नए सीजन में क्या भाव बिकेगी आपकी सरसों | जाने सरसों की तेजी मंदी रिपोर्ट में
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों हम अपनी पिछली कई सरसों की तेजी मंदी रिपोर्ट में यह कह चुके हैं कि जिन किसान साथियों और व्यापारी भाइयों के पास सरसों का पुराना स्टॉक पड़ा हुआ है उन्हें हाल फिलहाल में आई तेजी का फायदा उठा लेना चाहिए । हमें पूरी उम्मीद है कि आपने अपना माल निकाल दिया होगा। दोस्तो हम आपको इस रिपोर्ट के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि आने वाले समय में सरसों के भाव में भले ही बड़ी मंदी ना आए लेकिन तेजी की संभावना भी नहीं है। बाजार का ओवर ऑल सेंटीमेंट नीचे की तरफ बना हुआ है। अगर खबरों के आधार पर बाजार उपर उठता है तो तुरंत इसका फायदा उठा लेना चाहिए।
दोस्तों आने वाली 20 तारीख को अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प राष्ट्रपति की शपथ लेने वाले हैं। हमारे कई किसान साथी और व्यापारी भाई हैं जिन्हें यह लगता होगा कि इससे कोई बहुत बड़ा फर्क नहीं पड़ने वाला है लेकिन अमेरिका में राष्ट्रपति का बदलना एक बहुत बड़ी घटना है और इसका देश-विदेश में व्यापार पर फर्क पड़ता है। खास तौर पर बायोडीज़ल को लेकर राष्ट्रपति क्या नीति बनाते हैं इसका भारतीय तिलहन बाजारों पर फर्क़ पड़ सकता है। आज की रिपोर्ट में हम सरसों के बाजार का बारीकी से विश्लेषण करेंगे ताकि आने वाले समय में सरसों के बाजार की दिशा दशा का अंदाजा लगाया जा सके। अगर आप सरसों के किसान या व्यापारी हैं तो ये रिपोर्ट आप के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकती है।
पिछले 30 दिन का क्या रहा ट्रेंड
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों आज से ठीक 30 दिन पहले यानि कि 10 दिसंबर 2024 को जयपुर में सरसों का रेट 6575 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा था जो कि 20 दिसम्बर को 6275 तक पिटने के बाद अब फिर से 6500 के स्तर पर आ गया है। बाजार की चाल कुछ इस तरह से है कि बाजार में 6600 के उपर के भावों में दबाव देखने को मिल रहा है। इस समय सरसों की उपलब्धता कम बनी हुई है इसलिए भाव को सपोर्ट मिल रहा है और अभी तक सरसों में कोई बड़ी गिरावट नहीं हुई है। जैसा कि हमने अपनी पिछली रिपोर्ट में भी बताया था कि सरसों का बाजार अब विदेशी बाजारों के ट्रेंड पर ना चलकर घरेलू फंडामेंटल के आधार पर चल रहा है । विदेशी बाजारों में पाम तेल और सोया तेल के भाव लगातार कमजोर बने हुए हैं पाम तेल के भाव जो महीना भर पहले 5200 रिंगिट प्रति टन का स्तर दिखा रहे थे आज 4200-4300 के भाव रह गए हैं जबकि सरसों के बाजार में इतनी गिरावट नहीं हुई है। मंडी भाव टुडे का मानना है कि जैसे ही नयी सरसों की उपलब्धता बढ़ेगी बाजार नीचे की तरफ चलना शुरू हो जाएगा।
ताजा मार्केट अपडेट
दोस्तों अगर ताजा बाजार भाव की बात करें तो जैसा कि हमने उपर बताया इस समय जयपुर में कंडीशन 42% सरसों का रेट 6500 का बना हुआ है लेकिन अन्दर की आवाज 6450 की आ रही है। बात भरतपुर की करें तो यहां पर गिरावट का माहौल जारी है। भाव यहां पर 6100 के बने हुए हैं। इसी तरह से दिल्ली लारेंस रोड पर सरसों के भाव इस समय 6400 के बने हुए हैं कल यानी की 9 जनवरी को विदेशी बाजारों में भारी गिरावट देखने को मिली और मलेशिया में पाम तेल का मार्च वायदा 4300 के नीचे फिसल गया। मुख्य व्यापारिक केंद्रों के भाव को देखें तो गुरुवार को चरखी दादरी मंडी में सरसों का रेट 6400, अलवर में 6150, बरवाला में 6150, हिसार में 6000, मुरैना में 5900, ग्वालियर में 6050, खैरथल में 6050, टोंक में 6105 और निवाई में 6125 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास का बाजार रहा। गुरुवार को सरसों की आवक 180000 बोरी की हुई। बात सोयाबीन की करें तो आवक 3 लाख बोरी की हुई।
प्लांटों पर क्या रही स्थिति
ब्रांडेड तेल मिलो की बात करें तो सलोनी प्लांट पर सरसों के भाव में 25 रुपये गिरावट दर्ज की गई और गिरावट के बाद सरसों का भाव 7150 का रह गया। अदानी बूंदी प्लान्ट पर रेट 6475 के रहे और अलवर प्लांट पर सरसों की खरीद बंद रही। आगरा में बीपी और शारदा प्लांट पर सरसों का रेट 6700 रुपए रहा । गोयल कोटा प्लांट पर सरसों के भाव ₹25 कमजोर होकर 6250 के रह गए।
हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों के ताजा भाव को देखें तो सिरसा मंडी में सरसों का रेट 5500-5915 रुपए, आदमपुर मंडी में सरसों का रेट 6012 रुपए, ऐलनाबाद मंडी में सरसों का भाव 5700-5960 रुपए, गजसिंहपुर मंडी में सरसों का भाव 5051 रुपए, रावतसर मंडी में सरसों का रेट 5550-5929 रुपए, नोहर मंडी में सरसों का रेट 5700-6000 रुपए, रायसिंहनगर मंडी में सरसों का भाव 6058 रुपए, घड़साना मंडी में सरसों का रेट 6058 रुपए, सूरतगढ़ मंडी में सरसों का रेट 5000-6200 रुपए, देवली मंडी में सरसों का भाव 5000-6200 रुपए, गोलूवाला मंडी में सरसों का भाव 5690-5758 रुपए, श्री गंगानगर मंडी में सरसों का रेट 5020-5851 रुपए, संगरिया मंडी में सरसों का भाव 5535-5836 रुपए, जैतसर मंडी में सरसों का रेट 5383 रुपए, और पीलीबंगा मंडी में सरसों का भाव 5590 रुपए प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया।
विदेशी बाजारों की अपडेट
किसान साथियों गुरुवार को विदेशी बाजार में भारी मंदी देखने को मिली। मलेशिया में पाम तेल के मार्च वायदा भाव 58 रिंगिट यानी की 1.36% कमजोर होकर चार्ज 4295 रिंगिट प्रति टन के रह गए। इसी तरह से चीन के बाजार में भी पाम तेल में 3.09% की गिरावट दर्ज हुई। हालांकि चीन के वायदा बाजार में सोया तेल वायदा अनुबंध केवल 1.16 % कमजोर हुआ। जबकि पाम तेल का वायदा 2.33% तक लुढ़क गया। मलेशिया में पाम तेल का भाव इस समय दबाव में चल रहा है। इसकी बड़ी वजह यह है कि इंडोनेशिया ने B40 बायोडीजल प्रोग्राम को अभी तक लागू नहीं किया है आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंडोनेशिया सरकार ने इस प्रोग्राम को 1 जनवरी से लागू करने की घोषणा की हुई है। B40 प्रोग्राम के लेट होने के कारण पाम तेल व्यापारियों की मन में भ्रम पैदा हो गया है जिसे भी नया ट्रेड करने से बच रहे हैं । यही कारण है कि पाम तेल का बाजार लगातार नीचे जा रहा है। बाजार अमेरिका में सत्ता परिवर्तन के बाद बायो फ्यूल की नीति को लेकर भी चिंतित है।
तेल और खल के रेट
घरेलू बाजार की बात करें तो यहां पर भी कमजोरी का माहौल लगातार देखने को मिल रहा है। गुरुवार को जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर के भाव कमजोर हो गए। कच्ची घानी सरसों तेल 5 रुपए तक घटकर 1336 का रह गया। बात एक्सपेलर की करें तो यहां पर भी भाव ₹5 कमजोर होकर 1326 रुपए प्रति 10 किलो रह गए। सरसों खल का भाव 2390 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा।
नए सीजन में क्या खुलेगा सरसों का रेट
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों मंडी भाव टुडे की कोशिश है कि आपको तेल तिलहन की बाजार की सही-सही तस्वीर दिखाई जाए। बाजार में जो खबरें हैं उनमें सबसे खास बात यह है कि 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति शपथ लेंगे और उनकी बायो फ्यूल को लेकर नीति बाजार को प्रभावित करेंगी। सर्दियों का मौसम रहने के कारण अभी भी डिमांड का माहौल ठीक-ठाक है। लेकिन आने वाले समय में परिस्तिथियां पूरी तरह से बदल सकती हैं। हर साल की तरह बाजार मंदी की तरफ जा सकता है। दोस्तों पहले भी हमने बताया है कि मौजूदा परिस्तिथियों को देखते हुए इस बार उतना बड़ी मंदी सरसों के बाजार में नहीं आएगी जितनी पिछले साल आई थी। लेकिन चूंकि नया सीजन आने वाला है इसलिए बाजार में तेजी भी नहीं आयेगी यह धारणा भी मजबूत है । मंडी भाव टुडे का मानना है कि नयी सरसों का रेट 5500 रुपये प्रति क्विंटल से उपर ही खुलना चाहिए। जो स्थितियां उपर बतायी गयी हैं वे आने वाले समय में भाव को प्रभावित करेंगी। अगर विदेशी बाजारों में और मंदा आता है तो भाव और नीचे खुल सकता है। जिन साथियों के पास इस समय सरसों पड़ी हुई है वह अपना माल निकाल सकते हैं और नए सीजन पर माल खरीद कर स्टॉक कर सकते हैं जिसे आने वाले समय में अच्छे भाव पर बेचा जा सकता है । व्यापार अपने विवेक से ही करें
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।