बासमती के किसानों और व्यापरियों के लिए एक और खुशखबरी | देखें पूरी रिपोर्ट

 

किसान साथियों और व्यापारी भाइयों बासमती की बाजार के लिए एक और अच्छी न्यूज़ आज की रिपोर्ट में हम आपके लिए लेकर आए हैं। आपको याद ही होगा कि साल 2023 में जब धान के भाव पाने पीक पर चल रहे थे तभी   हूती विद्रोहियों के हमलों की खबर से बासमती के बाजार में गिरावट तभी शुरू हुई थी। जब   हूती विद्रोहियों ने उस समय लाल सागर में जहाजों की आवाजाही  रोक दी थी और जहाज पर हमले शुरू कर दिए थे। दोस्तों इसराइल और हमास की युद्ध विराम के बाद अब परिस्थितियों सुधरने लगी हैं और हूती विद्रोहियों के संगठन ने ऐलान किया है कि वह अब जहाज पर हमले रोक देंगे। हालांकि इजरायल के जहाज को अभी भी खतरा रहेगा ऐसा समाचार प्राप्त हुआ है। भारतीय बासमती के बाजार के लिए यह खबर काफी अच्छी मानी जा सकती है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

क्या है हमले रोकने की वज़ह
हूती विद्रोहियों के इस एलान के बाद अब लाल सागर में अब शांति होती दिख रही है। अमेरिका में राष्ट्रपति ट्रम्प के सत्ता सम्भालते ही मिडिल ईस्ट में शांति होती दिख रही है। इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौते के बाद ही यमन के हूती विद्रोहियों ने भी लाल सागर में शांति का ऐलान कर दिया है। उनकी शुरू से यही मांग थी की इजरायल हमास की लड़ाई रुक जानी चाहिए। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यमन देश के हूती संगठन को बासमती के सबसे बड़े आयातक ईरान से समर्थन मिलता है।

लेकिन ये है एक छोटा सा पेंच
जैसा कि आप सब जानते हैं कि लाल सागर का रूट दुनिया के लिए यह एक महत्वपूर्ण व्यापारिक मार्ग है। हूती विद्रोहियों की ओर से हमला बंद करने का ऐलान करने के बाद लाल सागर में जहाजों के लिए खतरा कम हो जाएगा। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक हूती विद्रोहियों जहाज मालिकों, बीमा कंपनियों और प्राधिकरणों को बताया है कि वे जहाजों की आवाजाही पर लगाए गए अपने प्रतिबंध हटा रहे हैं। हालांकि जो जहाज इजरायल में रजिस्ट्रड है। यह फिर इजरायल स्वामित्व वाले हैं या जिनके ऊपर इजरायली संस्थाओं का स्वामित्व है उन्हें अभी सेफ पैसेज मिलने की गारंटी नहीं है। नवंबर 2023 के बाद से ही इजरायल-हमास युद्ध के दौरान फिलिस्तीनियों का समर्थन करने के लिए हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में जहाजों को निशाना बनाना शुरू कर दिया था। हूती विद्रोही इजरायल या इजरायली कंपनियों के स्वामित्व वाले जहाजों, अमेरिका और यूके के जहाजों को निशाना बना रहे थे। जवाबी कार्रवाई में अमेरिका और अन्य यूरोपीय देशों ने कई बार हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर जवाबी हमले भी किए हैं।   हूती विद्रोहियों द्वारा यह ऐलान एक सकारात्मक खबर है लेकिन जहाज की लेकिन जहाजों के मालिक अभी भी अलर्ट हैं। नोट :- अगर आपको धान, चावल, सरसों, सोयाबीन, और चना के लाइव भाव चाइये तो आप 500 रुपए दे कर 6 महीनो तक लाइव भाव की सर्विस ले सकते है | जिन्हे लेनी है वही व्हाट्सअप पर मैसेज करे 9518288171 इस नंबर पर खाली भाव पूछने के लिए काल या मैसेज ना करे  |

व्यापार में आ रही थी मुश्किलें
2023 में जब हूतियों ने जहाजों को निशाना बनाना शुरू किया तो एशिया और यूरोप के बीच जहाजों का किराया, बीमा लागत और समय लागत बढ़ गई थी। क्योंकि जहाजों को तब लाल सागर की जगह अफ्रीका के चारों ओर से घूम कर जाना पड़ रहा था। हालांकि एक्स्पर्ट्स मानते हैं कि   हूती विद्रोहियों के इस एलान के बाद लाल सागर में खतरे को सिर्फ आंशिक रूप से कम हुए है, इसका मतलब यह है कि निकट भविष्य में लाल सागर में बड़ी संख्या में व्यापार बढ़ेगा ऐसी उम्मीद कम है।

कितने आश्वस्त हैं जानकार
उद्योग निकाय बिम्को में समुद्री सुरक्षा और सुरक्षा के प्रमुख जैकब लार्सन का मानना है कि इजरायल और हमास का युद्धविराम अभी भी नाजुक स्थिति में है। युद्धविराम समझौते में किसी भी तरह की दिक्कत आती है तो फिर से लाल सागर में खतरा बढ़ सकता है। कुछ एक्सपर्ट का कहना है कि डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका में राष्ट्रपति बनने के बाद कुछ समय के लिए अनिश्चितता और बढ़ गई है। इस बात को नकारा नहीं जा सकता है कि अगर इजरायल, अमेरिका या ब्रिटेन की ओर से किसी भी तरह का हमला होता है या कोई गड़बड़ होती है तो फिर से हूती विद्रोहियों को जहाजों पर हमला करने का बहाना मिल जाएगा

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।