सरसों में और कितना उछाल बाकी ? देखें रिपोर्ट

 

सरसों में और कितना उछाल? देखें आज की तेजी मंदी रिपोर्ट

किसान साथियो हमने पहले भी अपनी रिपोर्टों में बताया है कि मार्केट में जब तेजी आती है तो जरूरत से ज्यादा तेजी आ जाती है और जब मंदी का रुख चलता है तो वह भी बाजारों में जरूरत से ज्यादा मंदी ला देता है । हाल फिलहाल आलम यह है कि पिछले 15 दिन से सरसों के भाव में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है । ऐसे में अब सरसों में सावधानी बरतने की जरूरत है। किसान और व्यापारी सरसों में आई इस तेजी को लेकर उत्साहित है। त्योहारी सीजन के बाद अब विदेशी बाजारों की तेजी से घरेलु तिलहन और खाद्य तेल के बाजार को सहारा मिल रहा है और यह तेजी की ओर अग्रसर हैं। WhatsApp पर भाव पाने के लिए ग्रुप join करे

ताजा मार्केट अपडेट
गुरुवार को सरसों के बाजार में स्थिरता से लेकर तेजी का माहौल बना रहा। जयपुर में कंडीशन सरसों के भाव ₹25 तेज होकर 6875 पर बंद हुई। हालांकि गुरुवार को दिन में जयपुर में 42% कंडीशन सरसों के भाव 6925 तक पहुंच गए थे उसके बाद शाम को ₹50 की कमजोरी देखने को मिली। दिल्ली लारेंस रोड पर सरसों के भाव ₹50 तेजी के बाद ₹6600 प्रति क्विंटल तक बोले गए चरखी दादरी में सरसों के भाव में ₹100 की तेजी बनी और अंतिम भाव ₹6550 प्रति क्विंटल तक रिपोर्ट किए गए। ब्रांडेड कंपनियों की बात करें तो सलोनी पर सरसों के भाव 7500 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच चुके हैं गोयल कोटा प्लांट पर सरसों के भाव 6700 तक रिपोर्ट किए गए हैं। अनाज मंडी ताजा भाव Anaj Mandi Rate today 27 oct 2022

हाजिर मंडियों में सरसों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों में सरसों के भाव की बात करें तो नोहर मंडी में सरसों का भाव 6450 रुपए प्रति क्विंटल, श्री गंगानगर मंडी में सरसों का टॉप भाव 6458, आदमपुर मंडी में सरसों का रेट 6331, रावतसर मंडी में 42 लैब सरसों का भाव 6510, संगरिया मंडी में सरसों का टॉप रेट 6350, पीलीबंगा मंडी में सरसों का भाव 6235, अनूपगढ़ मंडी में सरसों का रेट 6320, रावला मंडी में सरसों का भाव 6300, घड़साना मंडी में सरसों का भाव 6370, सादुलपुर मंडी में 39 लेब सरसों का भाव 6100, सादुलशहर मंडी में सरसों का भाव 6340, रायसिंहनगर मंडी में सरसों का भाव 6270, गोलूवाला मंडी में सरसों का रेट 6254, श्रीकरणपुर मंडी में सरसों का रेट 6345 रुपए और देवली मंडी में सरसों का भाव ₹6730 प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया। हरियाणा की मंडियों की बात करें तो ऐलनाबाद मंडी में सरसों का टॉप रेट 6171, आदमपुर मंडी में 42 लैब सरसों का भाव 6508 और सिरसा मंडी में सरसों का भाव ₹6150 प्रति क्विंटल तक बोला गया है ये भी पढे :- देखें आज के सरसों के लाइव रेट Sarso Live Rate Today 27 Oct

विदेशी बाजारों से मिल रहे मजबूत संकेत
गुरुवार को अमेरिकी सोया तेल में उछाल के बाद पाम तेल भी 2 प्रतिशत से अधिक बढ़ गया। मलेशिया में पाम तेल के भाव को देखें तो यह पिछले एक हफ्ते मे 4250 के स्तर को पार करने के बाद कल 4150 रिंगिट प्रति टन के आसपास चल रहा है। खाद्य तेल के बड़े निर्यातक देश इंडोनेशिया और मलेशिया में अधिक बारिश होने से उत्पादन पर बेहद खराब असर पड़ा है। यहां पर उत्पादन घटने की आशंका है। तो दूसरी ओर बाकी देशों में इसकी मांग तेज बनी रहने का अनुमान है। ऐसे में इन देशों का स्टॉक घट सकता है। ऐसी स्थिति में पाम ऑयल के दाम तेजी से बढ़ सकते हैं। इसके अलावा बढ़ते भाव को देखकर अगर इंडोनेशिया ने एक्सपोर्ट टैक्स को फिर से बहाल करने का निर्णय लिया तो ऐसे में भाव और ज्यादा बढ़ सकते हैं। ये भी पढे :- बासमती धान के ताजा भाव | Basmati Paddy Rate Today 27 October 22

घरेलू बाजारों की अपडेट
भारत में पाम तेल 1080 रुपए प्रति 10 किलो तक कारोबार करता दिखाई दिया। मुंबई में सोया तेल का भाव 10 रुपए प्रति दस किलो बढ़ा, जबकि राजकोट में आरबीडी पामोलिन 5 रुपए प्रति दस किलो तेज हुआ। सरसों तेल में दिल्ली और चरखी दादरी लाइन पर 5 रुपए प्रति दस किलो में सुधार हुआ है, जबकि जयपुर में भाव 6 रुपए प्रति दस किलो तक बढ़े हैं। जयपुर एक्सपेलर भाव 1428 रुपए तक आ गया है। बड़े स्टॉक के अभाव में अब यहां से सरसों तल की आपूर्ति घट सकती है और भाव में कुछ तेजी और बन सकती है। धान 1121 का भाव पहुँचा 4100 अब आगे क्या रोके या बेचे - देखें रिपोर्ट

सरसों में और कितना उछाल
किसान साथियों त्योहारी सीजन के चलते सरसों की आवक में बड़ी गिरावट देखने को मिली है । गुरुवार को सरसों की कुल आवक मात्र 100000 बोरी की हुई । अगर सरसों की आवक 150000 बोरी के नीचे बनी रहती है तो यह सरसों के भाव को और सहारा देगी । फिलहाल भारत में सरसों और अन्य तिलहन फसलों के भाव विदेशी संकेतों के चलते ही बढ़ रहे हैं। हालांकि घरेलू बाजार में भी त्योहारी सीजन और सर्दियों की ठीक-ठाक डिमांड का सहारा मिल रहा है। रुपए में गिरावट थमती हुई दिखाई दे रही है, लेकिन अभी भी आयात की दृष्टि से हालात संतोषजनक नहीं है। नए कॉन्ट्रैक्ट भी नहीं हो रहे हैं और घरेलु आपूर्ति पहले से ही तंग है। ऐसे में आगे चलकर अगर इंडोनेशिया और मलेशिया में पाम तेल के भाव बढ़ते हैं तो सरसों में बड़ी तेजी भी देखने को मिल सकती है। इसके विपरीत परिस्थिति में भाव में मामूली तेजी मंदी ही बने रहने की उम्मीद है। अगर विदेशों में तेजी बनी रहती है तो भारत में सरसों का उत्पादन भले ही कितना भी बढ़ जाए सरसों में तेजी बनने से कोई नहीं रोक सकता। किसान साथियो अपनी कल की रिपोर्ट में भी बताया था कि भले ही आने वाले सीजन में सरसों की बम्पर पैदावार बतायी जा रही हो लेकिन चालू सीज़न की डिमांड तो पिछले स्टॉक से ही पूरी होनी है। और बड़ी बात यह है कि इस साल स्टॉक लिमिट होने के कारण व्यापारियों के पास सरसों या सरसों तेल का बड़ा स्टॉक नहीं है। घरेलु बाजार के तथ्यों को देखें तो डिमांड और सप्लाई को देखते हुए कोई बहुत बड़ी तेजी या मंदी का संकेत नहीं मिल रहा है हालांकि विदेशी बाजारों की तेजी भाव को और 200 रूपए प्रति क्विंटल तक उछाल सकती है। व्यापार अपने विवेक से करें