80 मन प्रति एकड़ से ज्यादा गेहूं उत्पादन लेना हैं, तो जल्दी करें ये छोटा सा काम
किसान साथियों गेहूं की फसल का सीजन अपने जोरों पर है। खेतों में गेहूँ की हरी भरी फसलें लहलहा रहीं हैं। सभी किसान भाई अपनी गेहूं की फसल की देखभाल में अपना पूरा जोर लगा रहे हैं ताकि उन्हें ज्यादा से ज्यादा उत्पादन मिल सके। लेकिन कुछ ऐसी आसान सी चीजें हैं जिनको अपनाने से आपकी गेहूं की फसल की पैदावार दुगुनी तक बढ़ सकती है। इस पोस्ट में हम आपको कुछ ऐसे ही आसान उपाय बताएंगे जिसके करने से आपको गेहूं की बंपर पैदावार मिल सकती है। WhatsApp पर भाव पाने के लिए ग्रुप join करे
किसान साथियों भारत जैसे बड़े देश में खेती की तकनीक विकसित देशों के मुकाबले में उतनी ज्यादा उन्नत नहीं है। हालांकि दिन प्रतिदिन इसमें सुधार हो रहा है। इसलिए हमें फसल की जरूरतों को गहराई से समझना होगा और जरूरत के हिसाब से ही फसल को डोज देते रहना होगा। बात गेहूँ की करें तो आज के दिन गेहूं की ज्यादातर फसल लगभग 70 से 80 दिन की हो चुकी है । हम मानते हैं कि ज्यादातर किसान अपनी फसल पर पूरा पूरा ध्यान देते हैं लेकिन कई बार ऐसा देखा गया है कि किसान 75 से 80 दिन के बाद फसल की देखरेख में ढिलाई कर देते हैं जिससे उत्पादन में कमी हो जाती है। इस पोस्ट में हम इसी बात पर जोर देने वाले हैं ताकि आपके खेत में गेहूं की बालियां जब निकले तो वह लंबी हो और उनके अंदर दाना मोटा हष्ट पुष्ट एवं चमकीला रहे। ये भी पढे :- गेहू के भाव में ऐतिहासिक तेजी जाने इसके क्या है मायने
किसान साथियों गेहूं की फसल इस समय गभोठ अवस्था में हैं यानी कि बाली निकलने से पहले की अवस्था। आप देख ही रहे हैं कि इन दिनों पाले का प्रकोप फसल को खराब कर रहा है। इसलिए सबसे पहले तो आपको सिंचाई के द्वारा खेत में नमी की मात्रा को बनाए रखना है ताकि पाले के प्रकोप से बचा जा सके। दूसरी ध्यान देने वाली बात यह है कि यदि आपकी अगेति गेहूं की फसल है तो अब समय आ गया जब आप इसमें PGR (plant growth regulator) का स्प्रे कर दें। आपने देखा होगा कि बालियां निकलने के बाद जब गेहूं का पौधा ऊपर से भारी हो जाता है तो सिंचाई के बाद थोड़ी सी हवा चलते ही गेहूं के पौधे टेढ़े हो जाते हैं यह कई बार जमीन के साथ चिपक जाते हैं। PGR की यह स्प्रे बाली की जो स्टिक (डंडा जिस पर बाली खड़ी रहती है ) होती है उसको थोड़ा सा छोटा कर देती है जिससे पौधे के गिरने के चांस कम हो जाते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बाली छोटी नहीं होती ब्लकि सिर्फ बाली के डंडे की ऊंचाई पर ही फर्क़ पड़ता है। ऐसे में फ़सल के गिरने से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है। देखें आज के गेहूं/कनक के लाइव रेट wheat kanak gehu Live Rate Today 20 Jan 2023
गेहूं की गभोठ अवस्था में तीसरा बड़ा काम आपको ये करना है कि NPK 0-52-34 की स्प्रे करनी है। इस स्प्रे के बड़े फायदे हैं। जिस तरह से शरीर के लिए देसी घी उपयोगी होता है उसी प्रकार से एनपीके की यह स्प्रे गेहूं के लिए उपयोगी है। यह स्प्रे पौधों में दो तरह से काम करता है। एक तरफ तो इसमें मौजूद फास्फोरस प्रकाश संश्लेषण क्रिया को बढ़ाता है और पौधे को खाना बनाने की प्रक्रिया को तेज करता है दूसरी तरफ पोटाश बनाए गए खाने को पौधों के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचाने में सहायक होता है। अगर आप चाहे तो एनपीके के इस स्प्रे में 20% बोरोन भी मिला सकते हैं। ऐसे करने से सोने पर सुहागा हो सकता है। बोरोन पौधों में बाली निकलने के बाद हरक़त में आती है। दाने पड़ने के समय इसका बड़ा असर होता है। इसे आप NPK के स्प्रे के साथ ही 100 g प्रति एकड़ के हिसाब मिला कर स्प्रे कर सकते हैं देखें आज के सरसों के लाइव रेट Sarso Live Rate Today 20 Jan 2023
तो किसान साथियो इस तरह से अगर आप ये छोटे छोटे उपाय कर लेते हैं तो आपकी गेहूं की फसल आपको बम्पर उत्पादन दे सकती है। मंडी भाव टुडे पर हम आपको आपकी फसल से संबंधित जानकारी देते रहते हैं। आप ताजा भाव की जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट विजिट करते रहें या फिर आप हमारी App मंडी मार्केट भी डाउनलोड कर सकते हैं।