चने के बाजार में और कितनी तेजी बाकी | जाने इस तेजी मंदी रिपोर्ट में

 

किसान साथियो ज्यादा दिन की बात नहीं हुई जब चने के भाव 4500 के आसपास पिट रहे थे। लेकिन अप्रैल महीने से ही चने के बाजार में तेजी की बहार आयी हुई है। कई दिनों की उठापटक के भाव अब भाव 7200 के आसपास दिल्ली में बोले जाने लगे हैं।   सरकार की कोशिशों के बाद भी चने का बाजार नीचे आने का नाम नहीं ले रहा। इसका सबसे बड़ा कारण उत्पादक मंडियों में आवक का भारी मात्रा में कम होना बताया जा रहा है दूसरी और ऑस्ट्रेलिया में चने के भाव बढ़ने से आयातित चने का व्यापार महंगा हो गया है। जिसके कारण पिछले दो दिनों में चने के भाव 100/150 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ गए हैं।

देसी चने के ताजा हालात 

आज की तारीख में राजस्थान से माल मंगवाने पर 7460 रूपए का पड़ता लग रहा है। इसलिए चने में अभी और तेजी की संभावना बरकरार है। ताजा सर्वे रिपोर्ट के अनुसार देसी चने का उत्पादन इस बार काफी मात्रा में कम होने से इस बार सीजन से लेकर अभी तक किसी भी उत्पादक मंडी में माल का दबाव नहीं बन पाया है, जिसके कारण 2 महीने पहले चना ऊपरी भाव 7500 रूपए क्विंटल बिकने के बाद पिछले महीने निचला भाव 6800 रूपए क्विंटल का भाव दिखाया गया, क्योंकि जून के महीने में सरकार द्वारा स्टॉक सीमा 200 मिट्रिक टन की लगा दी गई थी, जिसके चलते पिछले डेढ महीने पहले इसके ऊपर के भाव से700 रूपए टूटने के बाद एक सप्ताह में 300 रूपए निचले भाव से बढ़कर 7275 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। वहीं बढ़िया चना 7300 रूपए प्रति क्विंटल बिक रहा है। शेखावाटी लाइन का चना 7125, नोहर भादरा और सवाई माधोपुर का माल भी 7150 रूपए क्विंटल पड़ रहा है, वहीं महाराष्ट्र का माल 7200/7250 में पड़ रहा है।

क्यों बन रही है देसी चने में तेजी 

आज की तारीख में 7275 का देसी चना मीलिंग करने पर मील में दाल 8050 रुपए क्विटंल पड़ रही है। जबकि बाजार में दाल 8000  प्रति क्विंटल से भी नीचे बिक रही है। यही स्थिति बेसन बनाने में भी है, मिलो को कोई पड़ते नहीं लग रहे हैं। उधर आंध्र प्रदेश, कर्नाटक महाराष्ट्र, राजस्थान,मध्य प्रदेश किसी भी उत्पादक मंडी में इस बार माल का दबाव नहीं है। पिछले दिनों कुछ बंदरगाहों पर आस्ट्रेलिया के माल लगे हुए थे, लेकिन वह माल भी 7200 से ऊपर का भाड़ा आदि खर्च लगाकर पड़ रहा है, तथा क्वालिटी की कोई गारंटी नहीं है। इसे देखकर दाल मिलर राजस्थानी चने की लिवाली करने लगे हैं। मध्य प्रदेश का अधिकतर माल इंदौर के दाल मिलो में जा चुका है, ग्वालियर वाले भी मध्य प्रदेश का माल ऊंचे दामों में खरीद रहे हैं। महाराष्ट्र से आवक पहले ही घट गई थी, इसी वजह से चने मैं रुक रुक कर तेजी की संभावनाएं बन रही हैं हालांकि सरकार के द्वारा उठाए गए कठोर कदमों के द्वारा कभी भी बाजार दब सकता है, लेकिन आने वाला समय तेजी का ही संकेत दे रहा है। क्योंकि मंडियों में चने की डिमांड बढ़ती ही जा रही है और आवक ना के बराबर है। पिछले साल की अपेक्षा इस साल देसी चने की बिजाई मध्य प्रदेश,महाराष्ट्र, राजस्थान,कर्नाटक,आंध्र प्रदेश सहित सभी उत्पादक राज्यों में 40% कम हुई है तथा मौसम भी प्रतिकूल होने के कारण प्रति एकड़ उत्पादन भी कम हुआ है जिसकी वजह से देसी चने का उत्पादन 75-76 लाख मिट्रिक टन तक ही रह गया, जब की घरेलू खपत 127-128 लाख मैट्रिक टन की है

आगे कैसा रहेगा चने का बाजार

मौजूदा हालातों को देखते हुए यह बताना थोड़ा मुश्किल है कि आने वाले समय में चने के भाव में कितना उतार-चढ़ाव होगा, लेकिन अगर चने की डिमांड इसी तरह बढ़ती रही तो चने के भाव पर अंकुश लगाना थोड़ा मुश्किल होगा, क्योंकि इस वक्त देसी चने की आवक और खपत कहीं आसपास भी नहीं है। सरकार हर संभव प्रयास कर रही है ताकि चने के दामों को बढ़ने से रोका जा सके। नाफेड के स्टॉक से चने के बिकवाली की जा रही है जिससे बाजार पर थोड़ा दबाव आ सकता है। लेकिन आने वाले त्यौहारी सीज़न की डिमांड और सप्लाई को देखते हुए और बाजार और तेजी लग रहा है। हम मानते हैं कि आगे चलकर बाजार में तेजी बन सकती है लेकिन आपने देखा ही होगा कि 7500 के भाव के आसपास चने में तेज बिकवाली आ रही है। इसके अलावा इस समय चने के भाव अपने टॉप भावों के आसपास चल रहे हैं। इसलिए आधा माल निकाल कर चलना चाहिए। व्यापार अपने विवेक से करें

👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट

👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव

👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें

About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।