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क्या 5000 ₹ हो सकता है बासमती का भाव ? बासमती धान तेजी मंदी रिपोर्ट

आख़िर कितना तक जा सकते हैं बासमती के भाव बासमती धान तेजी मंदी रिपोर्ट – रोहतक, बेरी, नजफगढ़ और आसपास की मंडियों मेें एक बार फिर से धान की आवक बढ़ गई है, गेहूं बिजाई का काम पूरा होने के बाद थोड़ी सी फुर्सत मिलते ही किसानों ने अपने घर पर स्टॉक किए हुए धान
क्या 5000 ₹ हो सकता है बासमती का भाव ? बासमती धान तेजी मंदी रिपोर्ट

आख़िर कितना तक जा सकते हैं बासमती के भाव

बासमती धान तेजी मंदी रिपोर्ट – रोहतक, बेरी, नजफगढ़ और आसपास की मंडियों मेें एक बार फिर से धान की आवक बढ़ गई है, गेहूं बिजाई का काम पूरा होने के बाद थोड़ी सी फुर्सत मिलते ही किसानों ने अपने घर पर स्टॉक किए हुए धान को मंडी में लाना शुरू कर दिया है

जैसा कि सर्वविदित है कि पिछले 3 दिन से धान के भाव में भी काफी उछाल है, हालांकि इससे पहले 2 दिन तक बासमती के भाव में बुधवार को गिरावट दर्ज की गई थी । लेकिन जल्दी ही चावल के भाव में फिर से 300 रुपये की तेजी आने के कारण बृहस्पतिवार और शुक्रवार को मंडियों मे तेजी दिखी जबकि शनिवार यानी कि 27 नवंबर को मंडियों में स्थिरता दिखाई दी l

शनिवार की बात करें तो धान 1121 का टोप भाव ₹ 4151 का लगा जो कि पंजाब की तरनतारन मंडी में देखने को मिला, वहीँ हरियाणा और पंजाब की मंडियों में ₹ 3950- ₹4000 तक के आम भाव धान 1121 में देखने को मिले। आप पढ़ रहे है बासमती धान तेजी मंदी रिपोर्ट

जहां तक बासमती 30 की बात है डिमांड ना निकलने से इसमे में अभी तक उतनी तेजी देखने को नहीं मिली है l

दीपावली के बाद बासमती 30 धान की आवक शुरू हुई थी, शुरूआत में 3800 रुपये प्रति क्विंटल भाव मिले, इसके बाद धीरे-धीरे भाव तेज आई। पिछले सप्ताह चार हजार से ज्यादा तक भाव पहुंच गए। अगर एक हफ्ता पहले की बात करें तो भाव 4200 रुपये प्रति क्विंटल थे। सोमवार को 4300 रूपये ओर मंगलवार को 4530 रुपये प्रति क्विंटल तक भाव पहुंचे, तेजी का रुख बुधवार को बदलता नजर आया जब बासमती 30 के भाव 250 रुपये प्रति क्विंटल तक कम हो गए और 4250 रुपये के आसपास के भाव  बासमती के किसानों को मिले

डिमांड बढ़ने से भाव में आई तेजी

राइस मिलरों की माने तो यूरोपियन देशों में बासमती के चावल की डिमांड बढ़ने के कारण भाव में तेजी आई हुई है, दूसरा  लोकल मार्केट में भी इस चावल की डिमांड रहती है। मिडल ईस्ट से भी इस बार अच्छी डिमांड है क्युकी कोरोना के कारण ये देश ज्यादा अनाज स्टॉक करना चाह रहे हैं ताकि भविष्य में कोई अनिश्चितता ना बने l जैसा कि आपको पता है कि बासमती का चावल खुशबुदार व मिठास वाला होता है, भारत में टोप क्वालिटी का बासमती चावल पैदा होता है और विदेशों में इसकी भारी डिमांड रहती है l पकने के बाद इस चावल के दाने का साइज  लंबाई में दूसरे वैरायटी के धान की बजाए  लंबा होता है। यही कारण है की इस धान के भाव दूसरी किस्मों से ज्यादा किसानों को मिलते हैं।

ईरान से ख़बर

ईरान ने भी आयात से सीज़नल प्रतिबंध हटा लिया है l हालांकि अभी तक निर्यात सौदों को लेकर अपडेट नहीं मिल पायी है l ईरान ने पाकिस्तान से जरूर बारटर सिस्टम के तहत बासमती के बदले गैस देने का अनुबंध किया है लेकिन भारत से निर्यात सौदों को लेकर कोई बड़ी अपडेट नहीं आयी है।

आगे क्या भाव रहेंगे : बासमती धान तेजी मंदी रिपोर्ट

दोस्तों इस जहां तक ख़बरें मिल रही है यही अंदाजा लगाया जा रहा है कि फिलहाल मंदी तो नहीं आ सकती l ऐसा इसलिए कहा जा सकता है क्युकि धान का रकबा इस साल पिछले साल के मुकाबले 20 से 25 प्रतिशत तक कम बताया जा रहा है l दूसरा धान का झाड़ भी इस बार उतना नहीं निकल रहा है जितना पिछले साल था l तीसरा बेमौसम बारिश का भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।

जहां तक चावल के भावों की बात है थोक मार्केट मे 1121 स्टीम के भाव ₹8500 के आसपास चल रहे हैं l ऐसे में धान के भाव का ₹4200 से लेकर 4500 तक जाना कोई बड़ी बात नहीं होगी इन सभी तथ्यों को ध्यान मे रखते हुए फिलहाल सभी वैरायटी में ₹200-300 की तेजी और आ सकती है । तो किसान भाइयों, ये थी हमारी बासमती धान तेजी मंदी रिपोर्ट। आपको कैसी लगी हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

अपील

किसान भाइयों और व्यापारी भाइयों से अपील की जाती है कि धान खरीदने और बेचने से पहले अपने आसपास के रेट कन्फर्म कर लें और व्यापार के लिये अपने विवेक का इस्तेमाल करें। बासमती धान तेजी मंदी रिपोर्ट

धान तेजी मंडी रिपोर्ट नवंबर दिसंबर 2021 यहाँ देखें 

धान के भाव की जानकारी के लिए विजिट करें – मंडी मार्किट वेबसाइट पर

बासमती धान तेजी मंदी रिपोर्ट

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