प्रतिबंध हटने के बाद विदेशी बाजारों में कैसा पर्फॉर्म कर रहा है भारतीय चावल | निर्यात में बन सकता है उछाल | देखें डिटेल्स

 
प्रतिबंध हटने के बाद विदेशी बाजारों में कैसा पर्फॉर्म कर रहा है भारतीय चावल | निर्यात में बन सकता है उछाल | देखें डिटेल्स

किसान साथियो और व्यापारी भाइयो केंद्र सरकार ने सितंबर 2022 से 100 प्रतिशत टूटे चावल के निर्यात पर लगी रोक को इस साल 7 मार्च को हटा दिया है, जिसके बाद अब इसका निर्यात शुरू हो गया है। लेकिन व्‍यापारियों और विश्‍लेषकों का कहना है क‍ि इसके निर्यात में भारत को फिर से पैठ बनाने में मुश्किल होगी, क्‍योंकि वैश्‍विक खरीदारों को वापस अपने पक्ष में ला पाना कठिन होगा। नई दिल्ली के एक्‍सपोर्टर राजेश पहाड़िया जैन ने कहा कि भारत टूटे चावल के निर्यात पर बैन से पहले के आंकड़ों को नहीं छू पाएगा। टूटे चावल के निर्यात पर प्रतिबंध हटने से पहले, भारत ने 2023-24 में गाम्बिया, बेनिन, सेनेगल और इंडोनेशिया जैसे देशों को 194.58 मिलियन डॉलर का टूटा चावल निर्यात किया था। विदेश व्यापार महानिदेशालय ने एक अधिसूचना में कहा है कि टूटे चावल की निर्यात नीति को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित से मुक्त में संशोधित किया गया है। धान और चावल की पल पल की जानकारी पाने के लिए ले हमरी प्रीमियम सर्विस केवल 500 रूपये में 6 महीनो तक लेने के लिए 9518288171 पर मैसेज या कॉल करे | 

वि‍श्‍व बाजार क्या है चावल का माहौल
'बिजनेसलाइन' की रिपोर्ट के अनुसार, घरेलू बाजार में अनाज की कीमतों में गिरावट होने के कारण सरकार ने टूटे चावल का निर्यात फिर से शुरू कर दिया है। फिलहाल, वैश्विक बाजार में चावल की कीमतें पिछले दो साल के सबसे निचले स्तर पर हैं। 1 मार्च, 2025 तक के रिकॉर्ड के अनुसार, भारत के पास 36.7 मिलियन टन चावल का स्टॉक है। हालांकि, भारत का टूटा चावल म्यांमार और पाकिस्तान जैसे देशों की तुलना में थोड़ा महंगा है।

भारतीय टूटे चावल की कीमत क्या चल रही है
खाद्य महंगाई बढ़ने और धान उत्पादक क्षेत्रों में बारिश की कमी के कारण खरीफ उत्पादन में गिरावट की आशंकाओं के बीच, केंद्र सरकार ने सितंबर 2022 में टूटे चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। निर्यातक समूह राजथी के निदेशक एम. मदन प्रकाश के अनुसार, भारतीय निर्यातक 360 डॉलर प्रति टन के भाव से टूटे चावल बेच रहे हैं, जबकि वियतनाम खाद्य संघ के अनुसार, वियतनाम और पाकिस्तान इसे 307 डॉलर और थाईलैंड 354 डॉलर के भाव से यह चावल बेच रहा है।

भारत सरकार कहाँ करती है टूटे चावल का इस्‍तेमाल
वित्त वर्ष 2021-22 में भारत ने 17.26 मिलियन टन गैर-बासमती चावल का निर्यात करके एक नया रिकॉर्ड बनाया था, जिसमें 3.89 मिलियन टन टूटा चावल भी शामिल था। भारत में टूटे चावल का उपयोग इथेनॉल बनाने के लिए किया जाता है। भारतीय खाद्य निगम (FCI) खुले बाजार बिक्री योजना (OMSS) के तहत जनवरी से टूटे चावल को 2,250 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बेच रहा है, जिससे इथेनॉल डिस्टिलरी 2.4 टन चावल खरीद सकती हैं। निर्यातक राजेश पहाड़िया जैन ने बताया कि कोरोना काल में टूटे चावल के निर्यात में वृद्धि हुई थी, क्योंकि अन्य चावल उत्पादक देशों में मौसम की स्थिति खराब थी, जिससे उनका उत्पादन 20-30 प्रतिशत तक गिर गया था। इसके साथ ही, कोविड के समय भारत में इथेनॉल प्लांट बन रहे थे, जिससे उन्हें चावल की आवश्यकता नहीं थी, लेकिन अब ये प्लांट चालू हैं और इनमें भी टूटे चावल की खपत हो रही है। ऐसे में, यहां की डिस्टिलरीज की पहली पसंद FCI के नीलामी वाले टूटे चावल होंगे। अब भारत में टूटे चावल की उपलब्धता बाजार में बचे हुए चावल से तय होगी। धान और चावल की पल पल की जानकारी पाने के लिए ले हमरी प्रीमियम सर्विस केवल 500 रूपये में 6 महीनो तक लेने के लिए 9518288171 पर मैसेज या कॉल करे | 

टूटे चावल का बढ़ सकता है एक्‍सपोर्ट
दक्षिण भारत के एक निर्यातक ने कहा है कि भारत ने टूटे चावल के निर्यात को भले ही फिर से मंजूरी दे दी है, लेकिन ग्राहकों में फिर से पकड़ बनाना आसान नहीं होगा। जैन ने उम्मीद जताई है कि टूटे हुए चावल का निर्यात 1.2-1.6 मिलियन टन तक पहुंचेगा। अगर चीन भारत से टूटे चावल खरीदने में आगे आता है तो निर्यात बढ़कर 3 मिलियन टन पहुंच सकता है। साथ ही 100 प्रतिशत टूटे चावल अब 25 प्रतिशत टूटे चावल की खेपों में भी शामिल हो सकते हैं और इससे निर्यात की मात्रा बढ़ सकती है। बाकी व्यापार अपने विवेक से करे

👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट

👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव

👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें

About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।