बड़ी गिरावट के बाद शाम को सरसों में सुधार देखें आज की तेजी मंदी रिपोर्ट 

 

बड़ी गिरावट के बाद शाम को सरसों में सुधार देखें आज की तेजी मंदी रिपोर्ट 
किसान साथियो शुक्रवार को विदेशी तेल तिलहन के बाजारों के लुढ़क जाने के कारण घरेलू बाजार में लगातार दूसरे दिन सरसों में अच्छी खासी गिरावट देखने को मिली। हालांकि नीचे के भाव में बिकवाली ना आने से शाम को सरसों में सुधार भी हुआ। साथियो सर्दियों का सीज़न होने के बावजूद सरसों के भाव में गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है। इस रिपोर्ट में हम सरसों के बाजार की हर बड़ी खबर को जानेंगे । WhatsApp पर भाव पाने के लिए ग्रुप join करे

किसान साथियो शुक्रवार को सुबह के सत्र से ही सरसों में गिरावट शुरू हो गई थी। दोपहर आते आते गिरावट बढ़ी। गिरावट इतनी तीखी थी कि एक समय जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 150 रुपये कमजोर हो गए थे लेकिन बाद में भाव 50 रुपये सुधर कर 6,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। भरतपुर मंडी में भी सरसों भाव 6250 तक नीचे जाने के बाद शाम को फिर बढ़ कर 6320 रु तक आ गए। ब्रांडेड कंपनियों के भाव देखें तो सलोनी प्लांट में 150 रु की गिरावट के बाद शाम को 100 रुपये प्रति क्विंटल सुधार हो गया। शुक्रवार के बाजार की दूसरी बड़ी बात यह रही कि  सरसों की दैनिक आवक घटकर 2.40 लाख बोरियों की रह गई।

हाजिर मंडियों में सरसों का रेट 
हाजिर मंडियों की बात करें तो राजस्थान की नोहर मंडी में सरसों का भाव 5500 से 6000 रुपए प्रति क्विंटल, रायसिंहनगर में 5400 से 6033 रुपए, अनूपगढ़ में 5400 से 6151 रुपए, घड़साना में 5000 से 6125 रुपए, पदमपुर में 5500 से 6181 रुपए प्रति क्विंटल, गोलूवाला में 6050 रुपए प्रति क्विंटल, श्री गंगानगर में 5640 से 6246 रुपए प्रति क्विंटल, श्री विजयनगर में 5530 से 6176 रुपए प्रति क्विंटल, जैतसर में 5100 से 5531 रुपए, सूरतगढ़ में 5897 रुपए, सादुलशहर में 5411 से 5946 रुपए, गजसिंहपुर में 5726 से 6242 रुपए प्रति क्विंटल तक रहा। हरियाणा की  मंडियों की बात करें तो आदमपुर में सरसों का रेट 5961 रुपए प्रति क्विंटल, सिरसा में 5300 से 5951 रुपए प्रति क्विंटल, ऐलनाबाद में 5121 से 5881 रुपए प्रति क्विंटल तक रहे । ये भी पढे :- देखें आज के सरसों के लाइव रेट Sarso Live Rate Today 02 Dec 2022

गिरावट की बड़ी वज़ह क्या 
व्यापारियों के अनुसार विश्व बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में लगातार मंदा बना हुआ है। अमेरिका ने बायो ईंधन बनाने में सोया तेल के सम्मिश्रण की मात्रा को कम करने का प्रस्ताव किया है। इस खबर के आने के बाद से ही खाद्य तेलों के बाजार में मंदा बना हुआ है। दूसरी ओर चीन की मांग को लेकर बाजार में अभी भी असमंजस है, क्योंकि जिस तरह से चीन में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए सख्ती बढ़ने की आशंका है। ऐसे में चीन की आयात मांग प्रभावित होगी । 

घरेलू कारणों की बात करें तो चालू रबी सीजन में सरसों की बुआई पिछले साल की तुलना में आगे चल रही है। सरसों की बुआई चालू रबी के सीज़न में बढ़कर 76.69 लाख हेक्टेयर में चुकी है, जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 69.32 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी । देखा जाए तो बुवाई के रकबे का बढ़ना उत्पादन बढ़ने की गारन्टी नहीं होता है लेकिन ईन खबरों से भाव पर दबाव जरूर बन सकता है। साथियो जैसा कि हमने कल की रिपोर्ट में भी बताया था कि उत्पादक मंडियों में सरसों का बकाया स्टॉक भी पिछले साल के मुकाबले ज्यादा बताया जा रहा है। ये भी पढे :- Aaj Ka Narma Ka bhav नरमा और कपास के ताजा मंडी भाव 02 December 2022

विदेशी बाजारों की अपडेट 
विदेशी बाजारों की बात करें तो बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, BMD पर फरवरी वायदा अनुबंध में पाम तेल के दाम लगातार दूसरे दिन 126 रिगिंट यानी कि 3.09 प्रतिशत गिरकर 3958 रिगिंट प्रति टन रह गए। इस दौरान शिकागो बोर्ड पर दिसंबर अनुबंध में सोया तेल की कीमतें 2.29 सेंट कमजोर हुई। कार्गो सर्वेक्षकों इंटरटेक टेस्टिंग सर्विसेज, एम्स्पेक एग्री, और सोसाइटी जेनरेल डे सर्विलांस के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर में मलेशियाई पाम तेल का निर्यात पिछले महीने की तुलना में 1.7 फीसदी से 5.6 फीसदी के बीच बढ़ने की उम्मीद है।

घरेलू खाद्य तेलों के बाजार की बात करें तो जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर के भाव में भी अच्छी खासी गिरावट देखने को मिली है। शुक्रवार को सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर 19-19 रुपये कमजोर होकर भाव क्रमशः 1362 रुपये और 1352 रुपये प्रति 10 किलो पर रही । सरसों खल की कीमतें भी 25 रुपये कमजोर होकर 2575 रुपये प्रति क्विंटल रह गई। 

सरसों में आगे क्या 
साथियो दिसम्बर का महीना आ चुका है लेकिन सर्दी ने अभी तक अपना असर दिखाना शुरू नहीं किया है। तापमान में अभी तक कुछ खास गिरावट देखने को नहीं मिली है। अगर ऐसा कुछ दिन और चल गया तो इससे सरसों और गेहूं की फ़सल को नुकसान हो सकता है। जहां तक आवक की बात है इस हफ्ते से सरसों की आवक में 100000 बोरी तक की कमी हो चुकी है जो कि एक अच्छा संकेत है अगर थोड़ी सी आवक और नीचे जाती है तो सरसों मे थोड़ा बहुत सुधार हो सकता है। लेकिन बड़ी तेजी की उम्मीद यहाँ से आगे कम ही है। बाकी व्यापार अपने विवेक से करें।