आने वाले दिनों में क्या रहेगा मौसम का हाल | कहां बढ़ेगी गर्मी कहां होगी बारिश यहां जाने

 
आने वाले दिनों में क्या रहेगा मौसम का हाल | कहां बढ़ेगी गर्मी कहां होगी बारिश यहां जाने

पिछले कुछ दिनों से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते दिल्ली और आसपास के इलाकों में तेज हवाओं के साथ गरज-चमक और हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिली। शुक्रवार की शाम कई जगहों पर तेज आंधी के साथ पानी गिरा, जिससे वातावरण में नमी बढ़ गई और तपती गर्मी से कुछ राहत मिली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जानकारी दी है कि सोमवार को भी राजधानी के आकाश में बादल मंडराते रहेंगे। अधिकतम तापमान के लगभग 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने और न्यूनतम तापमान के करीब 22 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना जताई गई है। हालांकि, मंगलवार और बुधवार को मौसम पूरी तरह साफ रहने का अनुमान है, जिससे धूप तेज हो सकती है। लेकिन फिलहाल, दिल्लीवासियों को उमस और तेज धूप के मुकाबले कुछ ठंडी हवाओं और बदलते मौसम का आनंद लेने का अवसर मिलेगा।

उत्तर प्रदेश में तपने लगी धरती, लू के कहर से बढ़ी बेचैनी

उत्तर प्रदेश में बीते कुछ दिनों तक चली आंधी और बारिश का दौर अब थमता दिखाई दे रहा है। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में भीषण गर्मी और लू चलने की चेतावनी जारी कर दी है। पश्चिमी विक्षोभ के असर के बाद तापमान में तेज उछाल देखने को मिल रहा है और आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ने की आशंका है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रदेश के प्रमुख शहरों में पारा 42 से 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, आगरा, झांसी और वाराणसी जैसे शहरों में दोपहर के समय गर्म हवाएं चलने की पूरी संभावना है, जिससे लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। गर्मी से बचाव के लिए हल्के कपड़े पहनने, भरपूर पानी पीने और दोपहर के समय घर से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी जा रही है।

राजस्थान में सूर्यदेव का प्रचंड प्रकोप, गर्म हवाओं ने बढ़ाई परेशानी

राजस्थान में भीषण गर्मी अपने चरम पर पहुंचती दिख रही है। रविवार को कोटा का तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम का एक नया रिकॉर्ड है। इसके अलावा बाड़मेर, नागौर, श्रीगंगानगर, जयपुर, भीलवाड़ा और कोटा सहित कई जिलों में तापमान में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि आगामी दिनों में इन इलाकों में लू का प्रकोप और तेज हो सकता है। दिन के समय सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है और बाजारों में भीड़ noticeably कम हो गई है। डॉक्टरों ने नागरिकों को धूप से बचने, पर्याप्त तरल पदार्थों का सेवन करने और शरीर को हाइड्रेटेड रखने की सलाह दी है। साथ ही, कामकाजी वर्ग और किसानों को भी तेज धूप के समय में बाहर काम करने से परहेज करने के निर्देश दिए जा रहे हैं ताकि गर्मी से संबंधित बीमारियों से बचा जा सके।

जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश की आशंका, रेड अलर्ट ने बढ़ाई चिंता

जम्मू-कश्मीर में मौसम ने खतरनाक रूप धारण कर लिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने कश्मीर घाटी के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी देते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। खासतौर पर कुपवाड़ा, मुजफ्फराबाद, बांदीपोरा, बारामुल्ला, गंदेरबल, किश्तवाड़, रामबन और बड़गांव जैसे जिलों में अत्यधिक वर्षा का खतरा मंडरा रहा है। इन इलाकों में नदी-नालों में अचानक बाढ़ आ सकती है, जिससे जनजीवन प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। इसके अतिरिक्त पुंछ, मीरपुर, राजौरी, अनंतनाग, जम्मू, उधमपुर, कठुआ और रियासी जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी कर एहतियात बरतने की सलाह दी गई है। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और सड़कों के बाधित होने की संभावना भी बढ़ गई है। प्रशासन ने स्थानीय लोगों और यात्रियों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने के निर्देश जारी किए हैं। राहत एवं बचाव दलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है ताकि आपात स्थिति में त्वरित सहायता उपलब्ध कराई जा सके।

पूर्वोत्तर भारत में फिर बरसेंगे बादल, आंधी-तूफान का खतरा बना रहेगा

पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में भी मौसम का मिजाज बिगड़ने वाला है। मौसम विभाग ने मेघालय, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा सहित कई राज्यों में बारिश और आंधी-तूफान का अलर्ट जारी किया है। सोमवार से शुरू होकर तीन से चार दिनों तक इन इलाकों में गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चलने और मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को अपनी फसलों को सुरक्षित स्थान पर रखने और खुले इलाकों में बिजली के खंभों व बड़े पेड़ों के पास न रुकने की सलाह दी गई है। कुछ क्षेत्रों में बिजली गिरने की घटनाओं की भी आशंका जताई गई है, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है। शहरी इलाकों में जलभराव और यातायात में बाधा उत्पन्न होने की भी पूरी संभावना है।

सोर्स मौसम विभाग

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।