बढ़ रहा बासमती का निर्यात | क्या करेगा धान के भाव पर असर

 

साथियो बासमती धान की आवक धीरे धीरे बढ्ने लगी है । इसी बीच खबर आ रही है कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 के पहले चार महीनों यानि कि अप्रैल से जुलाई के दौरान बासमती चावल के निर्यात में 6.93 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है और कुल निर्यात बढ़कर 16.09 लाख टन का हुआ है। बता दें कि इसके पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह निर्यात केवल 15.06 लाख टन का हुआ था। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने अगस्त महीने में बासमती चावल के निर्यात पर न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) 1,200 डॉलर प्रति टन तय किया था । जानकारों के अनुसार ऐसे में आगामी महीनों में बासमती के निर्यात में कमी आने की आशंका है। जबकि 1121 और 1718 के किसानो पर इसका प्रभाव कम बताया जा रहा है । आज हरियाणा की गोहाना मंडी में पुराना 1121 धान का टॉप भाव 4941 तक बोला गया है । सीजन शुरू होने से पहले 1121 के 5000 के नजदीकी भाव का होना इस बार की तरफ इशारा कर रहा है कि सरकार का MEP के निर्णय से बासमती 1121 और 1718 अप्रभावित रहेंगे।  बात गैर बासमती चावल की करें तो वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2023-24 के पहले चार महीनों अप्रैल से जुलाई के दौरान गैर बासमती चावल का निर्यात 7.87 फीसदी घटकर 53.58 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 58.16 लाख टन का हुआ था। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें

व्यापारियों के अनुसार उत्पादक मंडियों में नए धान की दैनिक आवक लगातार बढ़ रही है।  पिछले तीन दिन में चावल मिलों की खरीद बनी रहने से चालू सप्ताह में पूसा 1,509 किस्म के सेला एवं स्टीम चावल के दाम 200 रुपये प्रति क्विंटल तेज हुए हैं। दिल्ली में पूसा 1,509 किस्म के बासमती सेला चावल का भाव 7,300 से 7,500 रुपये और इसके सेला चावल के भाव बढ़कर 6,500 से 6,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। उत्तर भारत के राज्यों की मंडियों में नए धान की आवक बढ़कर पाँच लाख बोरियों से ज्यादा की हो रही है । मौसम अनुकूल रहा तो आगामी दिनों में दैनिक आवक और बढ़ने की उम्मीद है । साथियो जैसा कि आप सबको पता है कि पिछले साल किसानों ने धान के उंचे दाम देखे थे, इसलिए चालू सीजन में नीचे दाम पर किसान की बिकवाली कम आ रही है। इसलिए अभी मौजूदा कीमतों में बड़ी गिरावट के आसार नहीं है। वैसे भी बुवाई के सीजन में पंजाब एवं हरियाणा में पहले तो बाढ़ और फिर अगस्त महीने में सूखा रहने के कारण धान की फसल को नुकसान का असर भी आने वाली फसल पर पड़ने का डर है।

हरियाणा की करनाल मंडी में मंगलवार को धान की आवक 12,000 बोरियों की हुई तथा पूसा 1,509 किस्म के धान का भाव 3475 रुपये प्रति क्विंटल रहे। नए मालों में नमी 22 से 28 फीसदी की आ रही है। कैथल मंडी पूसा 1,509 किस्म के नए धान के भाव 3550 रुपये प्रति क्विंटल रहे। गढ़ मुक्तेश्वर मंडी में पूसा 1,509 किस्म के धान के भाव 2,800 से 3,551 रुपये, RH10 किस्म के नए धान के दाम 2,300 से 2,451 रुपये, ताज क्वलिटी के धान के दाम 2,000 से 2,500 रुपये, शरबती किस्म के धान के दाम 2,000 से 2,300 रुपये और सुगंधा किस्म के धान के 2,500 से 2,800 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। हरियाणा की टोहाना मंडी में आज 1509 धान का टॉप रेट 3839 रु तक पहुँच चुका है । 1121 

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मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।