बांग्लादेश में हिंसा का क्या प्याज़ के भाव पर कितना हुआ असर | जाने प्याज की तेजी मंदी रिपोर्ट में

 

दोस्तों आज हम इस रिपोर्ट की माध्यम से प्याज के बाजार के हालात पर चर्चा करेंगे। सबसे पहले, हम देखेंगे कि प्याज के बाजार में कहां तेजी देखने को मिली है और साथ ही बांग्लादेश से आने वाली खबरों पर भी ध्यान देंगे, जिसमें बांग्लादेश में निर्यात पर हुए प्रतिबंध और कल के निर्यात की स्थिति का विवरण होगा। इसके अलावा, हम आजादपुर, इंदौर की मंडियों में प्याज की आवक और भाव पर भी नजर डालेंगे।  

किसान साथियों फिलहाल, प्याज के बाजार में सकारात्मक रुझान देखने को मिल रहा है और ग्राहकी में भी चमक बनी हुई है। मध्य प्रदेश की मंडियों में आज तेजी देखने को मिली है, हालांकि आवक में ज्यादा वृद्धि नहीं हुई। आजादपुर मंडी में भी 45 से 50 गाड़ियां बिकती नजर आ रही हैं, जो एक अच्छा संकेत है। पुणे से जहां क्वालिटी अच्छी देखने को मिल रही है, वहीं एमपी से हल्की क्वालिटी की आवक बढ़ रही है। दोस्तों ,अच्छी क्वालिटी का माल अभी मंडियों में पूरी तरह से नहीं आया है, लेकिन धीरे-धीरे अच्छे माल की आवक बढ़ सकती है।

साउथ के जिलों में प्याज का मौसम सामान्य है, जहां कुछ जिलों में 40 से 50 मिमी बारिश हुई है जबकि कुछ जिलों में बारिश नहीं हुई। माना जा रहा है कि 15 अगस्त के आसपास प्याज की आवक शुरू हो जाएगी। अगर अच्छा उत्पादन होता है, तो भी हमारे देश में प्याज की डिमांड बनी रहेगी, खासकर अच्छी क्वालिटी के प्याज की। हल्की क्वालिटी के प्याज को निकाल देना बेहतर होगा ताकि भविष्य में अच्छे प्याज की कीमत प्रभावित न हो।

प्याज का निर्यात और बांग्लादेश में स्थिति

बांग्लादेश से एक बड़ी खबर सामने आई है। वहां हाल ही में हिंसा की घटनाओं के कारण प्याज का निर्यात कुछ दिन के लिए रुका था। अब एक बार फिर से हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए हैं, जिसमें एक दिन पहले ही 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इसके चलते बांग्लादेश सरकार ने इंटरनेट को बंद करने और कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया है। भारत ने बांग्लादेश में हिंसा के कारण अपने नागरिकों को वहां यात्रा न करने की सलाह दी है, और बॉर्डर से प्याज का निर्यात भी रुक गया है। बांग्लादेश में हालात की गंभीरता को देखते हुए, वहां के प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है और राजधानी ढाका छोड़ दी है। प्रधानमंत्री हसीना और उनकी बहन रेहाना दिल्ली आ रही हैं, और संभवतः वहां से लंदन या फिनलैंड जा सकती हैं। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री आवास में घुसकर लूटपाट भी की है, जिससे स्थिति और भी बिगड़ गई है।

कल 5 अगस्त को बांग्लादेश में जो निर्यात हुआ था, उसका विवरण इस प्रकार है: पेट्रोल पोल और हिली बॉर्डर से लगभग 15 गाड़ियां, गोज दंगा बॉर्डर से लगभग 45 गाड़ियां, और माहित पुुप से लगभग 37 गाड़ियां निर्यात हुईं। कुल मिलाकर 97 गाड़ियां निर्यात हुईं और 24 गाड़ियां बैलेंस भी रहीं।

दोस्तो प्याज के बाजार की खबरों के बाद अब मंडियों में क्या चल रहा है इसकी अपडेट जान लेते हैं।

आजादपुर मंडी मे प्याज की मौजूदा स्थिति पर विस्तृत रिपोर्ट

दोस्तों व्यापारियों के अनुसार, प्याज की आमदनी कल के मुकाबले कुछ कम रही है। वर्तमान में कुल 43 गाड़ियाँ प्याज की ताजगी की स्थिति में हैं, जबकि कल यह संख्या 70 गाड़ियों के आसपास थी। यानी, कल के मुकाबले आज की आमदनी में कमी आई है। कल प्याज की 50 गाड़ियाँ बिक गईं, जो शनिवार को 55-60 गाड़ियों की बिक्री से कम है। आज भी 40-50 गाड़ियों की बिक्री की संभावना है। नार्थ इंडिया (हरियाणा, पंजाब, यूपी, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड) में प्याज की बिक्री बढ़ गई है। यहाँ 150-200 गाड़ियाँ प्याज बिक रही हैं, जो पहले 250-300 गाड़ियों के मुकाबले बढ़कर 400-450 गाड़ियों तक पहुंच गई है। विभिन्न राज्यों से भी  प्याज आ रही है, जैसे राजस्थान, एमपी, नासिक, और पुणे से।

दोस्तों अफगानिस्तान से भी प्याज की आवक हो रही है, लेकिन इसमें दागी की शिकायत ज्यादा है और कीमतें कम हैं। अफगानिस्तान का प्याज पाकिस्तान के रास्ते नहीं, बल्कि सीधे अफगानिस्तान से आ रहा है। दोस्तों पेरेशन होने वाली बात नहीं है  माला (प्याज) की कुछ गाड़ियाँ यहाँ पर सैंपलिंग के लिए भेजी गई हैं ताकि यह देखा जा सके कि बाजार में कितनी अच्छी कीमत मिलती है और क्वालिटी कैसी है। जब तक भारतीय प्याज की कीमतें इतनी ऊंची हैं (जैसे 1500-1600 रुपये प्रति क्विंटल), तब तक अफगानिस्तान का प्याज, जो कि अपेक्षाकृत सस्ता होता है (जैसे 1200-1300 रुपये प्रति क्विंटल), भारतीय बाजार में अच्छा प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएगा।  

राजस्थान का प्याज धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है, जिससे भाव में संभावित बढ़ोतरी हो सकती है। उच्च गुणवत्ता का प्याज 1200-1300 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है। एमपी का प्याज दागी और हल्की क्वालिटी का है, जो भाव में कमी कर रहा है। आने वाले समय में क्वालिटी में सुधार की उम्मीद कम है।हाराष्ट्र से अच्छी क्वालिटी का प्याज आ रहा है, जिसमें दागी की शिकायत कम है। पुणे और नासिक से उच्च गुणवत्ता का प्याज आ रहा है। साउथ की नई फसल अच्छी है, लेकिन अगले महीने की शुरुआत तक इसका प्रभाव मंडी में देखने को मिल सकता है।

आजादपुर मंडी से प्याज के भाव की अपडेट 

नोट : आजादपुर मंडी में अधिकांश प्याज का भाव मन( 40 किलो) की हिसाब से बोले जाते हैं

  • राजस्थान:

    • कुचामन की पीली पत्ती के प्याज: 1200-1270 रुपये  
    • मीडियम क्वालिटी: 1100 से 1150 रुपये  
    • हल्की क्वालिटी: 950-1050 रुपये  
    • अजमेर की लाल पत्ती: 1100-1150 रुपये   (मीडियम क्वालिटी)
  • मध्य प्रदेश (एमपी):

    • सुपर क्वालिटी (बिना दागी): 1200 से 1250 + रुपये  या इससे अधिक)
    • एवरेज क्वालिटी: 1000-1150 रुपये  
  • नासिक:

    • सुपर क्वालिटी: 1200-1270 रुपये  (अत्यंत बढ़िया क्वालिटी के लिए 1300 रुपये तक)
    • एवरेज क्वालिटी: 1100-1150 रुपये  
    • दो नंबर क्वालिटी: 900-950 रुपये प्रति क्विंटल
  • पुणे:

    • सुपर क्वालिटी: 1300-1350 रुपये  
    • जनरल मार्केट: 1200-1250 रुपये  
    • गुलटे साइज: 1050-1150 रुपये  

प्याज की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। विभिन्न क्षेत्रों से आई प्याज की गुणवत्ता अच्छी है, और बाजार में इसका भाव 32-34 रुपये प्रति किलो के आसपास हो गया है। मध्य प्रदेश, राजस्थान और पुणे बेल्ट की प्याज की गुणवत्ता भी अच्छी है और मूल्य में सुधार देखा गया है। मीडियम माल की मांग अधिक है, और इसका भाव 28-30 रुपये प्रति किलो के बीच बिक रहा है। कर्नाटक और महाराष्ट्र के प्याज में गुणवत्ता का अंतर देखा जा सकता है, लेकिन अगर एमपी या राजस्थान की प्याज की गुणवत्ता सुपर हो, तो वह अच्छा दाम प्राप्त कर सकती है। प्याज की बिक्री अक्टूबर-नवंबर में अधिक होती है, और इस दौरान बाजार में तेजी देखने को मिलती है। यदि नए प्याज की फसल खराब हो जाती है, तो पुराने प्याज की कीमतें बढ़ सकती हैं।  

आजादपुर मंडी से मौसम अपडेट : वर्तमान मौसम में ठंडक आ रही है, जिससे बिक्री में सुधार देखने को मिल रहा है। पिछले हफ्तों की गर्मी अब कम हो गई है, और बरसातों के बाद मौसम में ठंडक आई है। इससे प्याज की बिक्री में कुछ बढ़ोतरी हुई है। 15 अगस्त के बाद बिक्री में और बढ़ोतरी की उम्मीद है, हालांकि 13 अगस्त के आसपास बिक्री में थोड़ी कमी आ सकती है। दिल्ली में बिक्री में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा, और प्याज की बिक्री सामान्य स्तर पर बने रहने की संभावना है।

 

इंदौर मंडी मे प्याज के भाव तेजी मंदी रिपोर्ट 

इंदौर मंडी की आवक: इंदौर चौतरा मंडी में लगभग 400 हज़ार कट्टों की आवक हो रही है, जो कि सीमित है। प्याज की आवक में कमी देखने को मिल रही है।

बांग्लादेश से एक्सपोर्ट पर असर: बांग्लादेश में हाल ही में राजनीतिक स्थिति में बदलाव आया है। वहाँ की प्रधानमंत्री शेख हसीना के हटने के बाद मिलिट्री शासन लागू हो गया है। इससे बॉर्डर पर बंदिशें लग गई हैं, जिससे प्याज का एक्सपोर्ट प्रभावित हुआ है। इस कारण से गोल्टा गोल्टी में प्याज के दाम नरम हो गए हैं।

गोल्टा गोल्टी का बाजार: गोल्टा गोल्टी में प्याज का बाजार सुस्त है। कल के मुकाबले बाजार में नरमी आई है। अन्य मोटे प्याज का बाजार अच्छा है, लेकिन गोल्टा गोल्टी के प्याज की कीमतें कम हो गई हैं।

नई प्याज की स्थिति: नई प्याज की स्थिति पर पूरी तरह से बारिश और मौसम की स्थिति पर निर्भर है। कर्नाटक में नई प्याज की स्थिति 15 अगस्त तक स्पष्ट होगी, और इस पर ही प्याज की कीमतें और आपूर्ति निर्भर करेंगी

प्याज की गुणवत्ता और साइज:

  • साइज: मीडियम प्याज अधिक मात्रा में है, लेकिन गुणवत्ता बहुत अच्छी है। साइज में बड़े प्याज भी हैं। 2800 क्विंटल प्याज ₹ 28 प्रति किलो में बिका।
  • क्वालिटी: प्याज की क्वालिटी बहुत बढ़िया है। कलर और पत्तियां अच्छी हैं। 2900 क्विंटल प्याज मतलब ₹29 प्रति किलो में बिका।

प्याज की बिक्री और गुणवत्ता:

  • मंडी भाव: आज इंदौर मंडी में प्याज की गुणवत्ता के आधार पर भाव इस प्रकार हैं:
    • बड़ी प्याज (मोटे प्याज): ₹ 28 प्रति किलो
    • मीडियम प्याज: ₹25 से ₹ 29 प्रति किलो

सुझाव: किसान भाइयों को सलाह दी जाती है कि वे अपने विवेक से फैसले लें और वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार प्याज की बिक्री करें। प्याज की कीमतें और बाजार की स्थिति लगातार बदल रही है, और बारिश व मौसम के अनुसार प्रभावी हो सकती है। इस समय प्याज की कीमतें स्थिर हैं, लेकिन जैसे-जैसे नया प्याज बाजार में आएगा, कीमतें में बदलाव संभव है। किसान और व्यापारी दोनों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि प्याज की फसल की गुणवत्ता और मौसम की स्थितियाँ बाजार पर प्रभाव डालती हैं।