शुरुआती सुस्ती के बाद गेहूं खरीद ने पकड़ी रफ़्तार | पिछले साल से ज्यादा खरीद | रिपोर्ट

 

किसान साथियो पिछले गेहूं कटाई का सीजन अपने पीक पर आ चुका है। लेकिन पिछले 2 - 3 से गेहूं के बड़े उत्पादक राज्यों में आंधी-बारिश से गेहूं की फसल के नुकसान की आशंका के बीच गेहूं की सरकारी खरीद ने रफ्तार पकड़ ली है। पिछले 4 दिन में गेहूं की सरकारी खरीद में ज़बरदस्त इजाफा हुआ है। जिसके चलते केंद्र सरकार के बफर स्टाक के पहले की तरह समृद्ध होने का विश्वास बढ़ गया है। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें

अब तक हो चुकी है 111 लाख टन गेहूं की खरीदारी
गेहूं की खरीद के मामले में सरकारी एजेंसियों ने पिछले साल के खरीद आंकड़ों को पछाड़ दिया है। 20 अप्रैल तक कुल 111 लाख टन गेहूं की खरीदारी हो चुकी है, जो चार दिन पहले तक मात्र 41 लाख टन तक ही सिमटा था।  चार दिन में 70 लाख टन की खरीद होना सरकार के लिए राहत भरा समाचार है। गेहूं की खरीद का भुगतान भी हाथों हाथ किया जा रहा है।  11 लाख 90 हजार किसानों के खाते में गेहूं खरीद के 23 हजार छह सौ करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए गए हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले वर्ष इस अवधि के दौरान 99 लाख टन ही खरीद हो सकी थी। सरसों में आया 2 साल का सबसे निचला भाव

342 लाख टन गेहूं की खरीद का है लक्ष्य
केंद्र सरकार ने इस बार कुल 342 लाख टन गेहूं की खरीदारी का लक्ष्य तय किया है। लेकिन 16 अप्रैल तक के खरीद आंकड़ों को देखकर ऐसा नहीं लग रहा था कि सरकार अपने खरीद लक्ष्य के आसपास भी पहुँच पाएगी। शुरुआत में खरीद बहुत सुस्त चल रही थी। 16 अप्रैल के बाद खरीद में तेजी आई है। इन तीन-चार दिनों में ही मामला पलट गया। सबसे ज्यादा खरीद मध्य प्रदेश और पंजाब से हो रही है। जयपुर 5475 भरतपुर 5020 | जाने बाकी मंडियों में क्या मिल रहे हैं सरसों के रेट Sarso Live Rate Today 22 Apr 2023

चार राज्यों में खरीद नियमों में दी गई है छूट
बेमौसम आंधी-वर्षा के कारण इस साल कई राज्यों में गेहूं की फसल की गुणवत्ता प्रभावित हुई है। फ़सल में हुए नुकसान को देखते हुए केंद्र सरकार ने राजस्थान, चंडीगढ़, पंजाब एवं हरियाणा में गेहूं खरीद के नियमों में छूट दी है। केंद्र की टीम ने मौके पर जाकर सर्वे किया था, जिसके बाद निर्णय लिया गया कि 18 प्रतिशत तक टूटे और छोटे दानों की भी खरीदारी की जाएगी । पहले यह मानक अधिकतम 6% तक ही था। इससे अधिक टूटे और छोटे दानों की खरीदारी नहीं होती थी।

बारिश के कारण गेहूं के दानों पर पड़ा असर
वर्षा के चलते गेहूं के दानों की चमक (Luster Loss) भी कम पड़ गई है। सरकार ने ऐसे में 10 से लेकर 80 प्रतिशत तक चमक खोने वाले गेहूं की खरीद पर 5.31 रुपये प्रति क्विंटल की दर से मूल्य कटौती करने के निर्देश दिया हैं। दस प्रतिशत से कम चमक खोने वाले गेहूं पर कोई कटौती नहीं होगी। हालांकि पंजाब और हरियाणा की सरकार ने इस कटौती को स्वयं सहन करने का ऐलान किया है । जिससे किसानों को राहत मिली है । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरकार के द्वारा 2,125 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदारी की जा रही है।

क्या चल रहे हैं गेहूं के भाव
किसान साथियों चालू सीजन में गेहूं के भाव कहीं-कहीं पर MSP के नीचे तो कहीं-कहीं पर MSP के ऊपर चल रहे हैं। दिल्ली लारेंस रोड पर गेहूं का रेट 2280 जबकि इंदौर में गेहूं का भाव 1850 से लेकर 2250 की रेंज में चल रहा है। गेहूं के ताजा भाव जानने के लिए आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर सकते हैं।

जाने क्या मिल रहे हैं आज के गेहूं/कनक के लाइव रेट wheat kanak gehu Live Rate Today 22 april 2023

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मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट(Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।