार अपडेट
किसान साथियों घरेलू बाजार में सरसों तेल की कीमतें ₹100 प्रति किलो के नजदीक आ गई हैं । जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें मंगलवार को भी 10-10 रुपये कमजोर होकर भाव क्रमशः 1012 रुपये और 1002 रुपये प्रति 10 किलो रह गई। इस दौरान सरसों खल के दाम 10 रुपये कमजोर होकर दाम 2470 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। तरबूज खरीदने से पहले कर लें यह जांच | शर्तिया मीठा निकलेगा आपका तरबूज

सरसों में अब आगे क्या
किसान साथियों सरसों का भाव कोई शेयर बाजार का भाव नहीं है जो गिरते-गिरते जीरो भी हो सकता है। किसी न किसी स्तर पर यह गिरावट रुक ही जानी है। अतः इन स्तरों पर अब घबराने के लिए कुछ बचा नहीं है। सरसों के भाव अपने न्यूनतम स्तर पर आ चुके हैं पिछले 2 दिन की गिरावट का श्रेय केवल विदेशी बाजारों की गिरावट को ही दिया जा रहा है। घरेलू बाजारों में इसके आगे सरसों के और कमजोर होने की उम्मीद कम है। अगर आपने अभी तक सरसों नहीं बेची है तो इन स्तरों पर बेचने का कोई मतलब नहीं बनता। हम मानते हैं कि निकट भविष्य में सरसों में बड़ी तेजी की संभावना कम है क्योंकि चुनावी साल आने वाला है और सरकार नहीं चाहेगी कि खाने पीने की चीजों के दाम बढ़े । लेकिन जिस लेवल पर सरसों के भाव चल रहे हैं यहां से आगे और गिरावट की संभावना भी बहुत कम है। ऐसे में किसान साथी चाहे तो सरसों को होल्ड कर सकते हैं । बाकी व्यापार अपने विवेक से ही करें। 

About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।