जानिए गुजरात में जीरे की बुआई शुरू होते ही क्यों पिछड़ गई बुआई

 

किसान साथियों साल 2024 में आने वाली जीरे की नई फसल की गुजरात में बिजाई शुरू हो चुकी है लेकिन यह बुआई शुरू होते ही तुलनात्मक रूप से पिछड़ती नजर आ रही है । यह जानकारी राज्य कृषि विभाग द्वारा जारी किए गए नवीनतम आंकड़ों से मिली है। इन आंकड़ों में बताया गया है कि बीते सीजन की तुलना में इस बार अभी तक राज्य में जीरे की बिजाई करीब 59 प्रतिशत पिछड़ चुकी है। हालांकि व्यापारियों का कहना है कि यदि मौसम सामान्य रहा तो आने वाले दिनों में बिजाई की स्थिति में बदलाव होना निश्चित हो जाएगा । राज्य कृषि विभाग ने साल 2024 में आने वाली जीरे की फसल के पहले आंकड़े जारी किए हैं। विभाग ने अपने नवीनतम आंकड़ों में बताया है कि अभी तक गुजरात में कुल 1600 हेक्टेयर में जीरा बोया जा चुका है । एक वर्ष पूर्व की आलोच्य अवधि में राज्य में इसकी 3900 हेक्टेयर में बिजाई हो चुकी थी । इससे पता चलता है कि पिछले सीजन की समीक्षागत अवधि की तुलना में इस बार अभी तक गुजरात में जीरे की बुआई 2300 हेक्टेयर या 58.97 प्रति पिछड़ी हुई है । WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें

साथियों व्यापारियों का कहना है कि राज्य में अब मौसम काफी हद तक जीरे की तेजी से बुआई के लिए अनुकूल हो गया है। तापमान में कमी आ गई है। इसकी वजह से जल्दी ही इस प्रमुख किराना जिंस की बिजाई में तेजी आने की भारी उम्मीद है। इतना ही नहीं, यदि मौसम अनुकूल ही बना रहा तो इस बार गुजरात में जीरे की बुआई में वृद्धि होने की भी प्रबल उम्मीद है। बहरहाल, गुजरात कृषि विभाग ने बताया कि अभी तक सौराष्ट्र में जीरे की सबसे अधिक बिजाई हुई है। नवीनतम आंकड़ों के अनुसार सौराष्ट्र में अभी तक 1400 हेक्टेयर में जीरे की बिजाई हो चुकी है। हालांकि बीते सीजन की तुलना में यह बिजाई काफी पिछड़ी हुई है । एक वर्ष पूर्व की समीक्षागत अवधि में क्षेत्र में इसकी 3800 हेक्टेयर में जीरा बोया जा चुका था। इससे पता चलता है कि पिछले सीजन की तुलना में इस बार अभी तक सौराष्ट्र में जीरे की बुआई में 2400 हेक्टेयर या 63.15 प्रतिशत की गिरावट की स्थिति बनी हुई है। यह भी पढ़े :- पंजाब की मंडियों में लौटा जोश, क्या अब 5000 के पार होंगे बासमती के रेट? जानें पूरी खबर

राज्य कृषि विभाग ने अपने नवीनतम आंकड़ों में आगे बताया है कि वर्तमान सीजन के दौरान इस बार अभी तक कच्छ तथा मध्य गुजरात में ही जीरे की थोड़ी-बहुत बिजाई हुई है। विभाग के आंकड़ों के अनुसार कच्छ तथा मध्य गुजरात में वर्तमान सीजन की अभी तक की अवधि में 100-100 हेक्टेयर में जीरे की बुआई हुई है । महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि बीते सीजन की समानावधि में इन दोनों उत्पादक क्षेत्रों में जीरे की बिजाई शुरू ही नहीं हुई थी। दूसरे शब्दों में, इन दोनों क्षेत्रों में अभी तक जीरे की बुआई 100-100 प्रतिशत बढ़ी हुई है। एक अन्य महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि उत्तरी गुजरात में इस बार अभी तक जीरे की बुआई का श्रीगणेश नहीं हुआ है। कम से कम राज्य कृषि विभाग के आंकड़े तो यही कह रहे हैं। यद्यपि बीते सीजन की आलोच्य अवधि में उत्तरी गुजरात में 100 हेक्टेयर में जीरे की बिजाई हो चुकी थी।

👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट

👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव

👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें

About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।