MSP कानून को लेकर सरकार का क्या है कहना | जाने क्या कानून पास होगा या नहीं

 

किसान साथियो एमएसपी पर कानून सुनिश्चित करने समेत कई मांगों को लेकर दिल्ली आ रहे किसानों के मार्च का आज तीसरा दिन है. किसानों की मांगों को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसान संगठन जिस कानून की मांग कर रहे हैं, उसके आधार पर ऐसे फैसले नहीं लिए जा सकते, इसलिए लोग इसकी आलोचना करते हैं. कृषि मंत्री के बयान से यह माना जा रहा है कि सरकार किसानों की बात पर विचार करने के मूड में नहीं दिख रही है. हालांकि, सरकार कल से कह रही है कि बातचीत के दरवाजे खुले हैं. वहीं, किसानों ने कहा कि वे अपना हक लेकर ही लौटेंगे और पंजाब के शंभू बॉर्डर पर अपनी स्थिति बरकरार रखेंगे. WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें

दिल्ली में अंदर आने पर किसानों और पुलिस के बिच टकराव
साथियो किसान मार्च के दूसरे दिन किसानों के विरोध को देखते हुए दिल्ली के सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में फोर्स तैनात की गई है. दिल्ली के बॉर्डर बंद होने के कारण नोएडा के कालिंदी कुंज में भारी ट्रैफिक जाम देखने को मिल रहा है. पुलिस ड्रोन के जरिए इलाके की मैपिंग कर रही है। उधर, पंजाब के शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. किसान बॉर्डर पार करने की कोशिश में लगे हुए हैं. इसलिए पुलिस से टकराव हो रहा है. वहीं, हरियाणा के कई जिलों में वॉयस कॉल, बल्क एसएमएस और सभी डोंगल सेवाओं आदि को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली मोबाइल इंटरनेट सेवाएं 15 फरवरी तक निलंबित रहेंगी। वहीं, किसान भी एक कदम पीछे हटने को तैयार नहीं है. हम आपको बता दें कि हरियाणा में संघर्ष के कारण लगभग 30 सुरक्षाकर्मी और 60 किसान घायल हो गए, सभी अस्पताल में भर्ती हैं।

कृषि मंत्री का क्या कहना है इस कानून को लेकर
साथियो किसान आंदोलन को लेकर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि जिस कानून की बात की जा रही है, उसे किसान संगठनों को समझना होगा. उस कानून पर कोई भी निर्णय इस तरह से नहीं किया जा सकता कि लोग बाद में सबके बारे में सोचे बिना स्थिति की आलोचना करें। हमें इसके सभी पहलुओं का ध्यान रखने का प्रयास करना चाहिए। किसानों को इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि सामान्य जनजीवन में किसी भी तरह की बाधा न आए या अशांति न फैले।

अर्जुन मुंडा का कहना है किसान संगठनों से बातचीत का रास्ता रहेगा खुला
साथियो कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि किसान संगठनों के साथ रचनात्मक रूप से बातचीत करने के हमारे प्रयास हमेशा जारी रहेंगे और हम बातचीत में शामिल होने के लिए तैयार हैं।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।