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गेंहू में मिल सकते हैं MSP से उपर के भाव ? 04 मार्च 2022 | गेंहू तेजी मंदी रिपोर्ट | Gehu Ka Rate

किसानो की हो सकती है बल्ले बल्ले ? गेंहू में मिल सकते हैं MSP से उपर के भाव | गेंहू का भाव पर ताजा रिपोर्ट | Gehu Ka Rate दोस्तों हरियाणा पंजाब और उत्तर प्रदेश में अभी गेहूं कटने में थोड़ा समय है लेकिन एमपी की मंडियों में नए गेहूं की आवक बढ़ने के साथ
गेंहू में मिल सकते हैं MSP से उपर के भाव ? 04 मार्च 2022 | गेंहू तेजी मंदी रिपोर्ट | Gehu Ka Rate

किसानो की हो सकती है बल्ले बल्ले ? गेंहू में मिल सकते हैं MSP से उपर के भाव | गेंहू का भाव पर ताजा रिपोर्ट | Gehu Ka Rate

दोस्तों हरियाणा पंजाब और उत्तर प्रदेश में अभी गेहूं कटने में थोड़ा समय है लेकिन एमपी की मंडियों में नए गेहूं की आवक बढ़ने के साथ ही भाव में तूफानी तेजी आ गई है। एक दिन में करीब 100 से 150 रुपये क्विंटल भाव बढ़ गए हैं। मंडी नीलामी में मिल क्वालिटी गेहूं 2150 रुपये क्विंटल बिकने लगा है। आवक 12 हजार क्विंटल रही। दोस्तो इस रिपोर्ट में हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि क्या गेहूं में भी सरसों और सोयाबीन की तरह एमएसपी के ऊपर भाव मिल सकते हैं या नहीं

क्या है तेजी का कारण | Gehu Ka Rate  

तेजी का कारण यूक्रेन व रूस के मध्य चल रहे युद्ध को माना जा रहा है। रूस गेहूं का विश्व का सबसे बड़ा निर्यातक है, जिसका अंतरराष्ट्रीय निर्यात में 18 प्रतिशत से अधिक का योगदान है. बात 2019 की करें तो रूस और यूक्रेन ने मिलकर दुनिया के 25% भाग से अधिक गेहूं का निर्यात किया था. आशंका है कि यूक्रेन को संघर्ष खत्म होने के बाद सामान्य स्थिति में आने में काफी वक्त लगेगा। अमेरिका और यूरोपीय यूनियन तथा अन्य देशों द्वारा रूस पर लगाए गए प्रतिबंध भी लंबी अवधि तक लागू रह सकते हैं ऐसे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि अगले सीजन में भी सप्लाई बाधित रहने की आशंका है. इसी वजह से कीमतो में तेजी रहने उम्मीद है।

कहां पहुंच सकती हैं कीमतें | Gehu Ka Rate

मार्च महीने की शुरुआत में ही रोबोबैंक ने रूस यूक्रेन संकट की अलग अलग परिस्थितियों में खाद्य कीमतों पर असर का अनुमान दिया था. खास तौर पर गेहूं की कीमतों में 30% तेजी की बात कही गई है। बैंक ने चेतावनी दी है कि रूस पर कड़े प्रतिबंध लगने की स्थिति पर अनाज, खाद्य तेल और उर्वरकों की कीमतों में तेजी देखने को मिलेगी. वहीं बैंक ने मानना है कि अगर अगली फसल की कटाई तक रूस पर प्रतिबंध बने रहते हैं तो कीमतों में और बढ़त संभव है. गेहूं का भाव दोगुना भी हो सकता है और मक्का 30 प्रतिशत तक तेज हो सकती है. स्थिति अगले साल ही जाकर सामान्य हो सकती है. यानि सप्लाई की स्थिति में सुधार अगले साल ही संभव है।

भारत में आयी कितनी तेजी | Gehu Ka Rate

पंजाब हरियाणा और उत्तर प्रदेश में अभी नयी फसल आने में समय है लेकिन बात MP की करें तो गुरुवार को उज्जैन कृषि उपज मंडी में सुबह 10 बजे गेहूं नीलामी में भाव में अचानक तेजी आ गई। 2000 रुपये क्विंटल बिकने वाले गेहूं के भाव 2150 रुपये तक बोले जाने लगे। आवक भी बढ़कर 12000 बोरी की रही। किसानों को ऊंचे में 2451 रुपये क्विंटल के भाव मिले। तेजी का कारण यूक्रेन व रूस के मध्य चल रहे युद्ध को बताया रहा है। जैसा कि बताया गया है कि गेहूं के विश्व कारोबार में रूस व यूक्रेन का कुल मिलाकर 25 से 35 प्रतिशत हस्तक्षेप रहता है। ये गेहूं के अच्छे निर्यातक माने जाते हैं। वर्तमान स्थिति में वहां से कारोबार नहीं होने से भारत का गेहूं अच्छी मात्रा में निर्यात होने की संभावना है। एक कारोबारी का कहना है कि कांडला डिलेवरी का गेहूं व्यापार दो दिन पहले 2250 रुपये था, जो कि अब 2425 रुपये क्विंटल हो गया है। ऐसे में कहा जा सकता है कि गेहूँ के भाव में तेजी का दौर शुरू हो गया है।

व्यापारी असमंजस में| Gehu Ka Rate

कारोबारी बताते हैं कि गेहूं में अचानक आई तेजी से कारोबार गड़बड़ा गया है। मशीन व सार्टेक्स क्लीन गेहूं के कारोबार में रुकावट आ गई है। चमक वाला गेहूं भी 2400 रुपये के करीब बिकने लगा है। अधिक भाव में देशावर से खरीदी नहीं आ रही है। इधर किसानों को सीजन में ही आकर्षक भाव मिलने लग गए हैं। नमी वाला गेहूं भी 1900 के करीब बिकने से आगामी दिनों में गेहूं की आवक भी बढ़ने की संभावना है।

क्या एमएसपी से उपर मिलेंगे भाव | Gehu Ka Rate

दोस्तों भारत में बहुत बड़ी मात्रा में गेहूं का उत्पादन होता है भारत अपने उत्पादन का एक बहुत बड़ा हिस्सा उपभोग कर लेता है और निर्यात के लिए काफी कम गेहूं बचता है। जैसा की आपको पता है कि इस फसल वर्ष के लिए गेहूं का एमएसपी 40 रुपये बढ़ाकर 2,015 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो फसल वर्ष 2020-21 में 1,975 रुपये प्रति क्विंटल था। अब अगर अंतरराष्ट्रीय माहौल नहीं सुधरता है तो ऐसी सूरत में एमएसपीसी ऊपर भाव मिलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। लेकिन ऐसा होने में समय लग सकता है भारतीय किसानों के पास गेहूं को स्टोर करने के लिए ज्यादातर मामलों में जगह नहीं मिलती है इसलिए किसान शायद ही ऊंचे भाव का फायदा उठा पाएं।

अपील | गेहूं भाव |गेहूं तेजी मंदी रिपोर्ट | Gehu Ka Rate

हमारा किसान भाइयों और व्यापारी भाइयों से निवेदन है कि फसल बेचने और खरीदने से पहले, अपने पास की मंडी मे भाव का पता कर ले भावों की जानकारी सार्वजानिक स्रोतों से प्राप्त की गयी है इस डाटा का उपयोग से होने वाली हानि के लिए मंडी भाव टुडे किसी भी तरह से जिम्मेदार नहीं है । इसलिए वायदा कारोबार को लगातार मॉनिटर करते रहें। फसलों के भाव की अनिश्चितता को देखते हुए माल बेचने या खरीदने के लिए अपने विवेक का इस्तेमाल करें। अगर आप वीडियो के माध्यम से जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो हमारा यूट्यूब चैनल “ मंडी भाव टुड” को जरूर सब्सक्राइब करें।

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दोस्तों हमें उम्मीद है की इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपकी इन प्रश्नो का उत्तर मिल गया होगा 

गेहूं का रेट आज का क्या है?
उत्तर प्रदेश में गेहूं का क्या भाव है?
मध्यप्रदेश में गेहूं का क्या रेट है?