सरसों में और कितनी गिरावट बाकी | आज क्या खुलेंगे भाव | सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट
किसान साथियो सरसों के भाव ने सभी जानकारों के अनुमान को फेल कर दिया है। किसी भी एक्सपर्ट ने ये नहीं सोचा होगा कि सरसों में इतनी गिरावट आ सकती है। देश में सरसों भाव को लेकर हा हा कार मचा हुआ है। एक तरफ मजबूर किसान है जिसे अपनी सरसों को MSP से 1000-1200 रुपये प्रति क्विंटल नीचे अपनी सरसों बेचनी पड़ रही है। दूसरी तरफ घरेलू तेल उद्योग रोजाना बढ़ते घाटे के चलते इस व्यापार से पलायन करने पर मजबूर है। 60 से 80 प्रतिशत छोटे बड़े तेल कारखाने या तो बंद हो चुके हैं या बंद होने की कगार पर हैं। खाद्य तेलों को लेकर सरकारी नीतियों पर तो सवाल है ही साथ ही तेल संगठनों की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। देश की 90 प्रतिशत मंडियों में सरसों समर्थन मूल्य से 500 से 1200 रु प्रति क्विंटल नीचे बिक रही है। सरसों तेल का भाव 100 रुपये प्रति किलो से नीचे जा चुका है। सरकार के तेल तिलहन में आत्मनिर्भरता के दावे की हवा निकल चुकी है। आज जो हालात हैं क्या उससे अगले सीजन में सरसों की खेती बढ़ने की उम्मीद की जा सकती है यदि नहीं तो जिम्मेदारी किसकी है। चाहे सरसों किसान हो या व्यापारी, कोई हितैषी तो क्या, हाल चाल पूछने वाला भी कोई नहीं है। सरसों के भाव को देखते हुए आज रिपोर्ट लिखने का मन नहीं लेकिन मुसीबत के इस समय में किसान साथियों का साथ नहीं छोड़ सकते। आज की रिपोर्ट में हम सरसो की पतली हालत के जिम्मेदार सभी कारणों को समझेंगे। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें
ताजा मार्केट अपडेट
किसान साथियों गुरुवार का दिन वह चौथा दिन था जब लगातार सरसों के भाव में गिरावट देखने को मिली । जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 75 रुपये घटकर दाम 5,250 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। लेकिन शाम के सत्र में इसमें और गिरावट हुई और अंतिम भाव ₹5200 प्रति क्विंटल तक भी रिपोर्ट किए गए हैं । भरतपुर में भी सरसों के भाव में जबरदस्त गिरावट हुई और भाव ₹4825 प्रति क्विंटल रह गए। दिल्ली लारेंस रोड पर भी सरसों के भाव 5000 के नीचे फिसल गए दिल्ली लॉरेंस रोड पर सरसों के भाव ₹4950 प्रति क्विंटल तक रिपोर्ट किए गए हैं । जाने क्या मिल रहे हैं आज के गेहूं/कनक के लाइव रेट wheat kanak gehu Live Rate Today 27 april 2023
मिलों ने 100 रुपये तक घटाए भाव
गुरुवार को तेल मिलो ने भी सरसों के भाव में कटौती की है । सलोनी प्लांट पर सरसों के भाव ₹50 घटकर 5650 के स्तर पर आ गए जबकि गोयल कोटा प्लांट पर सरसों के भाव में ₹100 की कटौती हुई। अंतिम भाव ₹5150 प्रति क्विंटल रिपोर्ट किए गए हैं आगरा में बीपी और शारदा प्लांट पर सरसों के भाव 50-50 रुपये गिरकर ₹5450 प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक घटकर 8 लाख बोरियों पर स्थिर बनी रही।
हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों के ताजा भाव की बात करें तो नोहर मंडी में सरसों का भाव 4700, संगरिया मंडी में सरसों का रेट 4564, श्रीगंगानगर मंडी में सरसों का रेट 4731, पदमपुर मंडी में 40 लैब सरसों का भाव 4500, गोलूवाला मंडी में सरसों का भाव 4738, देवली मंडी में सरसों का भाव 4951, बीकानेर मंडी में सरसों का भाव 4500, सरदारशहर मंडी में सरसों का भाव 4400, रायसिंहनगर में सरसों का भाव 4693, पीलीबंगा मंडी में सरसों का भाव 4552, श्रीमाधोपुर मंडी में पीली सरसों का भाव 5050, ऐलनाबाद मंडी में सरसों का भाव 4625, आदमपुर मंडी में सरसों का रेट 4700, भट्टू मंडी में 41 लैब सरसों का भाव 4831, सिरसा मंडी में सरसों का भाव 4808 सिवानी मंडी में सरसों का भाव 4950 रुपये प्रति क्विंटल तक रहा । सरसों हुई धड़ाम | क्या और गिरेंगे भाव | देखें सरसों की तेजी मंदी रिपोर्ट
विदेशी बाजारों में बड़ी गिरावट
बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, BMD पर जुलाई महीने के वायदा अनुबंध में पाम तेल की कीमतें 115 रिगिंट यानी 3.22 % कमजोर होकर 3,455 रिंगिट प्रति टन रह गई । तीन अक्टूबर के बाद इसके दाम निचले स्तर पर आ गए हैं। इस दौरान शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड (CBOT) पर सोया तेल की कीमतें 0.81 % कमजोर हुई। इस दौरान डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध 0.7 % तक कमजोर हो गया, जबकि इसके पाम तेल वायदा अनुबंध में 1.9 % की गिरावट आई। सूत्रों के अनुसार इंडोनेशिया ने अप्रैल के अंतिम दो सप्ताहों के दौरान क्रूड पाम तेल (CPO) के संदर्भ मूल्य को 932.69 डॉलर के मुकाबले 1 मई से 15 मई की अवधि के लिए 955.53 डॉलर प्रति टन पर सेट करने का प्रस्ताव दिया है। आज का ताजा मंडी भाव
सरसों तेल पहुँचा 100 के नीचे
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें मंगलवार को भी 17-17 रुपये कमजोर होकर भाव क्रमशः 985 रुपये और 975 रुपये प्रति 10 किलो रह गई। इस दौरान सरसों खल के दाम 10 रुपये कमजोर होकर दाम 2445 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
सरसों बेचने में फ़िलहाल फायदा नहीं
बाजार के जानकारों का कहना है कि विदेशी बाजारों में पाम तेल में बड़ी गिरावट होने के कारण भारत में सरसों के भाव में यह गिरावट दर्ज हुई है। हर नए दिन सरसों के भाव में चल रही गिरावट के कारण तेल मिलें केवल जरुरत के हिसाब से ही सरसों की खरीद कर रही हैं। सरसों स्टॉक में नहीं जा रही है । जानकारों के अनुसार चालू रबी सीजन में सरसों का उत्पादन अनुमान ज्यादा है तथा नई फसल की आवक के समय पिछले साल का बकाया स्टॉक भी ज्यादा है। ऐसे में प्रमुख उत्पादक राज्यों की मंडियों में अभी सरसों की दैनिक आवकों का दबाव बना रहेगा। इसलिए इसके भाव में अभी तेजी के आसार नहीं है। किसान साथियों क्योंकि सरसों के भाव पिछले दो ढाई साल के निचले स्तर पर हैं ऐसे में मंडी भाव टुडे का मानना है कि इस लेवल पर सरसों को बेचने का कोई फायदा नहीं है। सरसों एक ऐसी फसल है जिसको लंबे समय तक होल्ड किया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर बासमती 30 नंबर धान के भाव 2022 में बुरी तरह पिट गए थे जिसके बाद किसानों ने इस धान से परहेज कर लिया था। जिसके कारण 2023 में बासमती 30 नंबर धान नहीं मिल पाया और इसके भाव ने तेजी का ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया। डिमांड और सप्लाई के हिसाब से फसलों की तेजी मंदी चलती रहती है। इसलिए चाहें तो आप सरसों को होल्ड कर सकते हैं। बाकी व्यापार अपने विवेक से ही करें। आज के ग्वार और जौ के ताजा रेट | latest rates of guar seed and Barley